विपक्षी नेताओं ने पहलगाम के पास हुए आतंकी हमले की निंदा की और घाटी में सामान्य स्थिति की बहाली के केंद्र सरकार के दावों पर भी सवाल उठाए।

पहलगाम में हुए आतंकी हमले की विपक्षी नेताओं ने निंदा की और इस हमले में जान गंवाने वालों पर शोक व्यक्त किया। वहीं कुछ नेताओं ने घाटी में सामान्य स्थिति की बहाली के केंद्र सरकार के दावों पर भी सवाल उठाए और पर्यटन स्थल में हुए आतंकवादी हमले से खुफिया और सुरक्षा विफलता को भी उजागर किया।
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात की और दोनों ने कहा कि यह राजनीति का समय नहीं है। गांधी ने सरकार से ‘जवाबदेही’ की मांग की और खरगे ने कहा कि हमले के अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए।
श्रीनगर पहुंचने के बाद शाह से बात करने के बाद गांधी ने एक्स पर कहा, ‘पूरा देश आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है। जम्मू-कश्मीर में स्थिति सामान्य होने के खोखले दावे करने के बजाय, सरकार को अब जवाबदेही लेनी चाहिए और ठोस कदम उठाने चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी बर्बर घटनाएं न हों और निर्दोष भारतीयों को इस तरह अपनी जान न गंवानी पड़े।’
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ‘आतंकवाद के इस कायराना कृत्य और इसके लिए जिम्मेदार लोगों की कड़े शब्दों में निंदा करती है। यह हमला हमारे देश की एकता और अखंडता पर सीधा हमला है।’
उन्होंने आगे कहा, ‘यह पक्षपातपूर्ण राजनीति का समय नहीं है। यह सामूहिक संकल्प का समय है, ताकि इस आतंकी हमले के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाकर उन लोगों और उनके शोकाकुल परिवारों को न्याय सुनिश्चित किया जा सके, जिन्होंने अपनी जान गंवाई है।’
खरगे ने कहा, ‘यह भारतीय राज्य पर सीधा हमला है। पूरा देश सदमे में है। एक पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन ने इसकी जिम्मेदारी ली है। हमें इसका मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए। हम सब एक हैं और हम लड़ेंगे।’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए सरकार के साथ समन्वय और सहयोग के लिए प्रतिबद्ध है। हमने लगातार आतंकवाद और अलगाववाद का मुकाबला किया है और हमारे शीर्ष नेतृत्व ने इस लड़ाई में अपने प्राणों की आहुति तक दी है।
वहीं, लखनऊ में समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार की ‘विफलता’ और अपर्याप्त ‘सुरक्षा व्यवस्था’ के लिए आलोचना की।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल के अनुसार, कांग्रेस ने अपनी सर्वोच्च कार्यकारी संस्था कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की आपात बैठक बुलाई है। वेणुगोपाल ने बुधवार सुबह श्रीनगर में हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी।
वहीं इस कायराना हमले को लेकर लेफ्ट पार्टी सीपीआईएम पोलित ब्यूरो ने एक बयान जारी कर कहा, ‘इस भयानक अपराध के अपराधियों को पकड़ा जाना चाहिए और उन्हें दंडित किया जाना चाहिए। पुलिस और सुरक्षा बल केंद्र सरकार के अधीन हैं. केंद्र सरकार को इस कायरतापूर्ण हमले के लिए जिम्मेदार बलों को न्याय के कटघरे में लाने में कोई कसर नहीं छोड़नी चाहिए। इस अपराध के अपराधी राष्ट्र के दुश्मन हैं और कश्मीर के लोगों के तो और भी ज्यादा। केंद्र सरकार की यह जिम्मेदारी है कि वह भीड़भाड़ वाले पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा की कमी सहित हमले के सभी पहलुओं की जांच करे।’
सांसद कपिल सिब्बल ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर के हालिया भाषण का हवाला दिया, जिसमें उन्होंने कश्मीर को ‘शिरा-ए-जिगर’ बताया था।
उन्होंने कहा, ‘स्पष्ट रूप से यह राज्य प्रायोजित है, बस एक सप्ताह पहले ही यह (भाषण) हुआ था… मैं गृह मंत्री से आग्रह करूंगा कि वे पाकिस्तान को आतंकवादी देश घोषित करें। हमें अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय में अभियोग दायर करना चाहिए, अंतरराष्ट्रीय समुदाय से पाकिस्तान का बहिष्कार करने का आग्रह करना चाहिए।’
Related

