नई दिल्ली. कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुआई में गुरुवार को विजय चौक से राष्ट्रपति भवन तक मार्च निकाला जाएगा। दिल्ली में भड़की हिंसा को लेकर पार्टी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को ज्ञापन सौंपेगी। इस मामले में अब तक 32 लोगों की जान जा चुकी है। इस बीच, अमेरिका और रूस ने भारत में रह रहे अपने नागरिकों को भी एडवायजरी जारी की है। इसमें कहा गया है कि लोगों को हिंसाग्रस्त इलाके में जाने से बचना चाहिए।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को अपनी एक कविता में दिल्ली हिंसा की आलोचना की। उन्होंने लिखा, ‘‘एक तूफान ने देश को बंदूक की नोंक पर खड़ा कर दिया, एक शांत देश हिंसक हो गया, क्या देश से लोकतंत्र का खात्मा हो गया। इसका जवाब कौन देगा, आखिर इसका हल किसके पास होगा, हम गूंगे-बहरे हो चुके हैं, एक पवित्र भूमि नर्क में बदल गई है।’’
दिल्ली हिंसा को लेकर बुधवार को भी कांग्रेस ने शांति मार्च निकाला था। कांग्रेस कार्यकर्ता गांधी स्मृति की तरफ बढ़ रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें जनपथ रोड पर ही रोक लिया। इसके बाद प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस के सभी नेता और कार्यकर्ता वहीं धरने पर बैठ गए। प्रियंका ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार दिल्ली में हिंसा रोकने में नाकाम रही है और इस नाकामी के लिए गृहमंत्री अमित शाह को इस्तीफा देना चाहिए।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को अपनी एक कविता में दिल्ली हिंसा की आलोचना की। उन्होंने लिखा, ‘‘एक तूफान ने देश को बंदूक की नोंक पर खड़ा कर दिया, एक शांत देश हिंसक हो गया, क्या देश से लोकतंत्र का खात्मा हो गया। इसका जवाब कौन देगा, आखिर इसका हल किसके पास होगा, हम गूंगे-बहरे हो चुके हैं, एक पवित्र भूमि नर्क में बदल गई है।’’
दिल्ली हिंसा को लेकर बुधवार को भी कांग्रेस ने शांति मार्च निकाला था। कांग्रेस कार्यकर्ता गांधी स्मृति की तरफ बढ़ रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें जनपथ रोड पर ही रोक लिया। इसके बाद प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस के सभी नेता और कार्यकर्ता वहीं धरने पर बैठ गए। प्रियंका ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार दिल्ली में हिंसा रोकने में नाकाम रही है और इस नाकामी के लिए गृहमंत्री अमित शाह को इस्तीफा देना चाहिए।