मुंबई। 29 दिसंबर को मुंबई और 1 जनवरी को भीमा कोरेगांव में भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद की जनसभाएं निर्धारित थीं। महाराष्ट्र पुलिस ने इससे पहले ही चंद्रशेखर आजाद को मलाड के होटल मसूरी में डिटेन कर लिया था। इसके बाद उन्हें चैत्यभूमि से गिरफ्तार किए जाने की खबर सामने आ रही है। इसके बाद अब खबर है कि उन्हें रिहा कर दिया गया है।
चंद्रशेखर आजाद ने खुद ट्वीट कर अपनी गिरफ्तारी की जानकारी दी है। उन्होंने ट्वीट किया है ''अभी मोदी की पुलिस ने जो मुझे होटल में कैद किया हुआ था बहुजन समाज के दबाव की वजह से पुलिस मुझे कैद कर के चैत्य भूमि लेकर जा रही है क्या देश मे लोकतंत्र बचा है?? लगता है महाराष्ट्र में संविधान को खत्म कर के बीजेपी ने मनुस्मृति लागू कर दी है लेकिन मैं बलिदान को तैयार हूँ। जय भीम''
चंद्रशेखऱ आजाद ने इससे पहले वीडियो जारी कर कहा था कि मुझे मनाली होटल में बंदी बना लिया गया है। मैं पहली बार बाबासाहेब अंबेडकर की इस भूमि पर आया हूं। मैं उन्हें अपना सम्मान देना चाहता था। मैं जानना चाहता हूं कि किस अधिनियम के तहत मुझे हिरासत में लिया गया है। मैं महाराष्ट्र सरकार से पूछता हूं। पुलिस मुझे बताए कि कानून के किस प्रावधान के तहत मुझे हिरासत में लिया गया है। देश को संविधान के अनुसार चलना चाहिए, लेकिन आज संविधान अलग है। चंद्रशेखऱ आजाद की गिरफ्तारी को लेकर सोशल मीडिया पर गहमागहमी का माहौल है। वरिष्ठ पत्रकार दिलीप मंडल ने लिखा है, ''अभी-अभी : भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आज़ाद को महाराष्ट्र की फडणवीस सरकार ने चैत्य भूमि पर गिरफ्तार किया। किसी अज्ञात जगह ले जाया जा रहा है। भीम आर्मी चीफ़ को कल मुंबई और 1 जनवरी को भीमा कोरेगाँव में शांतिपूर्ण सभा करने का अधिकार संविधान से प्राप्त है। मुंबई में फड़णवीस सरकार द्वारा उनकी गिरफ़्तारी क्यों?''
चंद्रशेखर आजाद ने खुद ट्वीट कर अपनी गिरफ्तारी की जानकारी दी है। उन्होंने ट्वीट किया है ''अभी मोदी की पुलिस ने जो मुझे होटल में कैद किया हुआ था बहुजन समाज के दबाव की वजह से पुलिस मुझे कैद कर के चैत्य भूमि लेकर जा रही है क्या देश मे लोकतंत्र बचा है?? लगता है महाराष्ट्र में संविधान को खत्म कर के बीजेपी ने मनुस्मृति लागू कर दी है लेकिन मैं बलिदान को तैयार हूँ। जय भीम''
चंद्रशेखऱ आजाद ने इससे पहले वीडियो जारी कर कहा था कि मुझे मनाली होटल में बंदी बना लिया गया है। मैं पहली बार बाबासाहेब अंबेडकर की इस भूमि पर आया हूं। मैं उन्हें अपना सम्मान देना चाहता था। मैं जानना चाहता हूं कि किस अधिनियम के तहत मुझे हिरासत में लिया गया है। मैं महाराष्ट्र सरकार से पूछता हूं। पुलिस मुझे बताए कि कानून के किस प्रावधान के तहत मुझे हिरासत में लिया गया है। देश को संविधान के अनुसार चलना चाहिए, लेकिन आज संविधान अलग है। चंद्रशेखऱ आजाद की गिरफ्तारी को लेकर सोशल मीडिया पर गहमागहमी का माहौल है। वरिष्ठ पत्रकार दिलीप मंडल ने लिखा है, ''अभी-अभी : भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आज़ाद को महाराष्ट्र की फडणवीस सरकार ने चैत्य भूमि पर गिरफ्तार किया। किसी अज्ञात जगह ले जाया जा रहा है। भीम आर्मी चीफ़ को कल मुंबई और 1 जनवरी को भीमा कोरेगाँव में शांतिपूर्ण सभा करने का अधिकार संविधान से प्राप्त है। मुंबई में फड़णवीस सरकार द्वारा उनकी गिरफ़्तारी क्यों?''