नई दिल्ली। असम विधानसभा चुनाव के पहले चरण में अपनी किस्मत आजमाने उतरे उम्मीदवारों में से करीब छह फीसदी ऐसे उम्मीदवार हैं जिनके खिलाफ कई संगीन मामले दर्ज हैं। ये कहना है एसोसिएशन पर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) का।
चार अप्रैल को होनेवाले असम में पहले चरण के चुनाव के लिए उतरनेवाले 539 प्रत्याशियों के हलफनामे को देखने के बाद एडीआर ने आंकड़ा लोगों के सामने रखा है। कुल 539 उम्मीदवारों में से 30 उम्मीदवार यानि छह फीसदी प्रत्याशियों ने अपने खिलाफ अपराधिक मामलों का अपने हलफनामें में जिक्र किया है।
जिन 30 उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ अपराधिक मामलों का जिक्र किया है उनमें से 25 उम्मीदवारों के खिलाफ हत्या, हत्या की कोशिश, अपहरण और महिलाओं के साथ क्राइम जैसे बेहद संगीन मामले दर्ज है।
जिन दो प्रत्याशियों ने अपने खिलाफ हत्या का का मामला चुनावी हलफनामें में दिया है वो हैं बीजेपी के थोवरा विधानसभा से प्रत्याशी कौशल डोवरी और अमगुरी विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी जनार्दन हजारिका। डोवरी के खिलाफ हत्या की कोशिश का केस भी दर्ज है।
अगर पार्टी के आधार पर देखें तो कांग्रेस के 65 उम्मीदवारों में से 8 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं, यानि 12 फीसदी उम्मीदवार दागी हैं। भारतीय जनता पार्टी के 54 उम्मीदवारों में से 3 उम्मीदवार दागी हैं यानि 6 फीसदी उम्मीदवारों का रिकॉर्ड आपराधिक है। जबकि, ऑल इंडिया यूनाईटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट(एआईयूडीएफ) के 27 में से 3 प्रत्याशी, और निर्दलीय सियासी मैदान में उतरे 280 में से 14 उम्मीदवार ऐसे है जिनके खिलाफ आपराधिक मुकदमें चल रहे हैं।
जबकि, सोनाई विधानसभा क्षेत्र से एक अन्य निर्दलीय प्रत्याशी इबुगोबी सिंघा के खिलाफ महिला की इज्जत पर हाथ डालने की कोशिश का आरोप है। तो वहीं, निर्दलीय उम्मीदवार अब्दुल अहद चौधरी के खिलाफ फिरौती के लिए अपहरण का केस दर्ज है।
उम्मीदवारों की पूरी डिटेल यहां देख सकते हैं:
चार अप्रैल को होनेवाले असम में पहले चरण के चुनाव के लिए उतरनेवाले 539 प्रत्याशियों के हलफनामे को देखने के बाद एडीआर ने आंकड़ा लोगों के सामने रखा है। कुल 539 उम्मीदवारों में से 30 उम्मीदवार यानि छह फीसदी प्रत्याशियों ने अपने खिलाफ अपराधिक मामलों का अपने हलफनामें में जिक्र किया है।
जिन 30 उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ अपराधिक मामलों का जिक्र किया है उनमें से 25 उम्मीदवारों के खिलाफ हत्या, हत्या की कोशिश, अपहरण और महिलाओं के साथ क्राइम जैसे बेहद संगीन मामले दर्ज है।
जिन दो प्रत्याशियों ने अपने खिलाफ हत्या का का मामला चुनावी हलफनामें में दिया है वो हैं बीजेपी के थोवरा विधानसभा से प्रत्याशी कौशल डोवरी और अमगुरी विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी जनार्दन हजारिका। डोवरी के खिलाफ हत्या की कोशिश का केस भी दर्ज है।
अगर पार्टी के आधार पर देखें तो कांग्रेस के 65 उम्मीदवारों में से 8 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं, यानि 12 फीसदी उम्मीदवार दागी हैं। भारतीय जनता पार्टी के 54 उम्मीदवारों में से 3 उम्मीदवार दागी हैं यानि 6 फीसदी उम्मीदवारों का रिकॉर्ड आपराधिक है। जबकि, ऑल इंडिया यूनाईटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट(एआईयूडीएफ) के 27 में से 3 प्रत्याशी, और निर्दलीय सियासी मैदान में उतरे 280 में से 14 उम्मीदवार ऐसे है जिनके खिलाफ आपराधिक मुकदमें चल रहे हैं।
जबकि, सोनाई विधानसभा क्षेत्र से एक अन्य निर्दलीय प्रत्याशी इबुगोबी सिंघा के खिलाफ महिला की इज्जत पर हाथ डालने की कोशिश का आरोप है। तो वहीं, निर्दलीय उम्मीदवार अब्दुल अहद चौधरी के खिलाफ फिरौती के लिए अपहरण का केस दर्ज है।
उम्मीदवारों की पूरी डिटेल यहां देख सकते हैं: