नयी दिल्ली, 17 नवंबर :भाषा: जेएनयू छात्र नजीब अहमद की रहस्यमय गुमशुदगी को लेकर दिल्ली पुलिस की जांच अवरूद्ध हो गयी है क्योंकि जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय का प्रशासन कथित रूप से जांच में सहयोग नहीं कर रहा। नजीब को आखिरी बार जामिया में ही देखने का दावा किया गया है।
कल अपराध शाखा की टीम ने खुलासा किया कि उन्होंने उस ऑटो चालक का पता लगा लिया है जिसने नजीब को जामिया पहुंचाने की बात कही।
हालांकि जांच के करीबी सू़त्रों ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने सीसीटीवी का फुटेज मुहैया नहीं कराया।
एक सूत्र ने कहा, ‘‘वे हमारे साथ सहयोग नहीं कर रहे। उन्होंने अब तक हमें सीसीटीवी फुटेज नहीं दिया।’’ वहीं जामिया के प्रवक्ता ने कहा कि विश्वविद्यालय पुलिस से हरसंभव तरीके से सहयोग कर रहा है।
इसी बीच जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष मोहित पांडे ने नजीब के मामले में स्थिति रिपोर्ट मांगने के लिए जेएनयू के कुलपति जगदीश कुमार से मिलने का समय मांगा।
उन्होंने कहा, ‘‘चूंकि हमारे कुलपति केवल ट्विटर पर सक्रिय रहते हैं, हमने ट्वीट कर उनसे मिलने का समय मांगा है।’’
कल अपराध शाखा की टीम ने खुलासा किया कि उन्होंने उस ऑटो चालक का पता लगा लिया है जिसने नजीब को जामिया पहुंचाने की बात कही।
हालांकि जांच के करीबी सू़त्रों ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने सीसीटीवी का फुटेज मुहैया नहीं कराया।
एक सूत्र ने कहा, ‘‘वे हमारे साथ सहयोग नहीं कर रहे। उन्होंने अब तक हमें सीसीटीवी फुटेज नहीं दिया।’’ वहीं जामिया के प्रवक्ता ने कहा कि विश्वविद्यालय पुलिस से हरसंभव तरीके से सहयोग कर रहा है।
इसी बीच जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष मोहित पांडे ने नजीब के मामले में स्थिति रिपोर्ट मांगने के लिए जेएनयू के कुलपति जगदीश कुमार से मिलने का समय मांगा।
उन्होंने कहा, ‘‘चूंकि हमारे कुलपति केवल ट्विटर पर सक्रिय रहते हैं, हमने ट्वीट कर उनसे मिलने का समय मांगा है।’’