हापुड़ः उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में गोकशी के शक में भीड़ ने कासिम और समीउद्दीन नाम के 2 व्यक्तियों की बेरहमी से पिटाई की थी। इस हमले में कासिम नामक युवक की मौके पर ही मौत हो गई जबकि समीउद्दीन गंभीर रूप से घायल है। इस दौरान मौके पर पहुंची पुलिस की पीड़ितों का बचाव करने की जगह संवेदनहीन तस्वीर सामने आई है।
खून से लथपथ मोहम्मद कासिम के हाथ-पैर पकड़ कर 4 लोग उसे लटकाते हुए ले जा रहे थे। हैरानी की बात ये है कि इन लोगों के साथ पुलिसकर्मी भी साथ आते दिखाई दिए। पुलिसवालों के इस संवेदनहीनता की तस्वीर इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है।
पुलिसकर्मियों की इस हरकत पर अब यूपी पुलिस ने अपने अधिकारिक ट्वीटर हैंडल से माफी मांगी है। साथ ही कहा है कि हम इस घटना के लिए माफी चाहते हैं। तस्वीर में दिख रहे तीन पुलिसवालों का ट्रांसफर पुलिस लाइन कर दिया गया है और जांच के आदेश दिए गए हैं। बता दें कि आरोपी इंस्पेक्टर अश्विनी कुमार, कॉन्स्टेबल लॉ और कॉन्स्टेबल अशोक कुमार से जवाब तलब किया गया है।
ट्विटर पर यूपी पुलिस ने कहा है कि पिलखुवा थाना क्षेत्र के गांव बझैड़ा खुर्द में गोकशी के शक में ग्रामीणों की पिटाई के मामले में संवेदनहीनता बरतने के लिए तीन पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है। इस मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। पिटाई के दौरान घायल कासिम (45) की इलाज के दौरान मौत हो गई थी, जबकि दूसरा घायल समयद्दीन अब भी अस्पताल में भर्ती है।
ट्विटर पर फोटो वायरल होने पर डीजीपी मुख्यालय ने इसका संज्ञान लिया और माफी मांगते हुए फोटो में दिख रहे तीन पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर जांच के आदेश दे दिए। डीजीपी मुख्यालय ने कहा है कि यह तस्वीर 18 जून की है, जब घटना के बाद एंबुलेंस उपलब्ध नहीं होने पर यूपी 100 की गाड़ी तक घायल व्यक्ति को ले जाया जा रहा था। डीजीपी मुख्यालय ने माना कि उक्त पुलिसकर्मियों को संवेदनशीलता का परिचय देना चाहिए था।
खून से लथपथ मोहम्मद कासिम के हाथ-पैर पकड़ कर 4 लोग उसे लटकाते हुए ले जा रहे थे। हैरानी की बात ये है कि इन लोगों के साथ पुलिसकर्मी भी साथ आते दिखाई दिए। पुलिसवालों के इस संवेदनहीनता की तस्वीर इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है।
पुलिसकर्मियों की इस हरकत पर अब यूपी पुलिस ने अपने अधिकारिक ट्वीटर हैंडल से माफी मांगी है। साथ ही कहा है कि हम इस घटना के लिए माफी चाहते हैं। तस्वीर में दिख रहे तीन पुलिसवालों का ट्रांसफर पुलिस लाइन कर दिया गया है और जांच के आदेश दिए गए हैं। बता दें कि आरोपी इंस्पेक्टर अश्विनी कुमार, कॉन्स्टेबल लॉ और कॉन्स्टेबल अशोक कुमार से जवाब तलब किया गया है।
ट्विटर पर यूपी पुलिस ने कहा है कि पिलखुवा थाना क्षेत्र के गांव बझैड़ा खुर्द में गोकशी के शक में ग्रामीणों की पिटाई के मामले में संवेदनहीनता बरतने के लिए तीन पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है। इस मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। पिटाई के दौरान घायल कासिम (45) की इलाज के दौरान मौत हो गई थी, जबकि दूसरा घायल समयद्दीन अब भी अस्पताल में भर्ती है।
ट्विटर पर फोटो वायरल होने पर डीजीपी मुख्यालय ने इसका संज्ञान लिया और माफी मांगते हुए फोटो में दिख रहे तीन पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर जांच के आदेश दे दिए। डीजीपी मुख्यालय ने कहा है कि यह तस्वीर 18 जून की है, जब घटना के बाद एंबुलेंस उपलब्ध नहीं होने पर यूपी 100 की गाड़ी तक घायल व्यक्ति को ले जाया जा रहा था। डीजीपी मुख्यालय ने माना कि उक्त पुलिसकर्मियों को संवेदनशीलता का परिचय देना चाहिए था।