त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब एक बार फिर से चर्चा में हैं। देब का एक ऐसा वीडियो सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ है। इस वीडियो में क्लिप में वह कथित रूप से खुद को बांग्लादेश मूल का निवासी और राज्य में एनआरसी की मुखालफत करते दिखाई दे रहे हैं।
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, वीडियो में सीएम विप्लब कुमार देब कथित रूप से यह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि राज्य में नागरिक रजिस्टर (NRC) लागू होता है, तो सबसे पहले उनके सीएम की कुर्सी हाथ से जाएगी।
इसी वीडियो में वह यह भी कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि उनके पिता और रिश्तेदार बांग्लादेश से आए थे और अगर त्रिपुरा में एनआरसी लागू किया जाता है, तो वह सीएम की कुर्सी गंवा देंगे और प्रभावित लोगों की श्रेणी में आ जाएंगे। बिप्लब कहते हैं, “यदि मैं इसे (NRC) अपने राज्य में लागू करता हूं… मेरे रिश्तेदार, मेरे पिता बांग्लादेश से आए हैं। उन्हें उनका सिटिजनशिप कार्ड मिल चुका है… इसके बाद मैं त्रिपुरा में पैदा हुआ। लिहाजा, यदि कोई एनआरसी के चलते नुकसान उठाता है, तो सबसे पहले मैं अपने मुख्यमंत्री पद को गवां दूंगा।”
बिप्लब देब आगे कहते हैं, “क्या मैं मूर्ख हूं कि सीएम पद को खोने के लिए मैं एनआरसी को लागू करूंगा? गौरतलब है कि इस क्लिप को फेसबुक, ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर बड़े पैमाने पर साझा किया जा चुका है। उनके इस बयान पर जहां लोग मजे ले रहे हैं, वहीं कुछ लोग उनके समर्थन में भी खड़े दिखाई दे रहे हैं।
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री का यह वीडियो तब सामने आया, जब वह पश्चिम बंगाल के दिनाजपुर जिले में स्थित रायगंज और कलियागंज में उपचुनाव के प्रचार में पहुंचे हुए थे। इस दौरान उन्होंने यह बात एक प्रेस-कॉन्फ्रेंस के दौरान कही।
हालांकि, सीएम ऑफिस ने इस वीडियो को भ्रम फैलाने की गंदी राजनीति करार दिया है। जबकि, इस पूरे वीडियो में बिप्लब कुमार देब यह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि एनआरसी और नागरिक संशोधन विधेयक भारतीय की अवैध अप्रावासियों, विदेशी घुसपैठियों और डकैतों से बचाने के लिए है।
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, वीडियो में सीएम विप्लब कुमार देब कथित रूप से यह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि राज्य में नागरिक रजिस्टर (NRC) लागू होता है, तो सबसे पहले उनके सीएम की कुर्सी हाथ से जाएगी।
इसी वीडियो में वह यह भी कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि उनके पिता और रिश्तेदार बांग्लादेश से आए थे और अगर त्रिपुरा में एनआरसी लागू किया जाता है, तो वह सीएम की कुर्सी गंवा देंगे और प्रभावित लोगों की श्रेणी में आ जाएंगे। बिप्लब कहते हैं, “यदि मैं इसे (NRC) अपने राज्य में लागू करता हूं… मेरे रिश्तेदार, मेरे पिता बांग्लादेश से आए हैं। उन्हें उनका सिटिजनशिप कार्ड मिल चुका है… इसके बाद मैं त्रिपुरा में पैदा हुआ। लिहाजा, यदि कोई एनआरसी के चलते नुकसान उठाता है, तो सबसे पहले मैं अपने मुख्यमंत्री पद को गवां दूंगा।”
बिप्लब देब आगे कहते हैं, “क्या मैं मूर्ख हूं कि सीएम पद को खोने के लिए मैं एनआरसी को लागू करूंगा? गौरतलब है कि इस क्लिप को फेसबुक, ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर बड़े पैमाने पर साझा किया जा चुका है। उनके इस बयान पर जहां लोग मजे ले रहे हैं, वहीं कुछ लोग उनके समर्थन में भी खड़े दिखाई दे रहे हैं।
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री का यह वीडियो तब सामने आया, जब वह पश्चिम बंगाल के दिनाजपुर जिले में स्थित रायगंज और कलियागंज में उपचुनाव के प्रचार में पहुंचे हुए थे। इस दौरान उन्होंने यह बात एक प्रेस-कॉन्फ्रेंस के दौरान कही।
हालांकि, सीएम ऑफिस ने इस वीडियो को भ्रम फैलाने की गंदी राजनीति करार दिया है। जबकि, इस पूरे वीडियो में बिप्लब कुमार देब यह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि एनआरसी और नागरिक संशोधन विधेयक भारतीय की अवैध अप्रावासियों, विदेशी घुसपैठियों और डकैतों से बचाने के लिए है।