यूपी के बुलंदशहर में दलित की बारात पर ऊंची जाति का हमला, 8 लोग गिरफ्तार, अन्य की तलाश जारी

Written by sabrang india | Published on: February 22, 2025
"दूल्हे के पिता सुरेन्द्र का कहना है कि हम दलित समाज से आते हैं। इसलिए हमारे लड़के की जब बारात जा रही थी और घुड़चढ़ी हो रही थी तो हाई कास्ट के लोगों ने डीजे बंद करवा दिया और लाठी डंडे से ईंट पत्थर से मारपीट की। इन्होंने मंदिर बंद करवा दिया और ताला लगा दिया।"


फोटो साभार : एबीपी

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में डीजे बजाने को लेकर हुए विवाद के बाद दलित दूल्हे की बारात पर हमला करने के आरोप में शुक्रवार को ठाकुर समुदाय के आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया, जबकि कई अन्य लोगों की तलाश की जा रही है।

एबीपी न्यूज के अनुसार, दूल्हे के पिता सुरेन्द्र का कहना है कि हम दलित समाज से आते हैं। इसलिए हमारे लड़के की जब बारात जा रही थी और घुड़चढ़ी हो रही थी तो हाई कास्ट के लोगों ने डीजे बंद करवा दिया और लाठी डंडे से ईंट पत्थर से मारपीट की। इन्होंने मंदिर बंद करवा दिया और ताला लगा दिया। इसके बाद मौके पर पुलिस आई। पूर्व में शादी से पहले ही उनकी तरफ से चेतावनी दी गई थी की शादी में डीजे नहीं बजाना। इसकी शिकायत पूर्व में हमारे द्वारा पुलिस में की गई थी। इस घटना में कई लोग चोटिल हुए हैं और हमारी तरफ से मुकदमा दर्ज करवाया गया है।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने इस घटना को लेकर समुदाय के 29 लोगों और करीब 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

शिकायत के अनुसार, गुरुवार रात को धमरावली गांव में बारात पर हमला किया गया, जब वह ऊंची जाति के इलाके से गुजर रहा था। लाठी और पत्थरों से हमला किए जाने के बाद करीब एक दर्जन दलित घायल हो गए। अधिकारियों ने कहा कि घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया और शुक्रवार शाम तक उन्हें छुट्टी दे दी गई।

बुलंदशहर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रिजुल शर्मा ने कहा कि अपराधियों को पकड़ने के लिए आठ पुलिस टीमें बनाई गई हैं। "कई आरोपी गांव से भाग गए हैं, लेकिन हमें उम्मीद है कि हम उन्हें जल्द ही पकड़ लेंगे।"

न्यूज24 की रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ित दलित परिवार के मुताबिक झगड़े की आशंका के मद्देनजर पुलिस को पहले ही खबर कर दी गई थी। घटना के 8 घंटे पहले कोतवाली देहात थाने में शिकायती पत्र दिया गया था। मगर पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया। शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ सख्त एक्शन नहीं लिया, बल्कि पुलिस ने दोपहर में गांव पहुंचकर ग्राम प्रधान की मौजूदगी में दोनों पक्षों के बीच पंचायत करवाई। दोनों पक्षों की ओर से शांति का आश्वासन मिलने के बाद पुलिस वापस लौट गई।

पुलिस ने इस मामले में पीड़ित की शिकायत के आधार पर 29 आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। SHO कोतवाली देहात प्रेम चंद शर्मा ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की गई है। घटना के बाद आरोपियों पर कार्रवाई नहीं होने से गुस्साए ग्रामीणों ने कोतवाली देहात पहुंचकर हंगामा किया।

ज्ञात हो कि दलितों की बारात में दूल्हे की घुड़चढी रोकने और डीजे को लेकर हमला करने का यह कोई पहला मामला नहीं है। कुछ सप्ताह पहले गुजरात के बनासकांठा जिले के पालनपुर तहसील के गदलवाड़ा गांव में गुरुवार का माहौल आम शादी समारोह से बिल्कुल अलग था। पेशे से वकील मुकेश पारेचा की शादी की लिस्ट में अन्य दूल्हों से अलग पुलिस सुरक्षा मांगना भी शामिल था।

बारात के दौरान किसी अनहोनी के डर के चलते 33 वर्षीय दलित दूल्हे ने 22 जनवरी को बनासकांठा जिले के पुलिस अधीक्षक के समक्ष एक आवेदन दिया, जिसमें उसने सुरक्षा की मांग की क्योंकि वह अपने खास दिन पर घोड़े पर सवार होना चाहता था।

वहीं मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले के हीरानगर गांव में दलित बंसाकर समुदाय के ग्रामीणों ने स्थानीय नाइयों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिन्होंने उनका बाल काटने से इनकार कर दिया।

द ऑब्जर्वर पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, गांव के नाइयों ने दलित लोगों के बाल काटने और दाढ़ी बनाने से इनकार कर दिया, जिससे उन्हें इसके लिए 10 किलोमीटर दूर टीकमगढ़ शहर जाना पड़ता है। इस भेदभाव से निराश होकर, ग्रामीणों ने पुलिस को दखल देने की मांग की है। 

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