हिंदुओं का नहीं, ब्राह्मण-बनिया संगठन है आरएसएस

Published on: October 13, 2016

जयंतीभाई मन्नानी, ओबीसी आंदोलन के नेता

1925 के दशहरा पर RSS की स्थापना महाराष्ट्र के कुछ कट्टर जातिवादी ब्राह्मणों ने ब्राह्मण नेता डॉ हेडगेवार के नेतृत्व में की और प्रारम्भ से विदेशी ब्लेक टोपी, विदेशी शर्ट - चड्डी ड्रेस कोड अपनाया जो 2016 तक चलाया गया.

RSS
Image: NDTV

2016 के दशहरा से ड्रेसकोड में बदलाव आया लेकिन हिन्दू संस्कृति के अनुसार नहीं लेकिन वही विदेशी ड्रेसकोड. काली टोपी, शर्ट और पेंट का बदलाव लाया गया.

RSS के प्रथम सर संघचालक ब्राह्मण नेता डॉ हेडगेवार, दुसरे सर संघचालक ब्राह्मण नेता गोलवलकर, तीसरे सर संघचालक ब्राह्मण नेता देवरस, चौथे सर संघचालक क्षत्रिय रज्जू भैया, पांचवे सर संघचालक ब्राह्मण नेता सुदर्शन और 6वे सर संघचालक ब्राह्मण नेता मोहन भागवत वर्तमान में कार्यरत है.

 संघ के जातिवादी ब्राह्मण नेताओ ने भारत को 11 क्षेत्रों में बांट कर अपने जाति संगठन को आरएसएस के नाम से जमाया है. इन क्षेत्रों का संचालन करने वालों का सामाजिक चित्र नीचे दिया गया है.

11 क्षेत्रोके 34 पदाधिकारियों में सामाजिक प्रतिनिधित्व
सामाजिक वर्ग - - - - आबादी - - -पदाधिकारी - हिस्सेदारी
1. ब्राह्मण - - - - - -03.00% - - - 24 - - - - 70.59%
2. क्षत्रिय-भूमिहार - -05.90% - - - 01 - - - - 02.94%
3. वैश्य - - - - - - - -01.70% - - - 07 - - - - 20.55%
4. शुद्र - - - - - - - - 51.70%- - - - 01 - - - -05.88%
5. अतिशुद्र- - - - - - 24.00% - - - -00 - - - -00.00%
(स्त्रोत-आरएसएस डॉटकॉम 2004-इंटरनेट पर आधारित)

संघ के प्रथम सर संघचालक, विहिप के प्रथम अध्यक्ष, एबीवीपी के प्रथम अध्यक्ष, भीरतीय मज़दूर संघ के प्रथम अध्यक्ष और राष्ट्रीय स्वयंसेविका संघ की प्रथम अध्यक्षा कौन सी जाति की थी और आज इन पदों पर  कौन सी जाति के है ?

ब्राह्मण संगठन की पहचान को छुपाने के लिए ब्राह्मण स्वयंसेवक संघ नाम के बदले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ नाम रखा गया है, ये बात देश के बहुत कम लोग जानते है.
 

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