तुगलकाबाद हिंसा: पुलिस ने पहले ही बंद करा दी थीं दुकानें, भीड़ में शामिल हुए थे नकाबपोश!

Written by sabrang india | Published on: August 24, 2019
दिल्ली के तुगलकाबाद में रविदास स्मारक के लिए रैली के बाद हुई हिंसा के बाद भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद सहित 96 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन सभी को तुगलकाबाद एरिया में तोड़फोड़ और हिंसा फैलाने के चलते गिरफ्तार किया गया है। भीम आर्मी का आरोप है कि प्रशासन की शह पर पुलिस ने चंद्रशेखर के संगठन को बदनाम करने के लिए एक साजिश रची और बाहर से अराजक तत्व लाकर प्रदर्शनकारियों के बीच में घुसा दिए जिन्होंने तोड़फोड़ की। 

इंडियन एक्सप्रेस की खबर भी भीम आर्मी के इस दावे की तस्दीक करती नजर आ रही है। एक्सप्रेस के मुताबिक, पुलिस ने तुगलकाबाद के जगदंबा रोड बाजार में दुकानों को बंद करा दिया था। 52 वर्षीय कल्पना ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि इस हिंसा से कुछ पहले ही शाम 5.30 बजे पुलिस वहां आई और उन्हें दुकान बंद करने के लिए कह दिया था। इसके बाद प्रदर्शनकारियों के साथ ही कुछ नकाबपोश लोग भीड़ के साथ आए और उन्होंने तोड़फोड़ करना शुरू कर दिया। वहां उन्होंने एक मोटरसाइकिल को आग लगा दी। 

इसके बाद सवाल उठ रहा है कि रामलीला मैदान से लेकर तुगलकाबाद तक रैली में शामिल लोगों को नकाब से अपना चेहरा ढकने की जरूरत नहीं महसूस हुई, लेकिन वहां वे कौन लोग थे जो चेहरे को ढक कर मोटरसाइकिल को आग लगा रहे थे! पता नहीं, पकड़े गए लोगों में वे नकाबधारी लोग शामिल हैं या नहीं!

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 10 अगस्त को जहाँपनाह सिटी फॉरेस्ट के अंदर स्थित रविदास मंदिर को डीडीए प्रशासन द्वारा ढहा दिया गया था। इसके बाद बहुजन संगठनों ने इस पर आपत्ति जताते हुए 19 औऱ 21 अगस्त को प्रदर्शन बुलाया था। भीम आर्मी ने भी दिल्ली के रामलीला मैदान में प्रदर्शन बुलाया था। इस दौरान चंद्रशेखर भी वहां पहुंचे। इसके बाद तुगलकाबाद से ही भीम आर्मी के प्रमुख और दलित नेता चंद्रशेखर सहित 96 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। 

गिरफ्तार किए गए प्रदर्शनकारियों में ज्यादातर पंजाब, हरियाणा और यूपी के हैं, कुछ दिल्ली से हैं। इनपर गंभीर धाराएं लगाकर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। वहीं इन प्रदर्शनकारियों की जमानत के लिए बहुजन समाज के वकील व अन्य समाजसेवी सामने आए हैं। बताया जा रहा है कि वकीलों का एक ग्रुप सभी की जमानत के लिए फ्री में पहल करेगा।  

भीम आर्मी की चेतावनी-
वहीं, भीम आर्मी ने केंद्र सरकार को चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि मोदी सरकार ने अगर 10 दिन के अंदर अध्यादेश लाकर रविदास मंदिर बनाने की पहल शुरू नहीं की तो दलित-आदिवासियों के साथ ओबीसी भी प्रदर्शन में शामिल होगा। इसके साथ ही भीम आर्मी ने 25 अगस्त को काला दिवस के रुप में मनाने का ऐलान किया है। इसके साथ ही कहा गया है कि पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए 95 लोगों की रिहाई के बाद ही चंद्रशेखर आजाद की रिहाई कराई जाएगी। 

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