लखनऊ। लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण के दौरान उत्तर प्रदेश के चंदौली में वोट न देने के बदले नोट बांटने का मामला सामने आया है। चंदौली लोकसभा के ताराजीवनपुर गांव में दलित बस्ती के लोगों ने बीजेपी कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाया है कि उन्हें वोट ना डालने के लिए पैसे दिए गए और जबरदस्ती उनकी अंगुली पर मतदान के दौरान इस्तेमाल होने वाली स्याही लगायी गयी।
दलितों ने कहा कि उन्हें 500-500 रुपये दिए गए और वोट न देने के लिए कहा गया। दलितों द्वारा बीजेपी कार्यकर्ताओं के इस कृत्य की शिकायत करने पर मामला मीडिया तक पहुंचा। इसके बाद प्रशासन भी हरकर में आ गया है।
चंदौली के एसडीएम ने इस पूरे मांमले में बयान देते हुए कहा कि शिकायतकर्ता थाने में मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि शिकायत के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। एसडीएम ने यह भी कहा कि शिकायतकर्ता वोट डाल सकते हैं। उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ताओं को अपनी शिकायत में यह लिखना होगा कि उनकी उंगलियों पर जबरदस्ती स्याही लगाई गई है।
बता दें कि चनाव के अंतिम चरण में देश के 8 राज्यों की 59 सीटों पर मतदान जारी है। इसमें उत्तर प्रदेश की चंदौली समेत 13 लोकसभा सीटें भी शामिल हैं। चंदौली लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र कुमार पाण्डेय उम्मीदवार हैं। वही समाजवादी पार्टी से संजय सिंह चौहान इस बार गठबंधन के उम्मीदवार हैं। चुनाव के नतीजे 23 मई को घोषित किये जाएंगे।
दलितों ने कहा कि उन्हें 500-500 रुपये दिए गए और वोट न देने के लिए कहा गया। दलितों द्वारा बीजेपी कार्यकर्ताओं के इस कृत्य की शिकायत करने पर मामला मीडिया तक पहुंचा। इसके बाद प्रशासन भी हरकर में आ गया है।
चंदौली के एसडीएम ने इस पूरे मांमले में बयान देते हुए कहा कि शिकायतकर्ता थाने में मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि शिकायत के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। एसडीएम ने यह भी कहा कि शिकायतकर्ता वोट डाल सकते हैं। उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ताओं को अपनी शिकायत में यह लिखना होगा कि उनकी उंगलियों पर जबरदस्ती स्याही लगाई गई है।
बता दें कि चनाव के अंतिम चरण में देश के 8 राज्यों की 59 सीटों पर मतदान जारी है। इसमें उत्तर प्रदेश की चंदौली समेत 13 लोकसभा सीटें भी शामिल हैं। चंदौली लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र कुमार पाण्डेय उम्मीदवार हैं। वही समाजवादी पार्टी से संजय सिंह चौहान इस बार गठबंधन के उम्मीदवार हैं। चुनाव के नतीजे 23 मई को घोषित किये जाएंगे।