मध्य प्रदेश में दोहराया गया हाथरस कांड, पुलिस ने बिना परिजनों के किया पीड़िता के शव का अंतिम संस्कार

Written by Sabrangindia Staff | Published on: January 23, 2021
भोपाल। मध्य प्रदेश के भोपाल में एक बार फिर 'हाथरस कांड' को दोहराया गया है। जहां शिवराज की पुलिस ने प्यारे मियां कांड में यौन शोषण पीड़िता नाबालिग बच्ची की मौत के बाद शव उसके परिजनों को सौंपने की बजाय सीधे श्मशानघाट ले गई और अंतिम संस्कार कर दिया। 



इस मामले को लेकर अब सरकार पूरी तरह से घिरी नजर आ रही है। हर कोई मध्य प्रदेश पुलिस पर मिलीभगत का आरोप लगा रही है। इतनी ही नहीं पीड़िता के परिजनों बालिका गृह के प्रशासन पर बच्ची को जहर देकर मारने की भी बात कही है।

अब इस मामले को लेकर कांग्रेस ने शिवराज सरकार पर तीखा हमला बोला है। मामले में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। 

कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा कि, हाथरस जैसी अमानवीयता कितनी बार दोहरायी जाएगी? भाजपा सरकार महिला सुरक्षा में तो फ़ेल है ही, पीड़िताओं और उनके परिवार से मानवीय व्यवहार करने में असमर्थ भी है।

वहीं पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी ट्वीट करते हुए कहा कि बेहद निंदनीय, बेहद शर्मनाक ....शिवराज सरकार में भांजियां कहीं भी सुरक्षित नहीं ? प्रदेश की राजधानी में यौन शोषण की शिकार मासूम बच्चियां बालिका गृह में भी सुरक्षित नहीं? कितनी अमानवीयता, मृत पीडिता को उसके घर तक नहीं जाने दिया,उससे अपराधियों जैसा व्यवहार? उसके परिवार को अंतिम रीति- रिवाजों से भी वंचित किया गया, यह कैसी निष्ठुर व्यवस्था? कहां है ज़िम्मेदार? प्रदेश को कितना शर्मशार करेंगे? 

कमलनाथ ने आगे कहा कि मामला बेहद गंभीर है। इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए, वहीं बाक़ी बालिकाओं को भी पूर्ण सुरक्षा प्रदान करने की मांग की और कहा कि उनके इलाज की भी समुचित व्यवस्था हो। साथ ही दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की भी मांग की।

आपको बता दें, प्यारे मियां यौन शोषण मामले में 5 फरियादी बालिका गृह में रह रही हैं। उनमें से एक नाबालिग को नींद की गोलियां खा लेने के कारण सोमवार रात संदिग्ध परिस्थितियों में हमीदिया अस्पताल में भर्ती किया गया था। उसे वेंटिलेटर पर रखा गया था। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। 

बच्ची के परिजनों ने आरोप लगाया कि बालिका गृह में बच्ची को जानबूझ कर नींद की गोलियां दी गई हैं। बताया जा रहा है इसी बच्ची ने प्यारे मियां के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। प्यारे मियां अखबार वाले पर आरोप था कि वह नाबालिग बच्चियों को नशा देकर यौन शोषण करवाता था।

 

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