गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में चोरी का अनोखा कारनामा सामने आया है। यहां सर्राफा व्यापारियों से लूट करने जिन चोरों को नकली पुलिस समझा जा रहा था वे असली पुलिस वाले ही निकले।
सर्राफा व्यापारियों से 35 लाख का सोना, चांदी और नकदी लूटने वाले पुलिस के एक सब-इंस्पेक्टर और दो कांस्टेबल को गिरफ्तार कर लिया गया है। लूट के वक्त ये तीनों पुलिसवाले वर्दी में थे।
घटना 20 जनवरी की है। महराजगंज के दो सर्राफा व्यापारी जेवरात और कैश लेकर बस से गोरखपुर से लखनऊ जा रहे थे। इन्हें रास्ते में पुलिस की वर्दी पहने तीन लोगों ने छानबीन के नाम से बस से उतारा और ऑटो से अगवा कर ले गए। वे सर्राफा व्यापारियों से 35 लाख का सोना, चांदी और कैश लूटकर फरार हो गए।
सर्राफा व्यापारियों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी और बताया कि लुटेरे पुलिस की वर्दी पहनकर आए थे। गोरखपुर पुलिस ने घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज से लुटेरों की तस्वीर निकाली तो पता चला कि वे पुलिस की वर्दी में लुटेरे नहीं बल्कि असली पुलिसवाले थे। इनकी शिनाख्त से पता चला कि ये बस्ती जिले की पुरानी बस्ती थाने में तैनात एसआई धर्मेंद्र यादव, सिपाही महेंद्र यादव और संतोष यादव हैं।
गोरखपुर पुलिस ने तीनों पुलिसवालों को गिरफ्तार कर लिया है। तीनों आरोपियों को सस्पेंड कर दिया गया है और नौकरी से बर्खास्त करने की सिफारिश सरकार को भेजी गई है। इस थाने के 9 और पुलिस वालों को ड्यूटी में लापरवाही के इल्जाम में सस्पेंड कर दिया गया है। गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में तीनों आरोपियों ने कुबूल किया कि वो इससे पहले भी पुलिस की वर्दी में लूटपाट करते रहे हैं। आरोपियों ने बताया कि उन्होंने बीते साल 29 दिसंबर को एक और सर्राफा व्यापारी को लूटा था।
सर्राफा व्यापारियों से 35 लाख का सोना, चांदी और नकदी लूटने वाले पुलिस के एक सब-इंस्पेक्टर और दो कांस्टेबल को गिरफ्तार कर लिया गया है। लूट के वक्त ये तीनों पुलिसवाले वर्दी में थे।
घटना 20 जनवरी की है। महराजगंज के दो सर्राफा व्यापारी जेवरात और कैश लेकर बस से गोरखपुर से लखनऊ जा रहे थे। इन्हें रास्ते में पुलिस की वर्दी पहने तीन लोगों ने छानबीन के नाम से बस से उतारा और ऑटो से अगवा कर ले गए। वे सर्राफा व्यापारियों से 35 लाख का सोना, चांदी और कैश लूटकर फरार हो गए।
सर्राफा व्यापारियों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी और बताया कि लुटेरे पुलिस की वर्दी पहनकर आए थे। गोरखपुर पुलिस ने घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज से लुटेरों की तस्वीर निकाली तो पता चला कि वे पुलिस की वर्दी में लुटेरे नहीं बल्कि असली पुलिसवाले थे। इनकी शिनाख्त से पता चला कि ये बस्ती जिले की पुरानी बस्ती थाने में तैनात एसआई धर्मेंद्र यादव, सिपाही महेंद्र यादव और संतोष यादव हैं।
गोरखपुर पुलिस ने तीनों पुलिसवालों को गिरफ्तार कर लिया है। तीनों आरोपियों को सस्पेंड कर दिया गया है और नौकरी से बर्खास्त करने की सिफारिश सरकार को भेजी गई है। इस थाने के 9 और पुलिस वालों को ड्यूटी में लापरवाही के इल्जाम में सस्पेंड कर दिया गया है। गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में तीनों आरोपियों ने कुबूल किया कि वो इससे पहले भी पुलिस की वर्दी में लूटपाट करते रहे हैं। आरोपियों ने बताया कि उन्होंने बीते साल 29 दिसंबर को एक और सर्राफा व्यापारी को लूटा था।