बुलंदशहर। उत्तर प्रदेश के हाथरस में गैंगरेप पीड़िता से मिलने जा रहे भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद के काफिले को सिकंदराबाद टोल प्लाजा पर ही रोक दिया गया है। इसके बाद चंद्रशेखर ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि वे बस द्वारा अलीगढ़ पहुंचेंगे। चंद्रशेखर आजाद के आगमन को लेकर अलीगढ़ की पुलिस बेहद चौकन्ना है। सीमा पर पुलिस वाहनों की चेकिंग कर रही है। दिल्ली हाइवे के गभाना टोल प्लाजा पर कई थानों की पुलिस तैनात कर दी गई है। चंद्रशेखर को अलीगढ़ आने से रोकने के लिए दिल्ली की तरफ से आने वाले प्रत्येक वाहन को चेक किया जा रहा है।
बता दें कि हाथरस के गांव बूलगढ़ी की इस अनुसूचित जाति की बेटी पर दस दिन पहले उस समय हमला हुआ था, जब वह मां के के साथ खेत पर चारा लेने गई थी। उसकी जीभ भी काट ली गई थी। मेडिकल परीक्षण में पता चला कि युवकों ने गैंगरेप के बाद पीड़िता की रीढ़ की हड्डी को तोड़ डाला था।
पुलिस ने छेड़खानी के आरोप में इस मामले में एफआईआर दर्ज की थी। 21 सितंबर को किशोरी के होश में आने के बाद की गई डॉक्टरी परीक्षण के दौरान मेडिकल रिपोर्ट में गैंगरेप की पुष्टि हुई। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया। पीड़िता ने होश में आने पर यह भी बताया था कि आरोपियों ने उसकी जीभ काट दी थी, जिससे वह लोगों को घटना के बारे में ना बता सके। पुलिस चारों आरोपितों को जेल भी भेज चुकी है।
युवती को उसी दिन गंभीर हालत में जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। युवती मेडिकल आई थी, तब सांस में दिक्कत थी। हालत खराब होने पर वेंटिलेटर पर रखा गया। चिकित्सकों के अनुसार गर्दन में सात डिस्क होती हैं, जो रीड की हड्डी को जोड़ती हैं। युवती की दूसरी और तीसरी डिस्क में परेशानी है। ऐसी स्थिति में ब्रेन तो काम करता है, लेकिन सांस लेने की मांसपेशियां सही से काम नहीं करती हैं। इलाज कर रहे न्यूरो सर्जन डॉ. रमन मोहन शर्मा ने बताया कि गर्दन मरोडऩे से सर्वाइकल इंजरी हुई है। हाथ-पैर काम नहीं कर रहे हैं। हम उसे ठीक करने की पूरी कोशिश में जुटे हैं।
बता दें कि हाथरस के गांव बूलगढ़ी की इस अनुसूचित जाति की बेटी पर दस दिन पहले उस समय हमला हुआ था, जब वह मां के के साथ खेत पर चारा लेने गई थी। उसकी जीभ भी काट ली गई थी। मेडिकल परीक्षण में पता चला कि युवकों ने गैंगरेप के बाद पीड़िता की रीढ़ की हड्डी को तोड़ डाला था।
पुलिस ने छेड़खानी के आरोप में इस मामले में एफआईआर दर्ज की थी। 21 सितंबर को किशोरी के होश में आने के बाद की गई डॉक्टरी परीक्षण के दौरान मेडिकल रिपोर्ट में गैंगरेप की पुष्टि हुई। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया। पीड़िता ने होश में आने पर यह भी बताया था कि आरोपियों ने उसकी जीभ काट दी थी, जिससे वह लोगों को घटना के बारे में ना बता सके। पुलिस चारों आरोपितों को जेल भी भेज चुकी है।
युवती को उसी दिन गंभीर हालत में जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। युवती मेडिकल आई थी, तब सांस में दिक्कत थी। हालत खराब होने पर वेंटिलेटर पर रखा गया। चिकित्सकों के अनुसार गर्दन में सात डिस्क होती हैं, जो रीड की हड्डी को जोड़ती हैं। युवती की दूसरी और तीसरी डिस्क में परेशानी है। ऐसी स्थिति में ब्रेन तो काम करता है, लेकिन सांस लेने की मांसपेशियां सही से काम नहीं करती हैं। इलाज कर रहे न्यूरो सर्जन डॉ. रमन मोहन शर्मा ने बताया कि गर्दन मरोडऩे से सर्वाइकल इंजरी हुई है। हाथ-पैर काम नहीं कर रहे हैं। हम उसे ठीक करने की पूरी कोशिश में जुटे हैं।