पहलगाम में हुए आतंकी हमले की विपक्षी नेताओं ने निंदा की और इस हमले में जान गंवाने वालों पर शोक व्यक्त किया। वहीं कुछ नेताओं ने घाटी में सामान्य स्थिति की बहाली के केंद्र सरकार के दावों पर भी सवाल उठाए और पर्यटन स्थल में हुए आतंकवादी हमले से खुफिया और सुरक्षा विफलता को भी उजागर किया।
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात की और दोनों ने कहा कि यह राजनीति का समय नहीं है। गांधी ने सरकार से ‘जवाबदेही’ की मांग की और खरगे ने कहा कि हमले के अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए।
श्रीनगर पहुंचने के बाद शाह से बात करने के बाद गांधी ने एक्स पर कहा, ‘पूरा देश आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है। जम्मू-कश्मीर में स्थिति सामान्य होने के खोखले दावे करने के बजाय, सरकार को अब जवाबदेही लेनी चाहिए और ठोस कदम उठाने चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी बर्बर घटनाएं न हों और निर्दोष भारतीयों को इस तरह अपनी जान न गंवानी पड़े।’
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ‘आतंकवाद के इस कायराना कृत्य और इसके लिए जिम्मेदार लोगों की कड़े शब्दों में निंदा करती है। यह हमला हमारे देश की एकता और अखंडता पर सीधा हमला है।’
उन्होंने आगे कहा, ‘यह पक्षपातपूर्ण राजनीति का समय नहीं है। यह सामूहिक संकल्प का समय है, ताकि इस आतंकी हमले के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाकर उन लोगों और उनके शोकाकुल परिवारों को न्याय सुनिश्चित किया जा सके, जिन्होंने अपनी जान गंवाई है।’
खरगे ने कहा, ‘यह भारतीय राज्य पर सीधा हमला है। पूरा देश सदमे में है। एक पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन ने इसकी जिम्मेदारी ली है। हमें इसका मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए। हम सब एक हैं और हम लड़ेंगे।’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए सरकार के साथ समन्वय और सहयोग के लिए प्रतिबद्ध है। हमने लगातार आतंकवाद और अलगाववाद का मुकाबला किया है और हमारे शीर्ष नेतृत्व ने इस लड़ाई में अपने प्राणों की आहुति तक दी है।
वहीं, लखनऊ में समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार की ‘विफलता’ और अपर्याप्त ‘सुरक्षा व्यवस्था’ के लिए आलोचना की।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल के अनुसार, कांग्रेस ने अपनी सर्वोच्च कार्यकारी संस्था कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की आपात बैठक बुलाई है। वेणुगोपाल ने बुधवार सुबह श्रीनगर में हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी।
वहीं इस कायराना हमले को लेकर लेफ्ट पार्टी सीपीआईएम पोलित ब्यूरो ने एक बयान जारी कर कहा, ‘इस भयानक अपराध के अपराधियों को पकड़ा जाना चाहिए और उन्हें दंडित किया जाना चाहिए। पुलिस और सुरक्षा बल केंद्र सरकार के अधीन हैं. केंद्र सरकार को इस कायरतापूर्ण हमले के लिए जिम्मेदार बलों को न्याय के कटघरे में लाने में कोई कसर नहीं छोड़नी चाहिए। इस अपराध के अपराधी राष्ट्र के दुश्मन हैं और कश्मीर के लोगों के तो और भी ज्यादा। केंद्र सरकार की यह जिम्मेदारी है कि वह भीड़भाड़ वाले पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा की कमी सहित हमले के सभी पहलुओं की जांच करे।’
सांसद कपिल सिब्बल ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर के हालिया भाषण का हवाला दिया, जिसमें उन्होंने कश्मीर को ‘शिरा-ए-जिगर’ बताया था।
उन्होंने कहा, ‘स्पष्ट रूप से यह राज्य प्रायोजित है, बस एक सप्ताह पहले ही यह (भाषण) हुआ था… मैं गृह मंत्री से आग्रह करूंगा कि वे पाकिस्तान को आतंकवादी देश घोषित करें। हमें अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय में अभियोग दायर करना चाहिए, अंतरराष्ट्रीय समुदाय से पाकिस्तान का बहिष्कार करने का आग्रह करना चाहिए।’
Related
कश्मीर और पूरे भारत के मुस्लिमों ने पहलगाम आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है
भारतीय मुसलमानों और अन्य लोगों ने कश्मीर के पहलगाम के नजदीक पर्यटकों पर हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की
देश की कानूनी समुदाय ने सुप्रीम कोर्ट के नेतृत्व में पहलगाम आतंकवादी हमले पर गहरा शोक और रोष व्यक्त किया है