CAG: चप्पल में हवाई सफर का PM का वादा निकला 'जुमला', ‘उड़ान’ नहीं भर पाया आम आदमी

Written by Navnish Kumar | Published on: August 21, 2023
हवाई चप्पल पहनने वाले भी हवाई जहाज में उड़ान भर सकेंगे। पीएम मोदी ने वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद छोटे शहरों के लिए शुरू हुई उड़ान योजना के समय यही कहा था। लेकिन केंद्र की यह योजना हवा हवाई साबित हुई है। जी हां, आयुष्मान भारत, द्वारका एक्सप्रेस-वे और भारतमाला परियोजना आदि के बाद CAG ने केंद्र सरकार की एक और 'उड़ान' योजना पर बड़ा सवाल खड़ा किया है। तीन साल के रियायती पीरियड के बाद महज 7 प्रतिशत रूट ही चालू रह सके है। 93 प्रतिशत हवाई मार्गों पर आज की डेट में योजना लागू नहीं है।



कैग की रिपोर्ट में क्या?

संसद के मानसून सत्र में पेश की गई सीएजी रिपोर्ट के अनुसार, उड़ान योजना के तहत देशभर में चुने गए कुल 774 रूट्स में से 403 पर उड़ान शुरू नहीं हो पाई। इसके अलावा जिन 371 रूट पर संचालन शुरू हुआ, उनमें से सिर्फ 112 रूट पर ही 3 साल ऑपरेशन जारी रहा और ज्यादातर रूट इससे पहले ही बंद हो गए। रिपोर्ट में बताया गया कि मार्च 2023 तक सिर्फ 54 रूट पर ही संचालन जारी है।

कैग की रिपोर्ट के मुताबिक, क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना के तहत कुल 774 रूट में से सिर्फ मार्च 2023 तक 22.8 प्रतिशत यानी 174 रूट पर ही उड़ान की शुरुआत हुई है। उड़ान-3 तक, आवंटित मार्गों में से 52 प्रतिशत (774 मार्गों में से 403) परिचालन शुरू नहीं किया जा सका। शुरू किए गए मार्गों में से केवल 112 मार्गों (30 प्रतिशत) ने परिचालन पूरा किया। रिपोर्ट के मुताबिक इन 112 मार्गों में से, 17 आरसीएस हवाई अड्डों को जोड़ने वाले केवल 54 मार्ग (सम्मानित मार्गों का 7 प्रतिशत) मार्च 2023 तक तीन साल की रियायती अवधि से परे परिचालन को बनाए रख सके है।

21 अक्टूबर, 2016 को ‘उड़ान’ (उड़े देश का आम नागरिक) के नाम से योजना शुरू की थी। इसे लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने तंज कसते हुए कहा कि नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि केंद्र की महात्वाकांक्षी ‘उड़ान’ योजना 93 प्रतिशत हवाई मार्गों पर लागू नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि लोगों को इस योजना के नाम पर सिर्फ ‘‘झूठ और जुमले’’ मिले हैं।

योजना के तहत कुल 169 एयरपोर्ट, हेलीपोर्ट वॉटर एयर ड्रोन का निर्माण या पुनर्विकसित करना था। जिसमें से 83 का उपयोग ही नहीं हुआ। वहीं 56 यानि कि करीब 40 प्रतिशत का ही उपयोग किया जा रहा है। साथ ही रिपोर्ट में कहा गया है कि मुसाफिर भी घटे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 21-22 में 32.9 लाख लोग इस योजना के तहत ट्रेवल किए जो 22-23 में कम होकर 24.9 लाख हो गए। कुशीनगर एयरपोर्ट जिसका निर्माण इस योजना के तहत हुआ लेकिन इस बिल्डिंग का मार्च 2022 तक उपयोग ही नहीं किया गया। साथ ही एयरपोर्ट के पास स्टेट पलूशन कंट्रोल बोर्ड से जरूरी कंसेंट व ऑपरेट सर्टिफिकेट भी नहीं है।

