उत्तर प्रदेश : सहारनपुर में दलित मजदूर का शव पेड़ से लटका मिला, परिवार ने हत्या का आरोप लगाया

Written by sabrang india | Published on: May 2, 2025
35 वर्षीय राजेश का शव खेतों में मृत पाया गया, जहां वे काम करते थे। परिवार द्वारा आत्महत्या की बात को खारिज करने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की। राजेश तीन बच्चों का पिता थे।



न्यूज एजेंसी पीटीआई के हवाले से द टेलीग्राफ में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने गुरुवार को बताया कि 35 वर्षीय दलित मजदूर का शव यहां एक खेत में पेड़ से लटका मिला, साथ ही उसके परिवार ने आरोप लगाया है कि उसकी हत्या की गई है।

पीटीआई से बात करते हुए, पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सागर जैन ने कहा कि मृतक की पहचान जरौदा जाट गांव के निवासी राजेश के रूप में हुई है, जो एक स्थानीय किसान के यहां दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करता था।

जैन ने कहा, "प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, राजेश सुबह करीब 2 बजे खेतों में ट्यूबवेल चलाने के लिए गया था, जहां वह काम कर रहा था।"

जैन ने कहा, "बाद में सुबह, अपने खेतों की ओर जा रहे ग्रामीणों ने उसका शव पेड़ से लटका हुआ देखा और तुरंत पुलिस को जानकारी दी।"

उन्होंने कहा कि कॉल मिलने के तुरंत बाद पुलिस की टीमें, फोरेंसिक यूनिट और मृतक के परिवार के साथ मौके पर पहुंच गईं। उन्होंने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है ताकि मौत का सही कारण पता चल सके।

जैन ने बताया, "परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया है कि राजेश की हत्या की गई है और आत्महत्या बताने के लिए उसके शव को फंदे से लटका दिया गया है।" उन्होंने कहा कि, "मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है।" पुलिस के अनुसार राजेश के परिवार में पत्नी, दो बेटे और एक बेटी हैं।

ज्ञात हो कि दलितों के साथ उत्पीड़न के मामले लगातार सामने आते हैं। हाल ही में राजस्थान में दलित नेता के मंदिर में प्रवेश करने पर मंदिर का शुद्धिकरण किया गया। भाजपा ने पार्टी के पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा को पार्टी से निष्कासित कर दिया। उन्हें दलित व्यक्ति और राजस्थान विधानसभा में विपक्ष के नेता टीका राम जूली के दौरे के बाद अलवर के एक मंदिर का 'शुद्धिकरण' करने पर ‘अनुशासनहीनता’ का दोषी पाया गया।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, पार्टी ने एक बयान में कहा, “भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौर ने पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा के खिलाफ अनुशासनहीनता साबित होने के बाद उनकी प्राथमिक सदस्यता समाप्त करने का आदेश दिया है।”

बयान में आगे कहा गया, “भाजपा की राज्य अनुशासन समिति ने इस मामले की विस्तृत जांच की और अपनी रिपोर्ट राठौर को सौंप दी।”

7 अप्रैल को रामगढ़ के पूर्व विधायक आहूजा ने जूली के दौरे के बाद अलवर के एक राम मंदिर का "शुद्धिकरण" किया था। आहूजा ने जूली को “हिंदुत्व विरोधी” और “सनातन विरोधी” बताया था।

पूर्व विधायक ने “जय सिया राम” का नारा लगाते हुए मंदिर के अंदर गंगाजल छिड़का। बाद में उन्होंने कहा, “यह भगवान श्रीराम का मंदिर है, जिनके चरणों में मैंने गंगाजल छिड़का है। गंगाजल क्यों? क्योंकि कुछ अशुद्ध लोग आए थे।”

इस घटना को लेकर काफी हंगामा हुआ था। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी नेता राहुल गांधी ने भी इसकी कड़ी आलोचना की थी। हालांकि, आहूजा ने अपना बचाव करते हुए कहा था कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया और उनका कृत्य कांग्रेस पार्टी के खिलाफ था।

वहीं उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में एक दलित छात्र को शिक्षक की बोतल से पानी पीना महंगा पड़ गया। शिक्षक ने गुस्से में छात्र को बुरी तरह पीट दिया। पिटाई से उसके हाथ की उंगलियां टूट गईं।

द मूकनायक की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने शिकायत मिलने पर आरोपी शिक्षक के खिलाफ मामला दर्ज किया। आरोप था कि टीचर ने दलित छात्र को स्कूल में कमरे में बंदकर पीटा। उसे जातिसूचक गालियां दी गईं। पीड़ित छात्र के परिजनों के मुताबिक, टीचर की पिटाई से उसके हाथ की दो उंगलियां टूटी पाई गई।

आरोपी टीचर के खिलाफ कार्रवाई के लिए पीड़ित छात्र के परिजन एसपी के पास पहुंचे और उन्हें घटना के संबंध में जानकारी दी। एसपी के निर्देश पर पुलिस ने आरोपी टीचर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। ये मामला मैनपुरी जिले के किशनी थाना क्षेत्र अंतर्गत गांव हरीपुर स्थित नरेंद्र प्रताप सिंह मेमोरियल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का था। 

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