मुंबई के फेफड़े कहे जाने वाले आरे कॉलोनी के घने जंगल को हाई कोर्ट के एक आदेश के बाद फडणवीस सरकार कटवा रही है। बीएमसी प्रशासन की तरफ से घनी रात के अंधेरे में यह कार्रवाई की गई है। जिस देश में दिन छिपने के बाद से ही पेड़ को छूना भी गुनाह माना जाता है, उस देश की कथित राष्ट्रवादी सरकार रात के अंधेरे में पेड़ों की हत्या कराने पर तुली है। शुक्रवार रात से पेड़ों की कटाई शुरू करा दी गई है जबकि, राज्य में आदर्श आचार संहिता (शणण) लागू है। फडणवीस सरकार में MCC का खुलेआम उलंघन किया जा रहा है क्योंकि, अभी तक कोर्ट का आदेश वेबसाइट पर अपलोड भी नहीं किया गया था कि प्रशासन ने पेड़ काटना शुरू कर दिया। जबकि, यह आदेश वेबसाइट पर अपलोड होने के बाद 15 दिन का समय मिलना था। आरे का जंगल मुंबई की जान है, लेकिन सरकार के कथित विकास के आड़े आ रहा है। मुंबईकर इसके विरोध में रात में ही घरों से निकले, विरोध किया और पेड़ों को बचाने की हर संभव कोशिश की, यहां तक कि गिरफ्तारी भी दी।