नई दिल्ली। लोकसभा के बजट सत्र में पीएम मोदी ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को लेकर एक आपत्तिजनक टिप्पणी की थी जिस पर अब सरकार को सफाई देनी पड़ी है। सरकार की तरफ से प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने 'रेनकोट' वाली टिप्पणी पर सफाई देने का जिम्मा संभाला है।
जितेन्द्र सिंह ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उनके पूर्ववर्ती मनमोहन सिंह को लेकर की गई 'रेनकोट' वाली टिप्पणी वास्तव में उनकी तारीफ थी क्योंकि यूपीए सरकार के शासनकाल में हुए घोटालों के बावजूद उनकी छवि इससे बेअसर रही। जितेंद्र सिंह ने कहा कि मनमोहन सिंह पर उनके सहयोगियों की सवालों में घिरी कार्यप्रणाली का भी कोई असर नहीं पड़ा।
जितेंद्र सिंह कहा कि इस सबके बावजूद वे बेदाग बाहर आ गए तो पीएम की टिप्पणी को प्रशंसा के परिप्रेक्ष्य में लिया जाना चाहिए। डॉ. सिंह ने जम्मू में पत्रकारों से बातचीत में कहा, असल में कांग्रेस नेतृत्व एक परिवार के बाहर किसी भी व्यक्ति की प्रशंसा को स्वीकार करने में असहज रहता है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि चाहे पूर्व पीएम मनमोहन सिंह हों या फिर पीवी नरसिंह राव और सरदार पटेल। कांग्रेस ने हमेशा ही परिवार विशेष के बाहर के व्यक्तित्व की तारीफ करने या स्वीकार करने से परहेज किया है।
उन्होंने कहा कि वे हमेशा अपने नेताओं की तारीफ करने में यह सोच कर डरते हैं कि इससे कहीं एक खास परिवार या वंश नाराज न हो जाए। इस बात से दूरी बनाए रखी। जितेन्द्र सिंह ने विपक्ष पर संसद में बहस से बचने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार हर मुद्दे पर चर्चा करने के लिए तैयार है चाहे उस पर असहमति ही क्यों न हो।
Courtesy: National Dastak
जितेन्द्र सिंह ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उनके पूर्ववर्ती मनमोहन सिंह को लेकर की गई 'रेनकोट' वाली टिप्पणी वास्तव में उनकी तारीफ थी क्योंकि यूपीए सरकार के शासनकाल में हुए घोटालों के बावजूद उनकी छवि इससे बेअसर रही। जितेंद्र सिंह ने कहा कि मनमोहन सिंह पर उनके सहयोगियों की सवालों में घिरी कार्यप्रणाली का भी कोई असर नहीं पड़ा।
जितेंद्र सिंह कहा कि इस सबके बावजूद वे बेदाग बाहर आ गए तो पीएम की टिप्पणी को प्रशंसा के परिप्रेक्ष्य में लिया जाना चाहिए। डॉ. सिंह ने जम्मू में पत्रकारों से बातचीत में कहा, असल में कांग्रेस नेतृत्व एक परिवार के बाहर किसी भी व्यक्ति की प्रशंसा को स्वीकार करने में असहज रहता है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि चाहे पूर्व पीएम मनमोहन सिंह हों या फिर पीवी नरसिंह राव और सरदार पटेल। कांग्रेस ने हमेशा ही परिवार विशेष के बाहर के व्यक्तित्व की तारीफ करने या स्वीकार करने से परहेज किया है।
उन्होंने कहा कि वे हमेशा अपने नेताओं की तारीफ करने में यह सोच कर डरते हैं कि इससे कहीं एक खास परिवार या वंश नाराज न हो जाए। इस बात से दूरी बनाए रखी। जितेन्द्र सिंह ने विपक्ष पर संसद में बहस से बचने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार हर मुद्दे पर चर्चा करने के लिए तैयार है चाहे उस पर असहमति ही क्यों न हो।
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