जवाहर लाल नेहरु यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के 27 वर्षीय छात्र मुथुकृष्णनन जीवानंदम (रजनी कृष) को श्रद्धांजलि देने पहुंचे केंद्रीय मंत्री राधाकृष्णन पर गुरुवार(16 मार्च) को जूता फेंकने की खबर आ रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जेएनयू छात्र को श्रद्धांजलि देने चेन्नई पहुुंचे केंद्रीय मंत्री को विरोध का सामना करना पड़ा। उसी दौरान भीड़ में से एक अज्ञात शख्स ने उन पर जूता फेंक दिया।
गौरतलब है कि जेएनयू के 27 साल के छात्र कृष ने दक्षिण दिल्ली के मुनिरका इलाके में सोमवार(13 मार्च) शाम अवसाद के चलते कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने बताया कि मुथुकृष्णनन नाम का यह युवक जेएनयू में एमफिल का छात्र था।
पुलिस के मुताबिक वह निजी कारणों को लेकर अवसाद में था, जबकि उसके दोस्तों ने उसका फेसबुक पोस्ट साझा किया, जिसमें उसने एमफिल और पीएचडी दाखिले में कथित भेदभाव का आरोप लगाया था। कृष ने 10 मार्च को किए फेसबुक पोस्ट में लिखा है, ‘एमफिल: पीएचडी दाखिले में कोई समानता नहीं है, मौखिक परीक्षा में कोई समानता है..।’ उन्होंने कहा कि ‘जब समानता नहीं मिलती है तब कोई चीज नहीं मिलती है।’
पुलिस ने बताया कि अब तक कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि अभी तक यह पता नहीं चला है कि क्या उसके यह कठोर कदम उठाने के पीछे विश्वविद्यालय का कोई मुद्दा है। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ समय से वह निजी कारणों को लेकर अवसाद में था। पुलिस ने उसका शव पंखे से लटका पाया।
छात्रों के मुतबिक, रजनी भी अनुसूचित जाति से थे और वह रोहित वेमुला की मौत के बाद हुए आंदोलन में सक्रिय रहते थे। गौरतलब है कि एक साल पहले हैदराबाद विश्वविद्यालय के दलित छात्र रोहित वेमुला की मौत हुई थी, जिसके बाद सड़क से लेकर संसद तक जमकर हंगामा हुआ था। रोहित वेमुला के बाद कथित तौर पर जेएनयू के एक और दलित छात्र की आत्महत्या का मामला गरमाता जा रहा है।
Courtesy: Janta Ka Reporter
गौरतलब है कि जेएनयू के 27 साल के छात्र कृष ने दक्षिण दिल्ली के मुनिरका इलाके में सोमवार(13 मार्च) शाम अवसाद के चलते कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने बताया कि मुथुकृष्णनन नाम का यह युवक जेएनयू में एमफिल का छात्र था।
छात्रों के मुतबिक, रजनी भी अनुसूचित जाति से थे और वह रोहित वेमुला की मौत के बाद हुए आंदोलन में सक्रिय रहते थे। गौरतलब है कि एक साल पहले हैदराबाद विश्वविद्यालय के दलित छात्र रोहित वेमुला की मौत हुई थी, जिसके बाद सड़क से लेकर संसद तक जमकर हंगामा हुआ था। रोहित वेमुला के बाद कथित तौर पर जेएनयू के एक और दलित छात्र की आत्महत्या का मामला गरमाता जा रहा है।
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