योगी आदित्य नाथ की हिंदू युवा वाहिनी के नेता की कार ने बछड़े को कुचलने के बाद 20 मीटर तक घसीटा

Published on: April 7, 2017
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री बने योगी आदित्य नाथ ने प्रदेश के सारे बूचड़खाने बंद करवाने के आदेश दे दिए थे जिसके बाद उनके इस आदेश का पालन जल्द से जल्द हो भी गया। वहीं गाय को लेकर सीएम योगी आदित्य नाथ का प्यार सबको दिखता है। हाल ही में अलवर में गौरक्षकों की पिटाई से एक मुस्लिम व्यक्ति की मौत हो गई। जिसको लेकर राज्यसभा में यह मुद्दा गुंजा।

Hindu Yuva Vahini
 
लेकिन अब सीएम योगी के संगठन हिन्दू युवा वाहिनी के नेता पर अपनी गाड़ी से सड़क पर भाग रहे बछड़े को कुचलने को आरोप लगा है। इस मामले में चश्मदीदों का कहना है कि बुधवार (5 अप्रैल) को नेता की गाड़ी ने बछड़े को करीब 20 मीटर तक घसीटा। गाड़ी में बैठे सभी आरोपी बछड़े की मदद करने के बजाए मौका-ए-वारदात से फरार हो गए। बता दें कि यह घटना लखनऊ के निवादा इलाके की है। इस समाजिक संगठन का गठन योगी आदित्यनाथ द्वारा ही किया गया था, जिसका उद्देश्य गाय की रक्षा करना है। इस बछड़े की मालकिन राजरानी द्वारा अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है।
 
मामले को लेकर राजरानी ने बताया कि शाम के करीब साढ़े सात बजे युवा वाहिनी के लोगों की गाड़ी शराब के एक ठेके के पासे चली थी कि तभी गाड़ी ने उनकी गाय के साथ जा रहे बछड़े को अपनी चपेट में ले लिया। उन्होंने कहा कि बछड़े को कुचलते हुए आरोपी उसे 20 मीटर तक खदेड़ते हुए ले गए। जब इस दुर्घटना के बाद उनकी गाड़ी आगे नहीं बढ़ पाई तब ड्राइवर ने गाड़ी को रोका। सभी आरोपी गाड़ी को वहीं छोड़ फरार हो गए। वहीं राजरानी के बेटे अश्विनी ने बताया कि ड्राइवर नशे में था और उन्होंने गाड़ी से शराब की बोतलें भी बरामद की। इस घटना के बाद गुस्साए स्थानीय लोगों ने गाड़ी को तोड़ दिया और शराब की दुकान के पास जाकर विरोध प्रदर्शन किया।
 
वहीं इस मामले में जानकीपुरम कोतवाली के एसएचओ सतीश कुमार सिन्हा ने बताया कि बेजुबान जानवर की हत्या करने के आरोप में सभी आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। कार को जब्त कर इसके मालिक के बारे में जांच की जा रही है। गाड़ी के मालिक का जैसे ही पता चलता है, हम उसे हिरासत में ले लेंगे।
 
वहीं, कुछ स्थानीय लोगों ने कहा कि यह गाड़ी लखनऊ जिले के हिन्दू युवा वाहिनी के नेता अखंड प्रताप की है। वहीं युवा वाहिनी का कहना है कि उन्हें इस घटना की कोई जानकारी नहीं है। अगर इस मामले में इस संगठन के नेता के दोषी होने की पुष्टि होती है तो हम जरूर उसपर कार्रवाई करेंगे। आपको बता दें कि आरोपी अखंड प्रताप अपने घर पर नहीं है। उसकी बहन का कहना है कि बुधवार को ही वह सीतापुर चला गया था।
 
(संपादन- भवेंद्र प्रकाश)

Courtesy: National Dastak
 

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