असम में नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिज़न्स (NRC) के चलते करीब 60 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। इनकी मौत नागरिकता संबंधी मुद्दों से जुड़ी हुई है। कुछ ने NRC से संबंधित हताशा, चिंता और असहायता के कारण कथित रूप से आत्महत्या की है। कुछ लोगों ने डिटेंशन सेंटर में जाने के डर के कारण अपनी जान ले ली। कुछ लोग ऐसे भी हैं जो डिटेंशन सेंटर में नहीं बल्कि रहस्यमय परिस्थितियों में मारे गए। CJP की टीम ने इन मौतों को संकलित किया है और यहां 17 जुलाई, 2019 तक जान गंवाने वाले लोगों की सूची दी गई है।

मरने वालों का प्रोफाइल का संक्षिप्त विश्लेषण
अब तक कुल 58 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें 9 महिलाएं शामिल हैं। मरने वाले सारे लोग कम आय वाले हैं और हाशिए पर रहने वाली पृष्ठभूमि से आते हैं। कई लोग दिहाड़ी मजदूर के रूप में जीवन यापन कर रहे थे। मरने वालों में से 28 हिंदू हैं, 27 मुस्लिम हैं, एक बोरो, एक गोरखा और एक चाय जनजाति का सदस्य है।

मरने वालों का प्रोफाइल का संक्षिप्त विश्लेषण
अब तक कुल 58 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें 9 महिलाएं शामिल हैं। मरने वाले सारे लोग कम आय वाले हैं और हाशिए पर रहने वाली पृष्ठभूमि से आते हैं। कई लोग दिहाड़ी मजदूर के रूप में जीवन यापन कर रहे थे। मरने वालों में से 28 हिंदू हैं, 27 मुस्लिम हैं, एक बोरो, एक गोरखा और एक चाय जनजाति का सदस्य है।