लखनऊ घंटाघर से राष्ट्रीय युवा वाहिनी के निकलने वाले मार्च को लेकर रिहाई मंच ने डीजीपी को पत्र लिखा है। रिहाई मंच ने इस पत्र में मांग की है कि उपरोक्त संगठन के मद्देनजर अनिश्चित कालीन धरने पर बैठी महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
प्रति,
पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश,
लखनऊ
महोदय,
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे राष्ट्रीय युवा वाहिनी नामक संगठन के प्रेस नोट को हम आपके संज्ञान में लाना चाहते हैं।
जिसमें राष्ट्रीय युवा वाहिनी ने 28/02/2020 को एक मार्च 11 बजे से घंटाघर से विधानसभा तक निकालने की सूचना दी है।जैसा कि आपको विदित है कि घंटाघर लखनऊ पर महिलाओं का शांतिपूर्ण अनिश्चतकालीन धरना चल रहा है।
दिल्ली, शाहीन बाग़ और जामिया में हुई पिछली कई घटनाओं के प्रकाश में देखा जाए तो राष्ट्रीय युवा वाहिनी का 28/02/2020 को घंटाघर से निकलने वाला मार्च एक गंभीर साजिश प्रतीत होता है। ठीक इसी तरह से शाहीन बाग में एक हिंदुत्ववादी संगठन द्वारा प्रेसनोट जारी कर अपील करने के बाद एक व्यक्ति द्वारा धरना स्थल पर गोली चलाने की घटना हुई।
वहीं भाजपा नेता अनुराग ठाकुर की हेट स्पीच के बाद जामिया में एक अन्य व्यक्ति की गोली से एक छात्र घायल हुआ। ठीक इसी तरह भाजपा नेता कपिल मिश्रा के विवादित बयान
जिसके बाद दिल्ली में बड़े पैमाने पर हिंसा हुई जिस पर माननीय हाईकोर्ट दिल्ली ने भी तल्ख टिप्पणी की है।
आपसे निवेदन है कि राष्ट्रीय युवा वाहिनी नामक संगठन के सोशल मीडिया पर वायरल प्रेस नोट को संज्ञान में लेते हुए लखनऊ घंटाघर पर धरना दे रही महिलाओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करें।
प्रतिलिपि-
1- माननीय मुख्य न्यायधीश सर्वोच्च न्यायालय, नई दिल्ली
2- माननीय मुख्य न्यायधीश उच्च न्यायालय, इलाहाबाद
3- राज्यपाल, उत्तर प्रदेश
4- राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, नई दिल्ली
5- गृह मंत्रालय, भारत सरकार
6- गृह मंत्रलय, उत्तर प्रदेश
7- राज्य मानवाधिकार आयोग, उत्तर प्रदेश
8- जिलाधिकारी, लखनऊ
9- पुलिस कमिश्नर, लखनऊ
प्रति,
पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश,
लखनऊ
महोदय,
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे राष्ट्रीय युवा वाहिनी नामक संगठन के प्रेस नोट को हम आपके संज्ञान में लाना चाहते हैं।
जिसमें राष्ट्रीय युवा वाहिनी ने 28/02/2020 को एक मार्च 11 बजे से घंटाघर से विधानसभा तक निकालने की सूचना दी है।जैसा कि आपको विदित है कि घंटाघर लखनऊ पर महिलाओं का शांतिपूर्ण अनिश्चतकालीन धरना चल रहा है।
दिल्ली, शाहीन बाग़ और जामिया में हुई पिछली कई घटनाओं के प्रकाश में देखा जाए तो राष्ट्रीय युवा वाहिनी का 28/02/2020 को घंटाघर से निकलने वाला मार्च एक गंभीर साजिश प्रतीत होता है। ठीक इसी तरह से शाहीन बाग में एक हिंदुत्ववादी संगठन द्वारा प्रेसनोट जारी कर अपील करने के बाद एक व्यक्ति द्वारा धरना स्थल पर गोली चलाने की घटना हुई।
वहीं भाजपा नेता अनुराग ठाकुर की हेट स्पीच के बाद जामिया में एक अन्य व्यक्ति की गोली से एक छात्र घायल हुआ। ठीक इसी तरह भाजपा नेता कपिल मिश्रा के विवादित बयान
जिसके बाद दिल्ली में बड़े पैमाने पर हिंसा हुई जिस पर माननीय हाईकोर्ट दिल्ली ने भी तल्ख टिप्पणी की है।
आपसे निवेदन है कि राष्ट्रीय युवा वाहिनी नामक संगठन के सोशल मीडिया पर वायरल प्रेस नोट को संज्ञान में लेते हुए लखनऊ घंटाघर पर धरना दे रही महिलाओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करें।
प्रतिलिपि-
1- माननीय मुख्य न्यायधीश सर्वोच्च न्यायालय, नई दिल्ली
2- माननीय मुख्य न्यायधीश उच्च न्यायालय, इलाहाबाद
3- राज्यपाल, उत्तर प्रदेश
4- राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, नई दिल्ली
5- गृह मंत्रालय, भारत सरकार
6- गृह मंत्रलय, उत्तर प्रदेश
7- राज्य मानवाधिकार आयोग, उत्तर प्रदेश
8- जिलाधिकारी, लखनऊ
9- पुलिस कमिश्नर, लखनऊ