दिल्ली की बिगड़ती स्थिति पर सामाजिक कार्यकर्ता, समाजविदों ने पुलिस आयुक्त को लिखा पत्र

Written by Sabrangindia Staff | Published on: February 25, 2020
नई दिल्ली। नागरिकता कानून संशोधन (सीएए) को लेकर शुरु हुआ बवाल उत्तर पूर्वी दिल्ली में अब खतरनाक मंजर अख्तियार करता जा रहा है। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में सोमवार को जमकर हिंसा हुई। मंगलवार को भी मौजपुर और ब्रह्मपुरी इलाके में पत्थरबाजी शुरू हो गई। दिल्ली हिंसा में अबतक 5 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें हेड कॉन्स्टेबल रतनलाल भी शामिल हैं। साथ ही 100 से ज्यादा घायल हैं।



मंगलवार सुबह भी हालात तनावपूर्ण है। सुबह-सुबह पांच मोटरसाइकिल को आग के हवाले कर दिया गया। मौके पर बड़ी तादाद में पुलिस बल तैनात है। देर रात से सुबह तक मौजपुर और उसके आस-पास इलाकों में आगजनी के 45 कॉल आए, जिसमें दमकल की एक गाड़ी पर पथराव किया गया, जबकि एक दमकल की गाड़ी को आग के हवाले कर दिया गया। तीन दमकलकर्मी घायल हुए है।

इससे पहले सोमवार को सबरंग इंडिया ने रिपोर्ट किया था कि कैसे नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) का विरोध करने वाले और समर्थन करने वाले समूहों के बीच जाफराबाद-सीलमपुर क्षेत्र तनावग्रस्त था। अब, कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सोमवार को दिल्ली पुलिस आयुक्त को लिखा है जिसमें वह उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने का आग्रह कर रहे हैं।
 
दिल्ली पुलिस आयुक्त को पत्र लिखने वाले कार्यकर्ताओं और शिक्षाविदों में योगेंद्र यादव, अपूर्व आनंद, एनी राजा, कविता श्रीवास्तव, सबा दीवान, राहुल रॉय, अंजलि भारद्वाज, अमृता जौहरी, नदीम खान, निखिल पांडे और रक्षिता स्वामी शामिल हैं। इन्होंने दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक को लिखे अपने पत्र में कहा, " उत्तर पूर्व जिले में दिल्ली की बिगड़ती कानून-व्यवस्था के संबंध में बेहद सुर्खियां सुनने को मिल रही हैं। अगर स्थिति को नियंत्रण में नहीं लाया जाता है, तो हमें डर है कि इससे जानमाल का नुकसान हो सकता है। ” वे कहते हैं, "हमारा मानना ​​है कि स्थिति को नियंत्रण में लाने और सभी आवश्यक कार्रवाई करने के लिए पुलिस को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।"
  
कार्यकर्ताओं द्वारा लिखा पत्र यहाँ पढ़ा जा सकता है:

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