रांची। हाई टेक्नोलॉजी वाले आधुनिक युग में भारत में अंधविश्वास और अफवाहें इंसान की जान पर भारी पड़ रही हैं. 14 जून 2018 की रात खूंटी जिले के एक गांव में कुछ अज्ञात लोगों के एक गिरोह ने बुजुर्ग जोड़े की बेरहमी से हत्या कर दी। पुलिस को इस बात का शक है कि लोगों ने महिला को चुड़ैल समझ इस वारदात को अंजाम दिया। मृतक की पहचान 55 वर्षीय सत्री मुंडा और उनकी 50 वर्षीय पत्नी जवनी देवी के रूप में हुई।
14 जून की रात पहले तो वह घर में घुसे और वहां मौजूद बच्चों पर भी हमला करने के बाद जवनी देवी की हत्या कर दी। खूंटी जिले के पुलिस अधीक्षक अश्विनी कुमार सिन्हा ने कहा, हम हर एंगल से हत्या की जांच कर रहे हैं। प्राथमिक जांच से पता चला कि अपराध में पांच से छह लोगों शामिल थे।
मृतक जोड़े के बच्चों ने पुलिस को बताया कि दो लोग घर में आए जबकि उनके साथी घर के बाहर खड़े थे। उन्होंने पहले पिता पर तेज हथियार से हमला किया और उन्हें मार डाला। जब मां ने भागने की कोशिश की तो उन्होंने उन्हें पकड़ उन्हें भी मार डाला। मृतक जोड़े के बेटे, दो बेटियां और एक पांच साल की पोती थी भी इस हमले में घायल हो गए। एक हफ्ते में ये ऐसा दूसरा वाकया है। सुभद्रा देवी को इसलिए कुछ लोगों ने मौत के घाट उतार दिया था कि वह जादू-टोना करती है।
14 जून की रात पहले तो वह घर में घुसे और वहां मौजूद बच्चों पर भी हमला करने के बाद जवनी देवी की हत्या कर दी। खूंटी जिले के पुलिस अधीक्षक अश्विनी कुमार सिन्हा ने कहा, हम हर एंगल से हत्या की जांच कर रहे हैं। प्राथमिक जांच से पता चला कि अपराध में पांच से छह लोगों शामिल थे।
मृतक जोड़े के बच्चों ने पुलिस को बताया कि दो लोग घर में आए जबकि उनके साथी घर के बाहर खड़े थे। उन्होंने पहले पिता पर तेज हथियार से हमला किया और उन्हें मार डाला। जब मां ने भागने की कोशिश की तो उन्होंने उन्हें पकड़ उन्हें भी मार डाला। मृतक जोड़े के बेटे, दो बेटियां और एक पांच साल की पोती थी भी इस हमले में घायल हो गए। एक हफ्ते में ये ऐसा दूसरा वाकया है। सुभद्रा देवी को इसलिए कुछ लोगों ने मौत के घाट उतार दिया था कि वह जादू-टोना करती है।