ओडिशा: गोमांस पकाने के आरोप में इंजीनियरिंग कॉलेज के हॉस्टल से छात्रों को निष्कासित किया गया

Written by sabrang india | Published on: September 16, 2024
ओडिशा के बरहामपुर स्थित सरकारी पराला महाराजा इंजीनियरिंग कॉलेज के सात छात्रों को गोमांस पकाने के आरोप में छात्रावास से निष्कासित कर दिया गया। इस घटना के बाद कॉलेज के पास पुलिसकर्मियों की एक टुकड़ी तैनात कर दी गई है।


पारला महाराजा इंजीनियरिंग कॉलेज। फोटो साभार: pmec.ac.in

ओडिशा के एक इंजीनियरिंग कॉलेज के सात छात्रों को कथित तौर पर गोमांस पकाने के आरोप में छात्रावास से निकाल दिया गया है। इसके अतिरिक्त, एक छात्र पर दो हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है।

सूत्रों के हवाले से इंडियन एक्सप्रेस ने लिखा कि ओडिशा के बरहामपुर स्थित सरकारी पराला महाराजा इंजीनियरिंग कॉलेज के सात छात्रों को गोमांस पकाने के आरोप में छात्रावास से निष्कासित कर दिया गया। इस घटना के बाद कॉलेज के पास पुलिसकर्मियों की एक टुकड़ी तैनात कर दी गई है।

कॉलेज के डीन ऑफ स्टूडेंट वेलफेयर ने गुरुवार को एक अधिसूचना जारी की, जिसमें कहा गया कि छात्रावास के छात्रों को "प्रतिबंधित गतिविधियों" में शामिल होने के कारण निष्कासित किया गया है, जो "हॉल ऑफ रेजिडेंस के नियमों और आचार संहिता" का उल्लंघन करते हैं। हालांकि, इन "प्रतिबंधित गतिविधियों" के बारे में कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई। रिपोर्ट के अनुसार, एक निष्कासित छात्र पर 2,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है।

सूत्रों के अनुसार, निष्कासित छात्र बुधवार रात छात्रावास परिसर में कथित तौर पर गोमांस पकाने में शामिल थे। इसके बाद, छात्रावास के एक अन्य समूह ने इस घटना की शिकायत डीन से की। शिकायत में कहा गया कि, "एक विविध समुदाय के रूप में हम सभी छात्रों के मूल्यों और आस्था का सम्मान करने के महत्व को समझते हैं। इस घटना (कथित गोमांस पकाने) ने अशांति और परेशानी पैदा की है, जिससे तनावपूर्ण माहौल बन गया है। मैं इस घटना में शामिल छात्रों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का अनुरोध करता हूं।"

बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने भी कॉलेज का दौरा किया, प्रिंसिपल से मुलाकात की और छात्रों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया, "कॉलेज के छात्रों के एक वर्ग ने घटना के बारे में संस्थान के प्रिंसिपल का ध्यान दिलाया। जांच के बाद छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की गई।"

घटना के बाद से, निष्कासित किए गए सात छात्र कैंपस छोड़कर चले गए हैं।

अन्य घटना: उत्तर प्रदेश में बिरयानी के कारण निष्कासन

हाल ही में उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में क्लास 3 के एक छात्र को अपने टिफिन में बिरयानी लाने के कारण स्कूल से निकालने का मामला सामने आया था। हालांकि, आरोप की जांच करने वाली तीन सदस्यीय समिति ने प्रिंसिपल को क्लीन चिट दे दी है। समिति ने पुष्टि करने वाले साक्ष्यों के अभाव में उन आरोपों को भी खारिज कर दिया कि प्रिंसिपल ने छात्र की पिटाई की थी और 5 सितंबर को उसे निष्कासित करने से पहले तीन घंटे तक एक कमरे में बंद रखा था।

यह विवाद तब बढ़ा जब प्रिंसिपल और छात्र की मां के बीच बातचीत का एक कथित वीडियो वायरल हुआ। इसके बाद, जिले में मुस्लिम समुदाय के सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन किया। मां ने आरोप लगाया कि प्रिंसिपल ने उसके बेटे को पीटा, उसे तीन घंटे तक एकांत कमरे में बंद रखा और उसे 'आतंकवादी' कहा था।

हंगामे के बाद, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज अमरोहा की प्रिंसिपल स्नेहलता कुमारी, राजकीय इंटर कॉलेज अमरोहा के प्रिंसिपल ललित कुमार और राजकीय हाईस्कूल बछरांव के प्रिंसिपल धर्म सिंह की तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया था। समिति ने अपनी रिपोर्ट जिला मजिस्ट्रेट राजेश त्यागी को सौंप दी थी।

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