सीकर में किसानों का महाआंदोलन

Written by Mahendra Narayan Singh Yadav | Published on: August 10, 2018
राजस्थान में किसानों ने स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लागू करने और संपूर्ण कर्जा माफी की मांग लेकर विशाल प्रदर्शन किया और सामूहिक गिरफ्तारियां दीं।

किसानों ने ऐलान किया कि उनकी मांगें पूरी होने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।


(स्त्रोत:पत्रिका)

गुरुवार को किसान बड़ी संख्या में सीकर में कृषि उपज मंडी समिति के परिसर पहुंचे और वहां सभा करने के बाद रैली के रूप में जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे और अपनी मांगों का ज्ञापन जिला प्रशासन को दिया।

सीकर में किसान पहले भी 1 सितंबर से 13 सितंबर 2017 तक विशाल आंदोलन कर चुके हैं। इसके बाद फरवरी 2018 में भी किसानों ने सीकर-जयपुर मार्ग जाम किया था। इस बार भी किसानों ने बहुत बड़ी संख्या में एकजुट होकर संकेत दे दिया कि किसानों की नाराजगी भाजपा को भारी पड़ सकती है, और कांग्रेस का रवैया भी किसानों के पक्ष में न दिखा, तो कांग्रेस को भी मुश्किलें हो सकती हैं।

इस बार के किसान आंदोलन में महिलाओं की संख्या भी बहुत ज्यादा थी। अखिल भारतीय किसान सभा के इस आंदोलन को देखते हुए पुलिस ने कड़े इंतजाम किए थे।

अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव सागर खाचरिया के हवाले से पत्रिका ने खबर दी है कि किसानों का आंदोलन संपूर्ण कर्जा माफ होने तक जारी रहेगा। इस आंदोलन को माकपा ने भी समर्थन दिया है। जिला सचिव किशन पारीक ने कहा कि जिलेभर के साढ़े तीन लाख से अधिक किसानों ने इस मांग को लेकर किसान सभा को समर्थन दिया है।

किसान सभा का पहला विशाल आंदोलन बिजली दरों में बढ़ोतरी को लेकर हुआ था जिसके बाद प्रदेश भर के किसानों ने जयपुर में आंदोलन किया था। उसके बाद कर्जामाफी को लेकर किसान कई आंदोलन कर चुके हैं, लेकिन राजस्थान की वसुंधरा राजे सरकार किसानों की मांगें पूरी करने के पक्ष में नहीं दिख रही है।
 

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