छत्तीसगढ़ में ईवीएम में हेराफेरी का आशंकाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। आदिवासी बहुल इलाकों में तो पहले से ही कांग्रेस आरोप लगाती रही है कि अर्धसैनिक बलों के जरिए ही भाजपा अपने पक्ष में वोटिंग करा लेती है, अब शहरी इलाकों में ईवीएम में सुरक्षा में भी खामियां दिख रही हैं।
बिलासपुर में तखतपुर विधानसभा के लिए बनाए गए स्ट्रांग रूम में तो ईवीएम रखने के बाद ताले पर सील तक नहीं लगाई गई
कांग्रेस के विरोध जताने पर मंगलवार 27 नवंबर को कांग्रेसी प्रत्याशी और जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष की मौजूदगी में एडीएम ने ताले पर सील लगाई।
तखतपुर में छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के मतदान में 20 नवंबर को वोट पड़े थे। बिलासपुर जिले की सात विधानसभा सीटों की ईवीएम कोनी स्थित आईटी परिसर में स्ट्रांग रूम बनाए गए थे, लेकिन तखतपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए आरक्षित कमरा में ईवीएम को रखने के बाद कमरा में ताला बंद तो किया गया पर सीलबंद की कार्रवाई नहीं की। बताया गया कि अधिकारी सीलबंद करना भूल गए थे।
स्ट्रांग रूम में अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र के ईवीएम को रखने के लिए अलग-अलग कमरे चिह्नित किए गए हैं।
मंगलवार को जिला कांग्रेसस कमेटी के नेता और जिले के छह विधानसभा क्षेत्रों के उम्मीदवार कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी पी दयानंद से मिले और ईवीएम की सुरक्षा की मांग की।
कलेक्टर से मुलाकात के बाद कांग्रेस नेताओं ने जब स्ट्रांग रूम की जांच की तो तखतपुर विधानसभा क्षेत्र के स्ट्रांग रूम के ताले पर सील नहीं लगी मिली।
नईदुनिया के अनुसार, चूक सामने आने के बाद जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी ने कलेक्टर पी दयानंद को इस बारे में बताया और तब कलेक्टर के निर्देश पर एडीएम बीएस उइके ने स्ट्रांग रूम पहुंचकर ताले पर सील लगवाई।
स्ट्रांग रूम में ईवीएम को रखने के बाद सीलबंद की कार्रवाई करना अनिवार्य है। इस पर निर्वाचन अधिकारी,आब्जर्वर,विधानसभा प्रत्याशी व अभिकर्ताओं का हस्ताक्षर को अनिवार्य किया गया है, लेकिन तखतपुर सीट के स्ट्रॉन्ग रूम में इसका पालन नहीं हुआ।
बिलासपुर में तखतपुर विधानसभा के लिए बनाए गए स्ट्रांग रूम में तो ईवीएम रखने के बाद ताले पर सील तक नहीं लगाई गई
कांग्रेस के विरोध जताने पर मंगलवार 27 नवंबर को कांग्रेसी प्रत्याशी और जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष की मौजूदगी में एडीएम ने ताले पर सील लगाई।
तखतपुर में छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के मतदान में 20 नवंबर को वोट पड़े थे। बिलासपुर जिले की सात विधानसभा सीटों की ईवीएम कोनी स्थित आईटी परिसर में स्ट्रांग रूम बनाए गए थे, लेकिन तखतपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए आरक्षित कमरा में ईवीएम को रखने के बाद कमरा में ताला बंद तो किया गया पर सीलबंद की कार्रवाई नहीं की। बताया गया कि अधिकारी सीलबंद करना भूल गए थे।
स्ट्रांग रूम में अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र के ईवीएम को रखने के लिए अलग-अलग कमरे चिह्नित किए गए हैं।
मंगलवार को जिला कांग्रेसस कमेटी के नेता और जिले के छह विधानसभा क्षेत्रों के उम्मीदवार कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी पी दयानंद से मिले और ईवीएम की सुरक्षा की मांग की।
कलेक्टर से मुलाकात के बाद कांग्रेस नेताओं ने जब स्ट्रांग रूम की जांच की तो तखतपुर विधानसभा क्षेत्र के स्ट्रांग रूम के ताले पर सील नहीं लगी मिली।
नईदुनिया के अनुसार, चूक सामने आने के बाद जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी ने कलेक्टर पी दयानंद को इस बारे में बताया और तब कलेक्टर के निर्देश पर एडीएम बीएस उइके ने स्ट्रांग रूम पहुंचकर ताले पर सील लगवाई।
स्ट्रांग रूम में ईवीएम को रखने के बाद सीलबंद की कार्रवाई करना अनिवार्य है। इस पर निर्वाचन अधिकारी,आब्जर्वर,विधानसभा प्रत्याशी व अभिकर्ताओं का हस्ताक्षर को अनिवार्य किया गया है, लेकिन तखतपुर सीट के स्ट्रॉन्ग रूम में इसका पालन नहीं हुआ।