उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में एक दलित की दुर्गा पंडाल में पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। मामला तब सामने आया जब परिजन ने शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। उनका आरोप है कि जगरूप को सिर्फ इसलिए पीट-पीटकर मार डाला गया, क्योंकि उसने माता जी को छू लिया था। हालांकि FIR में घटना की वजह बहन को छोड़ने के लिए बाइक न देना बताया गया है।
Image Courtesy: themooknayak.in
घटना 30 सितंबर की है, इससे जुड़ा एक CCTV फुटेज अब सामने आया है। इसमें एक व्यक्ति को पंडाल में पीटा जा रहा है। मृतक के परिजन का कहना है- पुलिस के दबाव में उन्होंने FIR में बाइक वाली बात लिखवाई है, हकीकत में उसे मूर्ति छूने के कारण पीटा गया था।
दरअसल, प्रतापगढ़ के पट्टी थाना क्षेत्र में दलित बस्ती उड़ैयाडीह में दुर्गा पंडाल सजा हुआ है। जजनीपुर गांव निवासी जगरूप गौतम 30 सितंबर को उसी पंडाल में गया था। शिवप्रसाद ने बताया कि वहां इस बात पर हंगामा हो गया कि मेरे ससुर जगरूप दलित हैं, तो उन्होंने माता का पैर कैसे छू लिया। वहां मौके पर मौजूद कुलदीप, संदीप और मुन्ना पाल ने उनको हाथों से, लातों से और डंडे से खूब पीटा। इसके बाद अधमरी हालत में उन्हें घर पर छोड़ गए। उस समय घर पर कोई नहीं था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शिवप्रसाद ने बताया- अगले दिन 1 अक्टूबर को मैं आया तो उनकी खराब हालत को देखकर गांव के बंगाली डॉक्टर को बुलाकर ले आया। डॉक्टर ने उन्हें देखकर दवा दी और इंजेक्शन लगाया। 2 अक्टूबर को उनकी मौत हो गई। ससुर की मौत होने के बाद हम लोगों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
इसी मामले से जुड़ा हुआ एक CCTV फुटेज भी सामने आया है। बताया जा रहा है कि यह CCTV फुटेज उसी दुर्गा पंडाल का है। जहां जगरूप को पीटा गया है। 6.46 सेकेंड के CCTV फुटेज में लगभग 2.36 सेकेंड पर पंडाल के अंदर एक व्यक्ति कुर्सी उठाए हंगामा कर रहा है। इसके बाद दो से तीन लोग आकर उसे गिराकर पीटते हुए दिख रहे हैं। बताया जा रहा है कि CCTV फुटेज में कुलदीप, संदीप और मुन्नापाल जगरूप को पीट रहे हैं।
जगरूप की जब 2 अक्टूबर को मौत हो गई तो परिजन ने थाने में तहरीर दी। हालांकि परिजन के आरोप और मुकदमे में लिखी शिकायत में अंतर है। एडिशनल एसपी प्रतापगढ़ विद्यासागर मिश्रा ने बताया कि रामपूरे गुलाल में पंकज दुबे और राम शिरोमणि मिश्र के घर पर लगे पंडाल को जगरूप देखने गए थे। वहां पहले से मौजूद कुलदीप और संदीप द्वारा कहा गया कि उन्हें बाइक से छोड़ दो। जगरूप ने मना किया तो उनसे मारपीट की गई। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। अभियुक्त फरार हैं। उन्हें पकड़ने की कार्रवाई की जा रही है।
एडिशनल एसपी ने कहा- सोशल मीडिया पर इस घटना के संबंध में एक भ्रामक खबर चल रही है। इसमें कहा जा रहा है कि दुर्गा प्रतिमा को छू लेने के कारण उनसे मारपीट की गई। यह एकदम भ्रामक खबर है। इसका खंडन किया जा रहा है।