गौरतलब है कि उड़ान योजना का मकसद था कि अलग-अलग शहरों को इस योजना के तहत जोड़ा जाए। रिपोर्ट के अनुसार 200 किलोमीटर से कम 26 रुट पर परिचालन की शुरुआत हुई लेकिन 3 साल बाद अब उस रुट पर मात्र 2 एयरलाइन ही सर्विस दे रही है। इसी तरह 100 से 400 किलोमीटर की दूरी वाले मार्ग पर 96 में से 12 चल रहे हैं।

सीएजी रिपोर्ट पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ''मोदी सरकार का हवाई चप्पल पहनकर हवाई यात्रा कराने का वादा उनके अन्‍य वादों की तरह हवा में उड़ गया है। इस महीने की शुरुआत में संसद में पेश की गई सीएजी रिपोर्ट पर खड़गे ने कहा, ''मोदी सरकार का चप्पल पहनकर हवाई यात्रा करने का वादा उनके अन्‍य वादों की तरह हवा में उड़ गया है। ये हम नहीं, सीएजी रिपोर्ट कह रही है।' कांग्रेस अध्‍यक्ष ने कहा, “यह योजना 93 प्रतिशत मार्गों पर काम नहीं करती। एयरलाइंस का कोई स्वतंत्र ऑडिट भी नहीं हुआ। बहुप्रचारित हेलीकाप्टर सेवाएं भी रुका रही। सिर्फ झूठ और बयानबाजी चल रही है। भारत अब ऐसी अक्षम सरकार को माफ नहीं करेगा।”

मल्लिकार्जुन खड़गे का केंद्र पर निशाना

मल्लिकार्जुन खड़गे ने ट्वीट किया कि मोदी सरकार का हवाई चप्पल पहन, हवाई सफर करने का वादा उनके हर वादे की तरह हवा-हवाई हो गया. ये हम नहीं कह रहे हैं, कैग की रिपोर्ट कह रही है। योजना 93 प्रतिशत हवाई मार्गों पर नहीं चली।



"सिर्फ झूठी बातें और जुमलों का बखान"

कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा कि विमान सेवा परिचालन कंपनियों का स्वतंत्र ऑडिट भी नहीं हुआ। बहुप्रचारित हेलीकॉप्टर सेवाएं भी ठप रहीं। उन्होंने कहा कि नहीं मिली उड़ान, सिर्फ झूठी बातें और जुमलों का बखान। ऐसी नाकारा सरकार को अब माफ नहीं करेगा हिंदुस्तान।

उनकी यह टिप्पणी सीएजी की रिपोर्ट के कुछ दिनों बाद आई है, जिसमें कहा गया है कि उड़ान-3 तक, आवंटित मार्गों में से 52 प्रतिशत (774 मार्गों में से 403) परिचालन शुरू नहीं किया जा सका। शुरू किए गए मार्गों में से केवल 112 मार्गों (30 प्रतिशत) ने परिचालन पूरा किया। रिपोर्ट के मुताबिक इन 112 मार्गों में से, 17 आरसीएस हवाई अड्डों को जोड़ने वाले केवल 54 मार्ग (सम्मानित मार्गों का 7 प्रतिशत) मार्च 2023 तक तीन साल की रियायती अवधि से परे परिचालन को बनाए रख सके।

पीएम मोदी अनियमितताओं पर तोड़ें अपनी चुप्पी

इससे पहले कांग्रेस ने बुधवार को आरोप लगाया कि कैग ने केंद्र सरकार की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में घोटाले बताए हैं। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने पीएम मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कथित घोटालों पर पीएम मोदी को अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए। कथित घोटालों की जांच होनी चाहिए और इसकी जवाबदेही तय की जानी चाहिए। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा था कि प्रधानमंत्री कथित अनियमितताओं पर अपनी चुप्पी कब तोड़ेंगे।

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