उत्तर प्रदेश चुनाव संपन्न होते ही ईवीएम संदिग्धता के घेरे में आ गई है। ईवीएम के जरिए चुनावों में गड़बड़ी करने के शक की सूई सत्ताधारी पार्टी भाजपा की तरफ ही घूम रही है। मंगलवार रात को कई जगह से ईवीएम बदलने की खबरें आऩे के बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव की प्रेस कान्फ्रेंस हुई जिसके बाद सपा कार्यकर्ता मतगणना स्थलों पर पहुंच गए हैं। इस बीच खबर आई कि आजमगढ़ की सभी 10 विधानसभा के 2725 बूथों पर वेबकास्टिंग के लिए वेबकैम लगाने वाली कंपनी की महिला कर्मी का शव होटल से पाया गया है।
ईवीएम पर उठते सवालों के बीच वेबकैम लगाने वाली कर्मी की संदिग्ध मौत ने सत्ताधारी पार्टी पर सवाल और पुख्ता कर दिए हैं। हालांकि, पुलिस व फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंचीं और जांच में जुट गई हैं। मृतका के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। घटना के कारणों की पड़ताल की जा रही है।
सपा ने पुलिस प्रशासन से मामले की जांच कर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। निर्वाचन आयोग के निर्देश पर आजमगढ़ की सभी 10 विधानसभा के 2725 बूथों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई थी। यह काम वेबकैम लगाने वाली एक कंपनी को मिला था।
2725 बूथों पर लगे वेबकैम के मुख्य पावर इंचार्ज की कमान हापुड़ की रहने वाली सरिता चौधरी देख रही थीं। वह रोडवेज क्षेत्र स्थित एक होटल में ठहरी थीं। सोमवार को सरिता चौधरी अपने कमरे में मृत हाल में पाई गईं। इसकी जानकारी होते ही होटल प्रशासन के साथ ही पुलिस व प्रशासनिक अमले में भी हड़कंप मच गया।
विधानसभा चुनाव के दौरान पोलिंग बूथों पर वेबकैम लगाने वाली कंपनी की महिलाकर्मी की लाश सोमवार को आजमगढ़ रोडवेज क्षेत्र स्थित होटल के कमरे में पड़ी मिली। इसकी जानकारी होते ही हड़कंप मचा गया। सूचना पर पहुंची शहर कोतवाली पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
वहीं समाजवादी पार्टी ने ट्वीट कर कहा कि आजमगढ़ में विधानसभा चुनाव के दौरान पोलिंग बूथों पर वेबकेम लगाने वाली कंपनी की महिला अधिकारी का शव एक होटल के कमरे में लटका मिलना अत्यंत दुखद है। यह पूरा घटनाक्रम एक बड़ी साजिश की ओर इशारा हो सकता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के प्राप्त जानकारी के मुताबिक, हापुड़ जनपद निवासी 35 वर्षीया सरिता चौधरी तलाकशुदा थीं। उसके जीजा व बहन ने विधान सभा चुनाव में बूथ की वेबकास्टिंग व कैमरा लगाने का काम लिया है। सरिता चौधरी भी बहन व जीजा के साथ काम कर रही थी। बहन व जीजा के साथ सभी शहर के रोडवेज के पास एक होटल में रहते हैं। बहन व जीजा सोमवार को चुनाव के दौरान बाहर थे। शाम सात बजे होटल के कमरे पर पहुंचे तो सरिता का शव उसके कमरे में लटक रहा था।
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सपा ने पुलिस प्रशासन से मामले की जांच कर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। निर्वाचन आयोग के निर्देश पर आजमगढ़ की सभी 10 विधानसभा के 2725 बूथों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई थी। यह काम वेबकैम लगाने वाली एक कंपनी को मिला था।
2725 बूथों पर लगे वेबकैम के मुख्य पावर इंचार्ज की कमान हापुड़ की रहने वाली सरिता चौधरी देख रही थीं। वह रोडवेज क्षेत्र स्थित एक होटल में ठहरी थीं। सोमवार को सरिता चौधरी अपने कमरे में मृत हाल में पाई गईं। इसकी जानकारी होते ही होटल प्रशासन के साथ ही पुलिस व प्रशासनिक अमले में भी हड़कंप मच गया।
विधानसभा चुनाव के दौरान पोलिंग बूथों पर वेबकैम लगाने वाली कंपनी की महिलाकर्मी की लाश सोमवार को आजमगढ़ रोडवेज क्षेत्र स्थित होटल के कमरे में पड़ी मिली। इसकी जानकारी होते ही हड़कंप मचा गया। सूचना पर पहुंची शहर कोतवाली पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
वहीं समाजवादी पार्टी ने ट्वीट कर कहा कि आजमगढ़ में विधानसभा चुनाव के दौरान पोलिंग बूथों पर वेबकेम लगाने वाली कंपनी की महिला अधिकारी का शव एक होटल के कमरे में लटका मिलना अत्यंत दुखद है। यह पूरा घटनाक्रम एक बड़ी साजिश की ओर इशारा हो सकता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के प्राप्त जानकारी के मुताबिक, हापुड़ जनपद निवासी 35 वर्षीया सरिता चौधरी तलाकशुदा थीं। उसके जीजा व बहन ने विधान सभा चुनाव में बूथ की वेबकास्टिंग व कैमरा लगाने का काम लिया है। सरिता चौधरी भी बहन व जीजा के साथ काम कर रही थी। बहन व जीजा के साथ सभी शहर के रोडवेज के पास एक होटल में रहते हैं। बहन व जीजा सोमवार को चुनाव के दौरान बाहर थे। शाम सात बजे होटल के कमरे पर पहुंचे तो सरिता का शव उसके कमरे में लटक रहा था।
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