लखनऊ। उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड में अवैध तरीके से तैयार नकली व जहरीली शराब पीने से सौ से ज्यादा लोगों की मौत पर यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी की साजिश की आशंका व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि पूर्व में बाराबंकी, हरदोई, आजमगढ़, कानपुर में जैसे साजिश हुई थी, वैसी साजिश हुई तो साजिश को अंजाम देने वाले व्यक्तियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई होगी। उन्होंने प्रदेश के सभी डीएम को पूरी सतर्कता बरतने, जहरीली और कच्ची शराब बनाने वालों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
योगी आदित्यनाथ ने राज्य प्रशासन की जिम्मेदारी लिए बगैर सीधे तौर पर गायों की तरह पल्ला झाड़ लिया है। इससे पहले उन्होंने आवारा गायों को छोड़ने में सपाइयों का हाथ बताया था। जहरीली शराब से मौत के मामले से सप्ताह भर पहले ही दो फरवरी को मैनपुरी जिले में पुलिस ने शनिवार की रात एक डीसीएम से 445 पेटी गैर प्रांत की अवैध शराब बरामद की थी। मौके से वाहन चालक को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन शराब की तस्करी करने वाले दो लोग फरार हो गए। इनमें एक आरोपी भाजयुमो का महामंत्री है। मामला दर्ज करने के बाद पुलिस शराब तस्करों की तलाश में लग गई थी।
अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक, थाना बेवर क्षेत्र के गांव कुरसंडा निवासी आदित्य दीक्षित भारतीय जनता युवा मोर्चा का महामंत्री है। सूत्रों के मुताबिक 10 जनवरी को जारी सूची में उसे इस पद पर मनोनीत कर दिया गया था। शनिवार की रात थाना पुलिस ने जब एक डीसीएम से गैर प्रांत से तस्करी कर लाई गई 445 पेटी गैर प्रांत की शराब बरामद की तो नेता का असली चेहरा सामने आ गया।
पुलिस ने डीसीएम चालक पानीपत निवासी अजीत उर्फ कुलदीप को गिरफ्तार कर लिया। वहीं भागने वालों में भाजयुमो का महामंत्री आदित्य दीक्षित व बिछवां के गांव अंजनी का जर्मन शामिल थे। एएसपी ने रविवार को प्रेसवार्ता कर पुलिस कार्रवाई की जानकारी दी। एएसपी ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि जल्द ही भागे हुए तस्करों को भी पकड़ लिया जाएगा। मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
जहरीली शराब से हुई मौतों को लेकर बसपा सुप्रीमो मायाव ने रविवार को बीजेपी और राज्य सरकार पर निशाना साधा। मायावती ने ट्वीट कर इन घटनाओं को बीजेपी सरकारों की घोर सरकारी लापरवाही व उदासीनता का परिणाम बताया।
मायावती ने ट्वीट किया, उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड में अवैध तरीके से तैयार नकली व जहरीली शराब पीने से सौ से अधिक गरीब/मजदूर लोगों की दर्दनाक मौत तथा लगभग उतने ही लोगों के जिंदगी मौत से जूझने की घटनाएं अति दुखद व अति शर्मनाक हैं। मायावती ने अपील की कि सरकार मृतक परिवारों को उचित मुआवजा दे और सीबीआई से घटना की जांच कराए।
योगी आदित्यनाथ ने राज्य प्रशासन की जिम्मेदारी लिए बगैर सीधे तौर पर गायों की तरह पल्ला झाड़ लिया है। इससे पहले उन्होंने आवारा गायों को छोड़ने में सपाइयों का हाथ बताया था। जहरीली शराब से मौत के मामले से सप्ताह भर पहले ही दो फरवरी को मैनपुरी जिले में पुलिस ने शनिवार की रात एक डीसीएम से 445 पेटी गैर प्रांत की अवैध शराब बरामद की थी। मौके से वाहन चालक को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन शराब की तस्करी करने वाले दो लोग फरार हो गए। इनमें एक आरोपी भाजयुमो का महामंत्री है। मामला दर्ज करने के बाद पुलिस शराब तस्करों की तलाश में लग गई थी।
अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक, थाना बेवर क्षेत्र के गांव कुरसंडा निवासी आदित्य दीक्षित भारतीय जनता युवा मोर्चा का महामंत्री है। सूत्रों के मुताबिक 10 जनवरी को जारी सूची में उसे इस पद पर मनोनीत कर दिया गया था। शनिवार की रात थाना पुलिस ने जब एक डीसीएम से गैर प्रांत से तस्करी कर लाई गई 445 पेटी गैर प्रांत की शराब बरामद की तो नेता का असली चेहरा सामने आ गया।
पुलिस ने डीसीएम चालक पानीपत निवासी अजीत उर्फ कुलदीप को गिरफ्तार कर लिया। वहीं भागने वालों में भाजयुमो का महामंत्री आदित्य दीक्षित व बिछवां के गांव अंजनी का जर्मन शामिल थे। एएसपी ने रविवार को प्रेसवार्ता कर पुलिस कार्रवाई की जानकारी दी। एएसपी ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि जल्द ही भागे हुए तस्करों को भी पकड़ लिया जाएगा। मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
जहरीली शराब से हुई मौतों को लेकर बसपा सुप्रीमो मायाव ने रविवार को बीजेपी और राज्य सरकार पर निशाना साधा। मायावती ने ट्वीट कर इन घटनाओं को बीजेपी सरकारों की घोर सरकारी लापरवाही व उदासीनता का परिणाम बताया।
मायावती ने ट्वीट किया, उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड में अवैध तरीके से तैयार नकली व जहरीली शराब पीने से सौ से अधिक गरीब/मजदूर लोगों की दर्दनाक मौत तथा लगभग उतने ही लोगों के जिंदगी मौत से जूझने की घटनाएं अति दुखद व अति शर्मनाक हैं। मायावती ने अपील की कि सरकार मृतक परिवारों को उचित मुआवजा दे और सीबीआई से घटना की जांच कराए।