अलीगढ़। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) छात्रसंघ के तत्वावधान में आयोजित राजनीतिक पार्टियों के नेताओं की बैठक के दौरान एएमयू छात्रों के दो गुटों के बीच जमकर संघर्ष हुआ। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, एएमयू छात्रसंघ ने मंगलवार को सोशल साइंस फैकल्टी के कॉन्फ्रेंस हॉल में कई राजनीतिक पार्टियों के नेताओं की बैठक बुलाई थी। इस कार्यक्रम में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के नेता और सांसद असदुद्दीन ओवैसी को भी आमंत्रित किया गया था।
इस बैठक में लोकसभा में हिस्सेदारी के लिए नेता विचार विमर्श किया जा रहा था। बैठक में आमंत्रित ओवैसी के प्रवेश को लेकर एएमयू छात्र नेता अजय सिंह ने कुलपति को पत्र भेजकर प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की मांग की और स्वयं उनका विरोध करने की घोषणा की थी।
यूनिवर्सिटी के छात्रों का आरोप है कि अजय सिंह आदि ने जानबूझकर यूनिवर्सिटी को राजनीति का अखाड़ा बनाने की कोशिश की। छात्रों ने कहा कि अजय सिंह आदि की कॉल पर ही रिपब्लिक टीवी की पत्रकार यहां पहुंची थीं जिन्होंने आते ही बोलना शुरू किया कि हम आतंकियों के गढ़ में खड़े हैं। यहीं से हमने उनका विरोध किया और शांतिपूर्वक जाने के लिए कहा इस पर रिपोर्टर भड़क गईं और हमें फंसाने के लिए हरैसमेंट का केस लगाने की धमकी दी। छात्रों का आरोप है कि न्यूज रिपोर्टर ने खुद ही अपना कैमरा तोड़ा
इसमें मोहम्मद आरिफ त्यागी को गंभीर चोटें आई हैं। त्यागी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। छात्र बाबे सय्यद पर विरोध प्रदर्शन कर रहें हैं और मांग कर रहें हैं कि जो लोग छात्रों पर हमले में शामिल थे उनको फौरन यूनिवर्सिटी से रेस्टीकेट करें तब तक छात्र धरने से नहीं हटेंगे। आरोप है कि अजय त्यागी और मुकेश कुमार लोधी ने बाहर से लड़के लाकर छात्रसंघ के पदाधिकारियों पर हमला कराया।
इस मामले में पत्रकार नलिनी शर्मा ने थाना सिविल लाइन में मुकदमा दर्ज कराया है। जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह ने इस संबंध में बताया, 'एएमयू की सभी घटनाओं की जिम्मेदारी एएमयू प्रशासन की है। जिला प्रशासन को वहां दखल देने की अनुमति नहीं है। सुरक्षाबल मांगने पर ही हम उपलब्ध कराते हैं। अधिकारियों को निर्देश दे दिए हैं कि सुरक्षा व्यवस्था में कोई कोताही नहीं बरती जाए।'
इस बैठक में लोकसभा में हिस्सेदारी के लिए नेता विचार विमर्श किया जा रहा था। बैठक में आमंत्रित ओवैसी के प्रवेश को लेकर एएमयू छात्र नेता अजय सिंह ने कुलपति को पत्र भेजकर प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की मांग की और स्वयं उनका विरोध करने की घोषणा की थी।
यूनिवर्सिटी के छात्रों का आरोप है कि अजय सिंह आदि ने जानबूझकर यूनिवर्सिटी को राजनीति का अखाड़ा बनाने की कोशिश की। छात्रों ने कहा कि अजय सिंह आदि की कॉल पर ही रिपब्लिक टीवी की पत्रकार यहां पहुंची थीं जिन्होंने आते ही बोलना शुरू किया कि हम आतंकियों के गढ़ में खड़े हैं। यहीं से हमने उनका विरोध किया और शांतिपूर्वक जाने के लिए कहा इस पर रिपोर्टर भड़क गईं और हमें फंसाने के लिए हरैसमेंट का केस लगाने की धमकी दी। छात्रों का आरोप है कि न्यूज रिपोर्टर ने खुद ही अपना कैमरा तोड़ा
इसमें मोहम्मद आरिफ त्यागी को गंभीर चोटें आई हैं। त्यागी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। छात्र बाबे सय्यद पर विरोध प्रदर्शन कर रहें हैं और मांग कर रहें हैं कि जो लोग छात्रों पर हमले में शामिल थे उनको फौरन यूनिवर्सिटी से रेस्टीकेट करें तब तक छात्र धरने से नहीं हटेंगे। आरोप है कि अजय त्यागी और मुकेश कुमार लोधी ने बाहर से लड़के लाकर छात्रसंघ के पदाधिकारियों पर हमला कराया।
इस मामले में पत्रकार नलिनी शर्मा ने थाना सिविल लाइन में मुकदमा दर्ज कराया है। जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह ने इस संबंध में बताया, 'एएमयू की सभी घटनाओं की जिम्मेदारी एएमयू प्रशासन की है। जिला प्रशासन को वहां दखल देने की अनुमति नहीं है। सुरक्षाबल मांगने पर ही हम उपलब्ध कराते हैं। अधिकारियों को निर्देश दे दिए हैं कि सुरक्षा व्यवस्था में कोई कोताही नहीं बरती जाए।'