नई दिल्ली: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोलते हुए शुक्रवार को कहा कि 'प्रधान सेवक' शब्द सबसे पहले देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने दिया था। मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने पीएम मोदी पर तंज कसे हुए यह भी कहा कि आप नेहरू और इंदिरा गांधी को गाली देते रहे, लेकिन आप अभी भी उनकी कॉपी करते हैं।
राज ठाकरे ने कहा, "आप नेहरू और इंदिरा गांधी को गाली देते रहे, लेकिन आप अभी भी उनकी कॉपी करते हैं। पिछले पांच सालों के दौरान आपने हर मुद्दे पर सिर्फ झूठ बोला है।"
राज ठाकरे ने कहा कि नई दिल्ली के तीन मूर्ति भवन में नेहरू मेमोरियल म्यूजियम में एक पट्टिका लगी हुई है, जिसपर पंडित नेहरू के हवाले से लिखा है। "इस देश की जनता हमें प्रधानमंत्री ना कहे, प्रथम सेवक कहे।" ठाकरे ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच कहा, "लेकिन उन्होंने (मोदी) सिर्फ 'प्रथम सेवक' को बदल कर 'प्रधान सेवक' कर दिया।" ठाकरे यहां कांग्रेस के नेतृत्व वाले 56 दलों के महागठबंधन के लिए एक सभा को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने मोदी के उस आरोप को भी खारिज कर दिया, जिसमें वह बार-बार कहते रहे हैं कि कांग्रेस परिवार से किसी ने भी जेल में जाकर भगत सिंह से मुलाकात नहीं की थी, जब वह स्वतंत्रता संग्राम के दौरान फांसी की सजा का सामना कर रहे थे।
ठाकरे ने मोदी के पूर्व भाषण बजाए और उसके बाद उन्होंने अपने इस तर्क को साबित करने के लिए एक पुराने अखबार की क्लिप पेश की, कि नेहरू ने वास्तव में भगत सिंह से जेल में दो बार मुलाकात की थी।
राज ठाकरे ने कहा, "आप नेहरू और इंदिरा गांधी को गाली देते रहे, लेकिन आप अभी भी उनकी कॉपी करते हैं। पिछले पांच सालों के दौरान आपने हर मुद्दे पर सिर्फ झूठ बोला है।"
राज ठाकरे ने कहा कि नई दिल्ली के तीन मूर्ति भवन में नेहरू मेमोरियल म्यूजियम में एक पट्टिका लगी हुई है, जिसपर पंडित नेहरू के हवाले से लिखा है। "इस देश की जनता हमें प्रधानमंत्री ना कहे, प्रथम सेवक कहे।" ठाकरे ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच कहा, "लेकिन उन्होंने (मोदी) सिर्फ 'प्रथम सेवक' को बदल कर 'प्रधान सेवक' कर दिया।" ठाकरे यहां कांग्रेस के नेतृत्व वाले 56 दलों के महागठबंधन के लिए एक सभा को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने मोदी के उस आरोप को भी खारिज कर दिया, जिसमें वह बार-बार कहते रहे हैं कि कांग्रेस परिवार से किसी ने भी जेल में जाकर भगत सिंह से मुलाकात नहीं की थी, जब वह स्वतंत्रता संग्राम के दौरान फांसी की सजा का सामना कर रहे थे।
ठाकरे ने मोदी के पूर्व भाषण बजाए और उसके बाद उन्होंने अपने इस तर्क को साबित करने के लिए एक पुराने अखबार की क्लिप पेश की, कि नेहरू ने वास्तव में भगत सिंह से जेल में दो बार मुलाकात की थी।