नई दिल्ली। नए कमिश्नर अमूल्य पटनायक की अगुवाई में दिल्ली पुलिस में हुए बड़े फेरबदल के तहत 18 वरिष्ठ अधिकारियों के तबादले किए गए हैं। इनमें जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय(जेएनयू) के लापता एमएससी (बायोटेक्नोलॉजी) प्रथम वर्ष के छात्र नजीब अहमद व रामजस कॉलेज घटना की जांच में लगे अधिकारियों के तबादले भी शामिल हैं।
जिन पुलिस अधिकारियों के तबादले किए गए हैं उनमें संयुक्त आयुक्त (अपराध) रवीन्द्र यादव, संयुक्त आयुक्त (मुख्यालय) प्रवीर यादव, विशेष आयुक्त दीपेन्द्र पाठक, विशेष आयुक्त संजय बेनीवाल, विशेष आयुक्त संजय सिंह, विशेष आयुक्त आर एस कृष्णा शामिल हैं।
बता दें कि नजीब गत वर्ष 15 अक्टूबर से ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के सदस्यों के साथ हुई हाथापाई के बाद से लापता हैं। सौ दिनों से ज्यादा बीत चुके हैं, लेकिन अब तक नजीब का कोई अता-पता नहीं है। आखिर कहां गया नजीब? क्या हुआ उसके साथ? इन सवालों के जवाब न तो दिल्ली पुलिस के पास हैं और न ही केंद्र सरकार के पास। जबकि दिल्ली में कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी केंद्र सरकार के ऊपर है।
Courtesy: Janta Ka Reporter
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बता दें कि नजीब गत वर्ष 15 अक्टूबर से ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के सदस्यों के साथ हुई हाथापाई के बाद से लापता हैं। सौ दिनों से ज्यादा बीत चुके हैं, लेकिन अब तक नजीब का कोई अता-पता नहीं है। आखिर कहां गया नजीब? क्या हुआ उसके साथ? इन सवालों के जवाब न तो दिल्ली पुलिस के पास हैं और न ही केंद्र सरकार के पास। जबकि दिल्ली में कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी केंद्र सरकार के ऊपर है।
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