राजस्थान: दलित युवक के साथ रह रही बेटी की हत्या कर थाने पहुंच गया पिता

Written by Sabrangindia Staff | Published on: March 5, 2021
जयपुर। राजस्थान के दौसा में गुरुवार को ऑनर किलिंग के मामले ने जातिवाद की बहस फिर से छेड़ दी है। यहां एक पिता ने प्रेमी के साथ लिव-इन में रह रही बेटी की गला दबाकर हत्या कर दी। बेटी की हत्या के बाद पिता खुद थाने पहुंच गया। वहां बोला- मैंने बेटी को मार डाला है। पिता दो दिन पहले ही बेटी को प्रेमी के यहां से जबरदस्ती अपने घर ले आया था। मौके पर पहुंची पुलिस ने युवती के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।


 
पुलिस ने बताया कि मृतका का नाम पिंकी था। वह रामकुंड क्षेत्र में परिवार के साथ रहती थी। पिता शंकरलाल सैनी ने 16 फरवरी को बेटी की मर्जी के खिलाफ उसकी शादी की थी। 19 फरवरी को पिंकी ससुराल से मायके आ गई। फिर 21 फरवरी को प्रेमी रोशन के साथ मायके से भाग गई। इसके बाद परिवार ने बेटी पिंकी के अपहरण की शिकायत दर्ज कराई। उधर, युवती और प्रेमी ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल करके सुरक्षा की मांग की। हाईकोर्ट ने पुलिस को कपल को सुरक्षा देने के आदेश भी दिए थे।

इसके बाद 1 मार्च को युवती प्रेमी रोशन के साथ दौसा जिले में ही उसके घर पर पहुंची। इसकी भनक युवती के परिजनों को लग गई। वे दो दिन पहले जबरन युवती को प्रेमी के घर से उठा ले गए। इसके बाद रोशन ने महिला थाने में पिंकी के अपहरण का मामला दर्ज करवाया था। लेकिन, पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। प्रेमी रोशन, पिंकी के मुहल्ले में रहता है। यहीं दोनों का अफेयर शुरू हुआ था। पिंकी के पिता रोशन से शादी करने के खिलाफ थे। ऐसे में पिंकी की मर्जी के खिलाफ उन्होंने उसकी 16 फरवरी को शादी कर दी थी।

पुलिस ने आशंका जाहिर की है कि परिवार ने पिंकी को वापस ससुराल जाने के लिए समझाया। लेकिन पिंकी प्रेमी रोशन को छोड़ने के लिए तैयार नहीं थी। ऐसे में गुरुवार सुबह घर में ही पिता ने उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। बेटी की हत्या के बाद पिता थाने पहुंचा। वहां बोला-मैंने बेटी को मार डाला है। लाश घर पर पड़ी है। चलकर उठा लीजिए। फिलहाल, यह नहीं पता चल पाया है कि हत्या के समय घर में और कौन-कौन था। आरोपी पिता दौसा में ही फलों का ठेला लगाता है।
 
युवती की हत्या की सूचना मिलते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। घटना की जानकारी मिलने के बाद एडिशनल एसपी भी मौके पर पहुंचे। जांच के लिए एफएसएल की टीम को भी बुलाया गया। हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी प्रेमी जोड़े को सुरक्षा दे पाने में फेल रही पुलिस अपना बचाव करने में जुट गई है। पुलिस का कहना है कि वापस लौटने पर युवक-युवती द्वारा उन्हें दौसा आने की कोई जानकारी नहीं दी गई थी। इस बीच युवती के परिजन उसे उठा ले गए। युवक के रिपोर्ट लिखाने के बाद लगातार जांच की जा रही थी। लेकिन युवती का कुछ पता नहीं चल पाया है।

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