गौरक्षकों यह देखो

Written by Bhanwar Meghwanshi | Published on: April 26, 2017
यह पहलू खान की बुजुर्ग माँ है । वह ना सुनती है और ना ही देख सकती है ,सिर्फ बोल सकती है।

Pehlu Khan Mother

हर आने वाले व्यक्ति से अपने बेटे के बारे में पूछती है कि मेरा बेटा कब आएगा ?

जब कल सुबह उनसे हम मिलने पंहुचे तो पहलू खान की मां हाथ पकड़ कर रोने लगी । उन्हें अपने बेटे का इंतज़ार है ।



क्या हम पहलू खान को लौटा कर ला सकते है । नहीं ,लेकिन हम उसके साथ हुए अन्याय के खिलाफ लड़ तो सकते है ना ?

अगर सहमति है तो आइये और लड़िए ,यह एक मुसलमान की मौत का मामला नहीं है ,यह भारत के एक नागरिक की निर्मम हत्या का मामला है। पशुपालक किसान की हत्या का मामला है । एक निहत्थे इंसान के साथ किये गए जुल्म का मामला है। जिसे सहन नहीं किया जायेगा ।

यह जंग जारी रहेगा ।



https://www.facebook.com/bm075
 

बाकी ख़बरें