उधर, परिजन का कहना है कि जगरूप को देवी मां की मूर्ति छूने के कारण पीटकर मारा गया। पुलिस ने दबाव बनाकर FIR का शिकायती पत्र लिखवाया है। इस कारण से आरोप और FIR में अंतर आया है।
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घटना 30 सितंबर की है, इससे जुड़ा एक CCTV फुटेज अब सामने आया है। इसमें एक व्यक्ति को पंडाल में पीटा जा रहा है। मृतक के परिजन का कहना है- पुलिस के दबाव में उन्होंने FIR में बाइक वाली बात लिखवाई है, हकीकत में उसे मूर्ति छूने के कारण पीटा गया था।
दरअसल, प्रतापगढ़ के पट्टी थाना क्षेत्र में दलित बस्ती उड़ैयाडीह में दुर्गा पंडाल सजा हुआ है। जजनीपुर गांव निवासी जगरूप गौतम 30 सितंबर को उसी पंडाल में गया था। शिवप्रसाद ने बताया कि वहां इस बात पर हंगामा हो गया कि मेरे ससुर जगरूप दलित हैं, तो उन्होंने माता का पैर कैसे छू लिया। वहां मौके पर मौजूद कुलदीप, संदीप और मुन्ना पाल ने उनको हाथों से, लातों से और डंडे से खूब पीटा। इसके बाद अधमरी हालत में उन्हें घर पर छोड़ गए। उस समय घर पर कोई नहीं था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शिवप्रसाद ने बताया- अगले दिन 1 अक्टूबर को मैं आया तो उनकी खराब हालत को देखकर गांव के बंगाली डॉक्टर को बुलाकर ले आया। डॉक्टर ने उन्हें देखकर दवा दी और इंजेक्शन लगाया। 2 अक्टूबर को उनकी मौत हो गई। ससुर की मौत होने के बाद हम लोगों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
इसी मामले से जुड़ा हुआ एक CCTV फुटेज भी सामने आया है। बताया जा रहा है कि यह CCTV फुटेज उसी दुर्गा पंडाल का है। जहां जगरूप को पीटा गया है। 6.46 सेकेंड के CCTV फुटेज में लगभग 2.36 सेकेंड पर पंडाल के अंदर एक व्यक्ति कुर्सी उठाए हंगामा कर रहा है। इसके बाद दो से तीन लोग आकर उसे गिराकर पीटते हुए दिख रहे हैं। बताया जा रहा है कि CCTV फुटेज में कुलदीप, संदीप और मुन्नापाल जगरूप को पीट रहे हैं।
जगरूप की जब 2 अक्टूबर को मौत हो गई तो परिजन ने थाने में तहरीर दी। हालांकि परिजन के आरोप और मुकदमे में लिखी शिकायत में अंतर है। एडिशनल एसपी प्रतापगढ़ विद्यासागर मिश्रा ने बताया कि रामपूरे गुलाल में पंकज दुबे और राम शिरोमणि मिश्र के घर पर लगे पंडाल को जगरूप देखने गए थे। वहां पहले से मौजूद कुलदीप और संदीप द्वारा कहा गया कि उन्हें बाइक से छोड़ दो। जगरूप ने मना किया तो उनसे मारपीट की गई। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। अभियुक्त फरार हैं। उन्हें पकड़ने की कार्रवाई की जा रही है।
एडिशनल एसपी ने कहा- सोशल मीडिया पर इस घटना के संबंध में एक भ्रामक खबर चल रही है। इसमें कहा जा रहा है कि दुर्गा प्रतिमा को छू लेने के कारण उनसे मारपीट की गई। यह एकदम भ्रामक खबर है। इसका खंडन किया जा रहा है।
उधर, परिजन का कहना है कि जगरूप को देवी मां की मूर्ति छूने के कारण पीटकर मारा गया। पुलिस ने दबाव बनाकर FIR का शिकायती पत्र लिखवाया है। इस कारण से आरोप और FIR में अंतर आया है।
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