बजट सत्र का दूसरा चरण: पहले दिन सत्तारूढ़ दल ने ही नहीं चलने दिया सदन, कांग्रेस को भी 16 दलों का साथ

Written by Navnish Kumar | Published on: March 14, 2023
70 सालों में शायद यह पहली बार है जब सत्तारूढ़ दल ही सदन को नहीं चलने दे रहा है! राहुल गांधी के ब्रिटेन में दिए वक्तव्य (बयान) को लेकर, सोमवार को भाजपा ने संसद में जोरदार हंगामा किया जिस पर सदन को कार्यवाही दो बजे तक और बाद में पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई। इस दौरान रक्षा मंत्री ने लोकसभा अध्यक्ष से राहुल गांधी को सदन में आकर माफी मांगने का निर्देश देने की मांग की।



बजट सत्र के दूसरे चरण के पहले दिन ही संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के वक्तव्य को लेकर जोरदार हंगामा हुआ। सत्ता पक्ष द्वारा, लंदन में दिए गए बयानों को लेकर राहुल गांधी पर भारत की गरिमा और प्रतिष्ठा को गहरी चोट पहुंचाने का आरोप लगाते हुए उनसे सदन में माफी मांगने की मांग की।

राजनाथ सिंह की मांग राहुल गांधी माफी मांगें

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सोमवार को लोकसभा में प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राहुल गांधी पर विदेशी धरती पर जाकर भारत की गरिमा और प्रतिष्ठा को गहरी चोट पहुंचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि राहुल गांधी को सदन में आकर इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने पूरे सदन द्वारा राहुल गांधी के बयान का खंडन करने की मांग भी की। राजनाथ सिंह ने कहा कि राहुल गांधी ने लंदन जाकर भारत को बदनाम करने की कोशिश की है। राहुल ने कहा है कि भारत में लोकतांत्रिक व्यवस्था तहस-नहस हो रही है और विदेशी ताकतों को यहां पर आकर भारत के लोकतंत्र को बचाना चाहिए। उन्होंने यह कहकर भारत की गरिमा और प्रतिष्ठा को गहरी चोट पहुंचाने का काम किया है इसलिए पूरे सदन के द्वारा उनके व्यवहार का खंडन करना चाहिए।

रक्षा मंत्री ने लोकसभा अध्यक्ष से राहुल गांधी को सदन में आकर माफी मांगने का निर्देश देने की भी मांग की। वहीं, राज्य सभा में सरकार की तरफ से नेता सदन और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने राहुल गांधी पर विदेशी धरती से भारतीय लोकतंत्र पर हमला करने का आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष के एक बड़े नेता ने विदेशी धरती से न्यायपालिका, मीडिया और अन्य संस्थाओं पर आरोप लगाए हैं, उन्होंने भारत के लोगों और भारत की संसद का अपमान किया है इसलिए उन्हें संसद में माफी मांगनी चाहिए। हंगामा जारी रहने पर लोक सभा और राज्य सभा, दोनों सदनों की कार्यवाही को दोपहर बाद 2 बजे तक और बाद में पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया।

मल्लिकार्जुन खड़गे बोले- देश को तानाशाही तरीके से चलाया जा रहा

सोमवार को एक ओर जहां लोकसभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के कैंब्रिज विश्वविद्यालय में दिए गए बयान को लेकर बीजेपी ने विपक्ष को घेरा। वहीं राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा। खड़गे ने कहा कि देश में कुछ भी लोकतंत्र के हिसाब से नहीं हो रहा है। खड़गे ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि देश को तानाशाही तरीके से चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा, “मोदी जी के राज में कानून और लोकतंत्र का राज नहीं है। वे तानाशाही की तरह देश चला रहे हैं और फिर लोकतंत्र की बात करते हैं। सदन के नेता (पीयूष गोयल) ने एक सवाल उठाया, जिसका सदन से कोई संबंध नहीं था। राहुल जी ने जो लंदन में कहा, उसे उन्होंने राज्यसभा में उठाया। ये नियम के तहत गलत है।”

मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “वे किसी ऐसे व्यक्ति के बारे में कैसे सवाल उठा सकते हैं जो उस सदन (राज्यसभा) का हिस्सा भी नहीं है? दूसरा, सदन के नेता 10 मिनट बोले और विपक्ष के नेता को सिर्फ 2 मिनट का समय दिया गया, यह कौन सा नियम है? यह लोकतंत्र का अंत है और यही उन्होंने (राहुल गांधी) सेमिनार में कहा था।”

मल्लिकार्जुन खड़गे ने अडानी मामले को भी उठाया और जेपीसी जांच की मांग की। खड़गे ने कहा, “हम अडानी शेयरों के मुद्दे पर जेपीसी के गठन की मांग कर रहे हैं। जब हम इस मुद्दे को उठाते हैं तो माइक बंद कर दिया जाता है और सदन में हंगामा शुरू हो जाता है।” वहीं कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, “यह ओछी किस्म की राजनीति है क्योंकि राहुल गांधी ने वह नहीं कहा जिसका उन पर आरोप लगाया जा रहा है। उन्होंने निर्दिष्ट किया कि ‘हम मुद्दों को आंतरिक रूप से हल करेंगे और बस चाहते हैं कि हर कोई जागरूक हो, भारतीय लोकतंत्र वैश्विक जनता की भलाई है। ऐसा कुछ भी नहीं है जिसके लिए उन्हें माफी मांगने की जरूरत है।” विपक्षी नेताओं ने संसद में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। सीबीआई और ईडी की छापेमारी को लेकर विपक्ष ने प्रदर्शन किया। विपक्ष ने कहा कि बीजेपी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं होती?

कांग्रेस की भी पूरी तैयारी, 16 दलों का मिला साथ 

भले पहले दिन सदन में सत्तारूढ़ दल ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर जोरदार हमला किया हो लेकिन कांग्रेस की भी पूरी तैयारी है और उसे 16 दलों का साथ मिल गया है। सोमवार को बजट सत्र के दूसरे भाग से पहले रणनीति तैयार करने के लिए संसद भवन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा अपने कक्ष में बुलाई गई बैठक में 16 विपक्षी दलों ने भाग लिया। इस दौरान राजनीतिक नेताओं के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग, MSP गारंटी, महंगाई आदि मुद्दों को विपक्षी दलों द्वारा दोनों सदनों में संयुक्त रूप से उठाने का फैसला लिया गया।

लोकसभा में विपक्षी सांसदों ने स्थगन नोटिस और राज्यसभा में कार्य निलंबन नोटिस भी पेश किया है। लोकसभा में कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने एलपीजी की कीमतों में बढ़ोतरी पर एलएसी और मनिकम टैगोर के मुद्दे पर स्थगन नोटिस दिया है। सीपीआई सांसद बिनॉय विश्वम द्वारा त्रिपुरा में चुनाव के बाद की हिंसा पर उच्च सदन में निलंबन नोटिस दिया गया है। बजट सत्र से पहले रविवार को राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ से मिले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि वे सदन में हर ज्वलंत मुद्दे को उठाना चाहते हैं।

बैठक में कांग्रेस सहित 16 दल डीएमके, जेडी (यू), आप, सीपीआई (एम), केसी, आरएलडी, एनसीपी, एनसी, सीपीआई, आईयूएमएल, एसएस (उद्धव), एमडीएमके, आरएसपी, आरजेडी और झामुमो के नेताओं ने भाग लिया।

Related:

बाकी ख़बरें