नई दिल्ली। संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने रविवार ऐलान किया कि आज (5 अप्रैल) देशभर में भारतीय खाद्य निगम (FCI) कार्यालयों के बाहर किसानों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। संयुक्त किसान मोर्चा ने इस विरोध प्रदर्शन को 'FCI बचाओ दिवस' नाम दिया है।

SKM ने कहा है कि 5 अप्रैल को किसान देशभर में FCI कार्यालयों के सामने घेराव करके विरोध प्रदर्शन करेंगे। इस दिन को 'FCI बचाओ दिवस' के रूप में मनाया जाएगा। इस दौरान उपभोक्ता मामलों के मंत्री के नाम एक ज्ञापन पत्र दिया जाएगा।
मालूम हो कि 11 मार्च को FCI ने केंद्र सरकार को एक प्रस्ताव भेजा था, जिसमें गेहूं और धान की खरीद के लिए सख्त गुणवत्ता नियंत्रण की सिफारिश की गई थी। गेहूं के लिए नमी के स्तर में 14% से 12% की कमी का प्रस्ताव किया गया था। इसके अलावा कई और प्रस्ताव सरकार को भेजे गए थे।
इस मसले पर कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने बजट सत्र के दौरान संसद में इन नई सिफारिशों का कड़ा विरोध किया था। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, बाजवा ने कहा था कि खाद्यान्न में विदेशी सामग्री और नमी की उपस्थिति मौसम संबंधी है और किसानों को इसके लिए सजा नहीं दी जा सकती।
वहीं, SKM ने 19 मार्च को पीटीआई को बताया था कि इन नए खरीद मानदंडों को लेकर देशभर की मंडियों में विरोध प्रदर्शन हुए। इसी को लेकर SKM सोमवार को फिर प्रदर्शन कर रहा है।
गौरतलब है कि किसान संगठन तीन कृषि कानूनों को लेकर पहले से ही प्रदर्शन कर रहे हैं। दिल्ली बॉर्डर पर किसान महीनों से अपना विरोध जात रहे हैं। ऐसे में अब एफसीआई के बाहर भी संयुक्त किसान मोर्चा ने प्रदर्शन करने का ऐलान कर दिया है।

SKM ने कहा है कि 5 अप्रैल को किसान देशभर में FCI कार्यालयों के सामने घेराव करके विरोध प्रदर्शन करेंगे। इस दिन को 'FCI बचाओ दिवस' के रूप में मनाया जाएगा। इस दौरान उपभोक्ता मामलों के मंत्री के नाम एक ज्ञापन पत्र दिया जाएगा।
मालूम हो कि 11 मार्च को FCI ने केंद्र सरकार को एक प्रस्ताव भेजा था, जिसमें गेहूं और धान की खरीद के लिए सख्त गुणवत्ता नियंत्रण की सिफारिश की गई थी। गेहूं के लिए नमी के स्तर में 14% से 12% की कमी का प्रस्ताव किया गया था। इसके अलावा कई और प्रस्ताव सरकार को भेजे गए थे।
इस मसले पर कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने बजट सत्र के दौरान संसद में इन नई सिफारिशों का कड़ा विरोध किया था। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, बाजवा ने कहा था कि खाद्यान्न में विदेशी सामग्री और नमी की उपस्थिति मौसम संबंधी है और किसानों को इसके लिए सजा नहीं दी जा सकती।
वहीं, SKM ने 19 मार्च को पीटीआई को बताया था कि इन नए खरीद मानदंडों को लेकर देशभर की मंडियों में विरोध प्रदर्शन हुए। इसी को लेकर SKM सोमवार को फिर प्रदर्शन कर रहा है।
गौरतलब है कि किसान संगठन तीन कृषि कानूनों को लेकर पहले से ही प्रदर्शन कर रहे हैं। दिल्ली बॉर्डर पर किसान महीनों से अपना विरोध जात रहे हैं। ऐसे में अब एफसीआई के बाहर भी संयुक्त किसान मोर्चा ने प्रदर्शन करने का ऐलान कर दिया है।