नई दिल्ली। दिल्ली के तुगलकाबाद में 10 अगस्त को प्रशासनिक अमले ने रविदास मंदिर तोड़ दिया था। जिसे कोर्ट के आदेश से तोड़ा जाना बताया जा रहा है। रविदास का मंदिर तोड़े जाने के विरोध में बहुजन समाज सड़कों पर उतर रहा है। बहुजन संगठनों और रविदासिया समाज ने 19 और 21 अगस्त को दिल्ली में बड़ा प्रदर्शन करने का ऐलान किया था जिसके मद्देनजर आज दिल्ली का रामलीला मैदान सुबह से ही लोगों से भरा हुआ नजर आ रहा है।
यह मंदिर काफी प्राचीन बताया जा रहा है जिसे तोड़ने का आदेश जस्टिस मिश्रा और जस्टिस शाह ने दे दिया। इसके बाद इस फैसले पर अमल करते हुए प्रशासन ने इसे पूरी तरह नेस्तनाबूत कर दिया। मंदिर गिराए जाने के विरोध में विदेशों में भी प्रदर्शन हो रहे हैं। मंगलवार को लंदन में हजारों भारतीयों ने प्रदर्शन किया था।
बता दें कि इस रविदास गुरुघर या मंदिर के लिए इब्राहिम लोदी ने ज़मीन दी थी। यह मंदिर पूरे लोदी वंश और मुग़ल वंश के समय सुरक्षित रहा और अंग्रेजों के समय भी लेकिन मोदी राज में इस मंदिर को नेस्तनाबूत कर दिया गया। भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने भी दिल्ली पहुंचने की अपील की थी। ऐसे में दिल्ली का रामलीला मैदान नीले झंडों से पटा नजर आ रहा है।
कांग्रेस की धमकी
मंदिर तोड़े जाने के विरोध में कांग्रेस नेताओं ने डीसी ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया। केंद्र सरकार को दलित विरोधी बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका। इसके बाद जिला सचिवालय में पहुंचकर डीसी को ज्ञापन सौंपा। इसमें मांग की गई है कि जिस स्थान से गुरु रविदास मंदिर हटाया गया उस स्थान पर दोबारा मंदिर बनाया जाए, वरना सर्व समाज यमुनानगर डीसी ऑफिस के बाहर धरने पर बैठेगा।
यह मंदिर काफी प्राचीन बताया जा रहा है जिसे तोड़ने का आदेश जस्टिस मिश्रा और जस्टिस शाह ने दे दिया। इसके बाद इस फैसले पर अमल करते हुए प्रशासन ने इसे पूरी तरह नेस्तनाबूत कर दिया। मंदिर गिराए जाने के विरोध में विदेशों में भी प्रदर्शन हो रहे हैं। मंगलवार को लंदन में हजारों भारतीयों ने प्रदर्शन किया था।
बता दें कि इस रविदास गुरुघर या मंदिर के लिए इब्राहिम लोदी ने ज़मीन दी थी। यह मंदिर पूरे लोदी वंश और मुग़ल वंश के समय सुरक्षित रहा और अंग्रेजों के समय भी लेकिन मोदी राज में इस मंदिर को नेस्तनाबूत कर दिया गया। भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने भी दिल्ली पहुंचने की अपील की थी। ऐसे में दिल्ली का रामलीला मैदान नीले झंडों से पटा नजर आ रहा है।
कांग्रेस की धमकी
मंदिर तोड़े जाने के विरोध में कांग्रेस नेताओं ने डीसी ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया। केंद्र सरकार को दलित विरोधी बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका। इसके बाद जिला सचिवालय में पहुंचकर डीसी को ज्ञापन सौंपा। इसमें मांग की गई है कि जिस स्थान से गुरु रविदास मंदिर हटाया गया उस स्थान पर दोबारा मंदिर बनाया जाए, वरना सर्व समाज यमुनानगर डीसी ऑफिस के बाहर धरने पर बैठेगा।