UP CM योगी को 'एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया' ने पत्र लिखकर सिखाया प्रेस की आजादी का पाठ

Written by Sabrangindia Staff | Published on: November 10, 2020
नई दिल्ली। हत्या के लिए उकसाने के मामले में गिरफ्तार अर्नब गोस्वामी के लिए बीजेपी आवाज उठा रही है वहीं बीजेपी शासित राज्य खुद पत्रकारिता का गला घोंट रहे हैं। इसी संबंध में एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को प्रेस की आजादी और पत्रकारों के अधिकार के संरक्षण पर एक पत्र भेजा है।



एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने पत्र में पत्रकारों के खिलाफ राज्य की ज्यादती के कुछ मामलों पर प्रकाश डाला गया और सीएम से उनके अधिकारों की रक्षा के लिए कदम उठाने का आग्रह किया गया।

योगी को लिखे पत्र में गिल्ड की ओर से कहा गया कि मुंबई में एक टीवी चैनल के संपादक को जब गिरफ्तार किया गया तो उन्होंने (आदित्यनाथ) प्रेस की स्वतंत्रता की बात उठाकर सही किया था लेकिन उत्तर प्रदेश में पत्रकारों को अधिकारियों द्वारा डराने-धमकाने और प्रताड़ित करने की और भी तकलीफदेह घटनाएं हुई हैं और पत्रकारों को उनका काम करने से रोका गया है। 

गौरतलब है कि योगी ने रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी की निंदा की थी। पत्र पर एडिटर्स गिल्ड की अध्यक्ष सीमा मुस्तफा एवं अन्य पदाधिकारियों के हस्ताक्षर हैं। 



इसमें कुछ ऐसे मामलों की जानकारी भी दी गई है जिनमें पत्रकारों को कथित रूप से झूठे आरोपों में गिरफ्तार किया गया। इसमें मलयालम समाचार पोर्टल अजीमुखम के दिल्ली में कार्यरत पत्रकार सिद्दकी कप्पन और वेबसाइट स्क्रॉल की कार्यकारी संपादक सुप्रिया शर्मा, बिजनौर के पांच पत्रकार- आशीष तोमर, शकील अहमद, लाखन सिंह, आमिर खान एवं मोइन अहमद, टुडे 24 के रविंद्र सक्सेना, जनादेश के विजय विनीत और मनीष सिंह, लखनऊ के स्वतंत्र पत्रकार असद रिज्वी आदि पत्रकारों के खिलाफ उत्तर प्रदेश में दर्ज मामलों का उल्लेख किया गया है।

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