वाराणसी में EVM मिलने पर रात भर हंगामा, आजमगढ़ में वेवकैम लगाने वाली कर्मी का शव मिला

Written by Sabrangindia Staff | Published on: March 9, 2022
यूपी, उत्तराखंड, पंजाब सहित पांच राज्यों के चुनाव संपन्न होते ही हंगामा शुरू हो गया है। उत्तर प्रदेश जिसे केंद्र की सत्ता का गलियारा कहा जाता है, वहां से ईवीएम बदले जाने व चोरी करने की शिकायतें आ रही हैं। मंगलवार रात यूपी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में सारी रात हंगामा हुआ। यह हंगामा इसलिए था क्योंकि समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने एक पिकअप वाहन में करीब 20 ईवीएम देर रात पकड़ ली थीं। 



मंगलवार रात सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रेस कांन्फ्रेंस कर विभिन्न स्थानों पर ईवीएम पाए जाने को लेकर केंद्र और राज्य की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी और चुनाव आयोग पर सवाल उठाए। अखिलेश यादव ने वाराणसी में वाहन में ईवीएम पाए जाने को लेकर वहां के डीएम को भी निशाने पर लिया है। बनारस के पहाड़िया मंडी में कई ईवीएम पकड़ी गई हैं। समाजवादी पार्टी के लोगों ने ईवीएम से लदी गाड़ी को पकड़ लिया जिसके बाद सपा अध्यक्ष ने प्रेस कांन्फ्रेंस कर अपने कार्यकर्ताओं से सजग रहने की अपील की। 

सपा कार्यकर्ताओं ने घेरे स्ट्रांन्ग रूम
अखिलेश यादव की अपील के बाद राज्य भर के तमाम स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर सपा कार्यकर्ता एकत्रित हो गए। वाराणसी के मतगणना केंद्रों के बाहर सपा कार्यकर्ताओं का हुजूम नजर आया। सपा कार्यकर्ताओं ने ईवीएम में हेराफेरी का आरोप लगाते हुए  जमकर हंगामा किया। कार्यकर्ता मंडी के मेन गेट समेत परिसर में जगह जगह धरने पर बैठ गए। वहीं हंगामे के कारण पांडेपुर-पहड़िया रोड पर जाम लग गया। जिला निर्वाचन अधिकारी कौशलराज शर्मा और पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने सभी प्रत्याशियों के साथ बातचीत की, लेकिन सपाई धरने पर अडिग रहे।



ईवीएम को लेकर सपाई के हंगामे को लेकर भाजपा कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस अधिकारी का कहना है कि दो बार बैरिकेडिंग तोड़ ईवीएम वाले स्ट्रांग रूम में घुसने की कोशिशों में सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों की धक्कामुक्की भी हुई। वहीं धरने पर बैठे लोगों ने आरोप लगाया कि सत्ता पक्ष के इशारे पर प्रशासन सपा प्रत्याशियों को हराने के लिए ईवीएम में गड़बड़ी कर रहा है। जिला निर्वाचन अधिकारी ने सभी प्रत्याशियों के सामने स्ट्रांगरूम में रखी ईवीएम के मिलान की घोषणा की, लेकिन मंगलवार की देर रात तक कोई प्रत्याशी मिलान कराने के लिए नहीं पहुंचा।

कमिश्नर ने बताई ईवीएम मूवमेंट प्रोटोकॉल में चूक 
सपा कार्यकर्ताओं ने डीएम को घेरा लिया। बवाल बढ़ता देख 15 थानों की फोर्स को मौके पर बुलाना पड़ा। इसके बाद अर्द्धसैनिक बल की टीम पहुंची और डीएम को कैंपस के अंदर सुरक्षित स्थान पर ले गई। देर रात कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने कहा- ईवीएम मूवमेंट प्रोटोकॉल में चूक हुई है। जिसकी रिपोर्ट आयोग को भेजी गई है। वहीं डीएम-कमिश्नर को मतगणना प्रकिया से बाहर करने की ऑब्जर्वर से मांग की गई है।



EVM स्ट्रॉग रूम के अंदर सील बंद हैं और सुरक्षित : मुख्य निर्वाचन अधिकारी
उधर, उत्तर प्रदेश मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि वाराणसी में 8 मार्च को कुछ EVM गाड़ी में ले जायी जा रही थीं, जिन पर वहां उपस्थित राजनीतिक प्रतिनिधियों द्वारा आपत्ति की गई। जांच में यह पाया गया है कि ये EVM प्रशिक्षण के लिए चिन्हित थीं। कुछ राजनीतिक लोगों ने चुनाव में इस्तेमाल की गई EVM कह कर अफवाह फैलाया। मतदान के दौरान उपयोग में लाई गई सभी EVM स्ट्रॉग रूम के अंदर सील बंद हैं और सुरक्षित हैं।

वाराणसी में कूड़े की गाड़ी में मिलीं ईवीएम
वाराणसी के अलावा, बरेली में भी कूड़े की गाड़ी में बैलेट बॉक्स से भरे हुए तीन बॉक्स मिलने पर देर रात तक हंगामा हुआ। सोनभद्र में भी बैलेट पेपर बदलने का सपा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाते हुए हंगामा किया। जालौन में ईवीएम सेंटर परिसर में जा रही एक गाड़ी में प्लास, छैनी और हथौड़ा मिलने पर विरोध प्रदर्शन हुआ। सुल्तानपुर में भी डीसीएम में बक्से मिलने पर सपा कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया।

पोलिंग बूथों पर वेबकैम लगाने वाली कंपनी की महिला कर्मी का शव मिला
आजमगढ़ जिले में विधानसभा चुनाव के दौरान पोलिंग बूथों पर वेबकेम लगाने वाली कंपनी की महिला अधिकारी का शव एक होटल के कमरे में लटका मिला। इसकी जानकारी होते ही हड़कंप मचा गया। सूचना पर पहुंची शहर कोतवाली पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।



वहीं समाजवादी पार्टी ने ट्वीट कर कहा कि आजमगढ़ में विधानसभा चुनाव के दौरान पोलिंग बूथों पर वेबकेम लगाने वाली कंपनी की महिला अधिकारी का शव एक होटल के कमरे में लटका मिलना अत्यंत दुखद है। यह पूरा घटनाक्रम एक बड़ी साजिश की ओर इशारा हो सकता है। सपा ने पुलिस प्रशासनसे मामले की जांच कर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। निर्वाचन आयोग के निर्देश पर आजमगढ़ की सभी दसों विधानसभा के 2725 बूथों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई थी। यह काम वेबकैम लगाने वाली एक कंपनी को मिला था। 2725 बूथों पर लगे वेबकैम के मुख्य पावर इंचार्ज की कमान हापुड़ की रहने वाली सरिता चौधरी देख रही थीं। वह रोडवेज क्षेत्र स्थित एक होटल में ठहरी थीं। सोमवार को सरिता चौधरी अपने कमरे में मृत हाल में पाई गईं। इसकी जानकारी होते ही होटल प्रशासन के साथ ही पुलिस व प्रशासनिक अमले में भी हड़कंप मच गया।

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