आरे कॉलोनी में पेड़ों की कटाई पर शिवसेना-बीजेपी में मतभेद, कई प्रदर्शनकारी हिरासत में, विरोध जारी

Written by sabrang india | Published on: October 5, 2019
नई दिल्ली: मुंबई के आरे में पेड़ों की कटाई जारी है। पेड़ों को काटने का काम कल रात को शुरू किया गया है। जैसे ही पेड़ों की कटाई का काम शुरू हुआ लोगों ने इसका विरोध शुरू कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने देर रात इन लोगों को हिरासत में ले लिया गया। हिरासत में कई महिलाओं को भी हिरासत में लिया गया। इसके बाद पूरी रात पेड़ों की कटाई हुई है। बॉम्बे हाई कोर्ट द्वारा मुंबई की आरे कॉलोनी को जंगल घोषित करने की सभी याचिकाएं खारिज कर दी गईं। इसके बाद शुक्रवार को देर रात पेड़ काटने का काम शुरू हो गया था। हालांकि, कुछ ही देर में वहां प्रोटेस्‍ट शुरू हो गया और मेट्रो रेल साइट पर जमकर नारेबाजी हुई। अब इस मामले पर बॉलिवुड के भी तमाम सिलेब्रिटीज ट्वीट कर अपना विरोध जता रहे हैं।



सुबह भी लोग प्रदर्शन करने की तैयारी में हैं लेकिन लोगों को पुलिस ने आरे के बाहर रोक दिया है। आरे की ओर जाने वाले रास्तों पर पुलिस ने नाकेबंदी कर दी गई है। लोगों को इस इलाके में आने से रोका जा रहा है। आरे और उसके आसपास भारी संख्या में पुलिसबल की तैनाती की गई है। आरे के आसपास धारा 144 लगाई दी गई है। 

सामाजिक कार्यकर्ता योगेन्द्र यादव ने भी आरे में पेड़ों की कटाई शुरू होने का विरोध किया साथ ही स्थति को चिंताजनक बताया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि ऐसे समय में जब जलवायु परिवर्तन से होने वाले गंभीर संकट सामने दिख रहे हैं। जब महाराष्ट्र सरकार की ओर पेड़ों को काटने और मेट्रो शेड के लिए दूसरी जगह न देखने की ज़िद काफी डराने वाली है ये पृथ्वी को लेकर एक अदूरदर्शिता है जो आगे हमे परेशान करेगी।

पेड़ काटने के खिलाफ जहां लोगों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया तो वहीं बॉलीवुड अभिनेत्री दिया मिर्ज़ा और नेता जिग्नेश मेवानी ने इसके खिलाफ सोशल मीडिया पर आवाज़ उठाई।

अदालत की ओर से आरे कॉलोनी को बचाने के लिए दायर चारों याचिकाओं को बॉम्बे हाईकोर्ट से खारिज किए जाने के बाद अब याचिकाकर्ता जल्द ही सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।

कांग्रेस नेता जयराम रमेश मंगलवार को आरे कॉलोनी पहुंचे और पेड़ों को बचाने की बात कही थी। ट्री कमेटी की ओर से पेड़ों को काटने की अनुमति देने के बाद अदालत में इस मामले पर याचिका दायर की गई थी।

इस मामले में केंद्र और राज्य में सत्ता में एक साथ शिवसेना और बीजेपी का रुख अलग है। बीजेपी विकास के मेट्रो कार शेड बनाना चाहती है तो वहीं शिवसेना पर्यावरण के पक्ष में है। पर्यावरण प्रेमियों का कहना है कि आरे में कारशेड की योजना ज़मीन हड़पने के लिए है। 

कुछ समय पहले ही मेट्रो शेड से अलग आरे कॉलोनी में अंतरराष्ट्रीय दर्जे का चिड़ियाघर बनाने के लिए बीएमसी, वन विभाग और राज्य सरकार के बीच करार हुआ था। करार के मुताबिक आरे कॉलोनी की 120 एकड़ जमीन पर 500 करोड़ की लागत से चिड़ियाघर बनाया जाएगा। 
 

बाकी ख़बरें