इस घटना के वीडियो में देखा जा सकता है कि जाटव को लाठी-डंडों और पाइपों से बेरहमी से पीटा जा रहा है, जबकि भीड़ तमाशा देख रही है। हमलावरों ने जाटव पर तब भी हमला जारी रखा, जब वह बेहोश हो गया।
मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में मंगलवार को एक गांव के सरपंच और उसके परिवार ने बोरवेल विवाद को लेकर 30 वर्षीय दलित विष्णु जाटव की लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी।
मकतूब मीडिया के अनुसार, सुभाषपुरा पुलिस थाने के अंतर्गत आने वाले इंदरगढ़ गांव के एक खेत में कथित तौर पर जाटव की ऊंची जाति के लोगों के एक समूह ने पिटाई की।
इस घटना के वीडियो में देखा जा सकता है कि जाटव को लाठी-डंडों और पाइपों से बेरहमी से पीटा जा रहा है, जबकि भीड़ तमाशा देख रही है। हमलावरों ने जाटव पर तब भी हमला जारी रखा, जब वह बेहोश हो गया।
बाद में जाटव को कुछ युवकों द्वारा पास के अस्पताल ले जाया गया, लेकिन मंगलवार देर रात उसकी मौत हो गई।
सुभाषपुरा थाने के प्रभारी कृपाल सिंह राठौर ने कहा कि यह घटना जमीन विवाद से जुड़ी है। कथित तौर पर यह हमला "गांव के सरपंच और उनके परिवार द्वारा किया गया, जो एक रास्ते और बोरवेल को लेकर लंबे समय से चले आ रहे विवाद से पैदा हुआ था।"
कथित तौर पर यह विवाद कई साल पहले शुरू हुआ था जब सरपंच और जाटव के सभी चाचा ने मिलकर एक बोरवेल कराया था। जहां जाटव परिवार ने इसका इस्तेमाल अपनी जमीन की सिंचाई के लिए किया, वहीं धाकड़ परिवार ने कथित तौर पर जाटवों की जमीन से होकर अपने होटल में पानी ले जाने के लिए एक अनधिकृत तरीके से रास्ता बनाया।
पुलिस के अनुसार, सरपंच पदम धाकड़, उनके भाई मोहर पाल धाकड़, बेटे अंकेश धाकड़ और परिवार के अन्य सदस्यों ने कथित तौर पर जाटव को घेर लिया और उसके साथ क्रूरता से मारपीट शुरू कर दी।
पुलिस ने पुष्टि की है कि हत्या के आरोप में सरपंच समेत आठ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
प्रत्यक्षदर्शियों का आरोप है कि हमलावर तब तक नहीं रुके जब तक जाटव ने दम नहीं तोड़ दिया, जबकि उन्होंने हमलावरों को रोकने की कोशिश की।
बुधवार को प्रत्यक्षदर्शी द्वारा रिकॉर्ड किए गए क्रूर हमले का वीडियो वायरल हुआ, जिससे राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर नारजगी और चिंताएं बढ़ गईं।
मध्य प्रदेश कांग्रेस ने आरोप लगाया, “जब राज्य के गृह मंत्री घूमने में व्यस्त हों और अपराधियों में कानून का डर खत्म हो जाए और गुंडागर्दी हावी हो जाए, तो ऐसी घटनाएं आम हो जाती हैं।”
पोस्ट में लिखा है, “भाजपा ने राज्य में जंगलराज को चरम पर पहुंचा दिया है और आम आदमी बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है!”
कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने एक्स पर लिखा, “एक तरफ पूरा देश संविधान दिवस मना रहा है, लोग बाबा साहब अंबेडकर के विचारों की बात कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ भाजपा राज में एक दलित भाई को लाठियों से पीट-पीटकर मार डाला गया। आज भाजपा राज दलितों पर शोषण और अत्याचार का पर्याय बन गया है। राज्य के गृह मंत्री विदेश में छुट्टियां मना रहे हैं और उनके संरक्षण में माफिया फल-फूल रहे हैं।”
मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में मंगलवार को एक गांव के सरपंच और उसके परिवार ने बोरवेल विवाद को लेकर 30 वर्षीय दलित विष्णु जाटव की लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी।
मकतूब मीडिया के अनुसार, सुभाषपुरा पुलिस थाने के अंतर्गत आने वाले इंदरगढ़ गांव के एक खेत में कथित तौर पर जाटव की ऊंची जाति के लोगों के एक समूह ने पिटाई की।
इस घटना के वीडियो में देखा जा सकता है कि जाटव को लाठी-डंडों और पाइपों से बेरहमी से पीटा जा रहा है, जबकि भीड़ तमाशा देख रही है। हमलावरों ने जाटव पर तब भी हमला जारी रखा, जब वह बेहोश हो गया।
बाद में जाटव को कुछ युवकों द्वारा पास के अस्पताल ले जाया गया, लेकिन मंगलवार देर रात उसकी मौत हो गई।
सुभाषपुरा थाने के प्रभारी कृपाल सिंह राठौर ने कहा कि यह घटना जमीन विवाद से जुड़ी है। कथित तौर पर यह हमला "गांव के सरपंच और उनके परिवार द्वारा किया गया, जो एक रास्ते और बोरवेल को लेकर लंबे समय से चले आ रहे विवाद से पैदा हुआ था।"
कथित तौर पर यह विवाद कई साल पहले शुरू हुआ था जब सरपंच और जाटव के सभी चाचा ने मिलकर एक बोरवेल कराया था। जहां जाटव परिवार ने इसका इस्तेमाल अपनी जमीन की सिंचाई के लिए किया, वहीं धाकड़ परिवार ने कथित तौर पर जाटवों की जमीन से होकर अपने होटल में पानी ले जाने के लिए एक अनधिकृत तरीके से रास्ता बनाया।
पुलिस के अनुसार, सरपंच पदम धाकड़, उनके भाई मोहर पाल धाकड़, बेटे अंकेश धाकड़ और परिवार के अन्य सदस्यों ने कथित तौर पर जाटव को घेर लिया और उसके साथ क्रूरता से मारपीट शुरू कर दी।
पुलिस ने पुष्टि की है कि हत्या के आरोप में सरपंच समेत आठ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
प्रत्यक्षदर्शियों का आरोप है कि हमलावर तब तक नहीं रुके जब तक जाटव ने दम नहीं तोड़ दिया, जबकि उन्होंने हमलावरों को रोकने की कोशिश की।
बुधवार को प्रत्यक्षदर्शी द्वारा रिकॉर्ड किए गए क्रूर हमले का वीडियो वायरल हुआ, जिससे राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर नारजगी और चिंताएं बढ़ गईं।
मध्य प्रदेश कांग्रेस ने आरोप लगाया, “जब राज्य के गृह मंत्री घूमने में व्यस्त हों और अपराधियों में कानून का डर खत्म हो जाए और गुंडागर्दी हावी हो जाए, तो ऐसी घटनाएं आम हो जाती हैं।”
पोस्ट में लिखा है, “भाजपा ने राज्य में जंगलराज को चरम पर पहुंचा दिया है और आम आदमी बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है!”
कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने एक्स पर लिखा, “एक तरफ पूरा देश संविधान दिवस मना रहा है, लोग बाबा साहब अंबेडकर के विचारों की बात कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ भाजपा राज में एक दलित भाई को लाठियों से पीट-पीटकर मार डाला गया। आज भाजपा राज दलितों पर शोषण और अत्याचार का पर्याय बन गया है। राज्य के गृह मंत्री विदेश में छुट्टियां मना रहे हैं और उनके संरक्षण में माफिया फल-फूल रहे हैं।”