यह घाटी में किसी बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट के निर्माण श्रमिकों पर पहला बड़ा हमला है और यह ऐसे इलाके में हुआ है, जहां पिछले एक दशक में आतंकवादियों की मौजूदगी बहुत कम रही या बिल्कुल नहीं रही है।
सुरक्षा बलों ने रविवार को गंदेरबल जिले के गगनगीर में हुए आतंकवादी हमले के घटना स्थल की घेराबंदी की। (पीटीआई)
श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर सोनमर्ग हेल्थ रिसॉर्ट के पास मजदूरों के कैंप पर हुए आतंकी हमले में कश्मीर के एक डॉक्टर समेत इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी के सात कर्मचारी मारे गए। हमले में पांच कर्मचारी घायल भी हुए।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस सूत्रों ने बताया कि रविवार शाम को संदिग्ध आतंकवादियों ने निर्माण कंपनी द्वारा स्थापित शिविर पर गोलीबारी की, जो श्रीनगर-सोनमर्ग रोड पर गगनगीर के पास जेड-मोड़ सुरंग का निर्माण कर रही है। सूत्रों ने बताया कि जब हमला हुआ, तब ये लोग खाना खा रहे थे।
जम्मू-कश्मीर सरकार के एक अधिकारी के अनुसार, घायल श्रमिकों ने उन्हें बताया कि दो लोग आए, बिजली काट दी और शिविर पर गोलीबारी शुरू कर दी।
कर्मचारी बिहार, मध्य प्रदेश और जम्मू के हैं, जिनमें एक सेफ्टी मैनेजर और एक मैकेनिकल मैनेजर शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार, डॉक्टर मध्य कश्मीर के बडगाम के रहने वाले थे।
घायल हुए पांच कर्मचारियों में से दो कश्मीर, दो जम्मू और एक बिहार के हैं। उन्हें बेहतर इलाज के लिए श्रीनगर के एसकेआईएमएस में भर्ती कराया गया है।
पुलिस महानिदेशक नलिन प्रभात और कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विरधी कुमार बिरदी समेत वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सोनमर्ग पहुंच गए हैं, जबकि श्रीनगर में शीर्ष सिविल अधिकारी शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एसकेआईएमएस) पहुंच गए हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और कई अन्य राजनीतिक नेताओं ने हमले की निंदा की।
मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा, “सोनमर्ग इलाके के गगनगीर में बाहरी मजदूरों पर एक भयानक और कायराना हमले की बहुत दुखद खबर है। ये लोग इलाके में एक प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजना पर काम कर रहे थे।”
जेड-मोड़ सुरंग श्रीनगर और सोनमर्ग के बीच सड़क पर बनाई जा रही है, जो गगनगीर के पास हिमस्खलन वाले क्षेत्र को बायपास करेगी। इसका उद्देश्य श्रीनगर और सोनमर्ग के बीच पूरे साल संपर्क बनाए रखना है।
सुरक्षा बलों ने रविवार को गंदेरबल जिले के गगनगीर में हुए आतंकवादी हमले के घटना स्थल की घेराबंदी की। (पीटीआई)
श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर सोनमर्ग हेल्थ रिसॉर्ट के पास मजदूरों के कैंप पर हुए आतंकी हमले में कश्मीर के एक डॉक्टर समेत इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी के सात कर्मचारी मारे गए। हमले में पांच कर्मचारी घायल भी हुए।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस सूत्रों ने बताया कि रविवार शाम को संदिग्ध आतंकवादियों ने निर्माण कंपनी द्वारा स्थापित शिविर पर गोलीबारी की, जो श्रीनगर-सोनमर्ग रोड पर गगनगीर के पास जेड-मोड़ सुरंग का निर्माण कर रही है। सूत्रों ने बताया कि जब हमला हुआ, तब ये लोग खाना खा रहे थे।
जम्मू-कश्मीर सरकार के एक अधिकारी के अनुसार, घायल श्रमिकों ने उन्हें बताया कि दो लोग आए, बिजली काट दी और शिविर पर गोलीबारी शुरू कर दी।
कर्मचारी बिहार, मध्य प्रदेश और जम्मू के हैं, जिनमें एक सेफ्टी मैनेजर और एक मैकेनिकल मैनेजर शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार, डॉक्टर मध्य कश्मीर के बडगाम के रहने वाले थे।
घायल हुए पांच कर्मचारियों में से दो कश्मीर, दो जम्मू और एक बिहार के हैं। उन्हें बेहतर इलाज के लिए श्रीनगर के एसकेआईएमएस में भर्ती कराया गया है।
पुलिस महानिदेशक नलिन प्रभात और कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विरधी कुमार बिरदी समेत वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सोनमर्ग पहुंच गए हैं, जबकि श्रीनगर में शीर्ष सिविल अधिकारी शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एसकेआईएमएस) पहुंच गए हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और कई अन्य राजनीतिक नेताओं ने हमले की निंदा की।
मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा, “सोनमर्ग इलाके के गगनगीर में बाहरी मजदूरों पर एक भयानक और कायराना हमले की बहुत दुखद खबर है। ये लोग इलाके में एक प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजना पर काम कर रहे थे।”
जेड-मोड़ सुरंग श्रीनगर और सोनमर्ग के बीच सड़क पर बनाई जा रही है, जो गगनगीर के पास हिमस्खलन वाले क्षेत्र को बायपास करेगी। इसका उद्देश्य श्रीनगर और सोनमर्ग के बीच पूरे साल संपर्क बनाए रखना है।