Article 370: ‘घर’ जाने की आजादी के लिए गुलाम नबी आजाद ने खटखटाया SC का दरवाजा

Written by Sabrangindia Staff | Published on: September 16, 2019
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कश्मीर मुद्दे को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। आजाद ने अपने परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों से मिलने के लिए सुप्रीम कोर्ट से अनुमति मांगी है। 



इस याचिका पर अन्य याचिकाओं के साथ चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पीठ सोमवार को सुनवाई करेगी। इन याचिकाओं में मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी की भी याचिका है। येचुरी ने अपनी पार्टी के सहयोगी मोहम्मद यूसुफ तारिगामी की नजरबंदी को चुनौती दी है।

बता दें कि गुलाम नबी आजाद ने अगस्त में 3 बार राज्य का दौरा करने की कोशिश की, लेकिन हर बार प्रशासन ने उन्हें एयरपोर्ट से ही वापस लौटा दिया गया। 25 अगस्त को राहुल गांधी और विपक्ष के नेताओं के प्रतिनिधमंडल के साथ गुलाम नबी आजाद कश्मीर पहुंचे थे लेकिन उन्हें श्रीनगर एयरपोर्ट पर हिरासत में ले लिया गया था। अब गुलाम नबी आजाद सुप्रीम कोर्ट पहुंचे है ।

कोर्ट आर्टिकल-370 को रद्द किए जाने के बाद कई मुद्दों से जुड़ी दूसरी याचिकाओं पर सुनवाई करेगा। ये याचिकाएं कई मुद्दों से जुड़ी हैं, जिसमें जम्मू-कश्मीर में आवागम में छूट की मांग भी शामिल है। सज्जाद लोन की अगुवाई वाली जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कांफ्रेंस ने जम्मू एवं कश्मीर (पुनर्गठन) अधिनियम 2019 के जरिए अनुच्छेद 370 को रद्द करने को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। 

इसके अलावा मारुमालरची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम पार्टी (एमडीएमके) के महासचिव वाइको ने सुप्रीम कोर्ट में एक बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की है। ये याचिका जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला को प्रस्तुत करने के लिए दायर की गई है। कश्मीर टाइम्स की एडिटर अनुराधा भसीन ने मीडिया के आवागमन के लिए छूट देने की मांग करते हुए याचिका दाखिल की है।

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