पुलिस ने चंद्रशेखर को रात भर लाठियों से पीटा- भीम आर्मी

Written by sabrang india | Published on: August 23, 2019
नई दिल्ली। तुगलकाबाद में रविदास मंदिर के विध्वंस के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध के बाद पुलिस ने 96 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया है। भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद भी पुलिस हिरासत में हैं। इस बीच भीम आर्मी ने आरोप लगाया है कि चंद्रशेखर के साथ कालकाजी पुलिस स्टेशन के अंदर मारपीट की गई। 



भीम आर्मी स्टूडेंट फेडरेशन के विपिन गौरेया ने सबरंगइंडिया से बात करते हुए कहा, 'ओखला मेट्रो स्टेशन के पास एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने हमें बताया कि सब कुछ ठीक है और आप मंदिर तक मार्च कर सकते हैं। हालाँकि, जब हम मंदिर में पहुँचे, तो हमने कुछ बाइकें जलती देखीं, पुलिस ने हवा में गोलियां चलानी शुरू कर दीं और बिना किसी को बताए चंद्रशेखर आज़ाद और विनय रतन सिंह को उठा लिया। उन्होंने उसे बांध दिया और रात भर लाठियों से उसकी पिटाई की।' 



भीम आर्मी के नब्बे से अधिक लोगों को दंगा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने यह भी कहा कि जबकि अन्य लोगों को भी बंद कर दिया गया था लेकिन, चंद्रशेखर आज़ाद पुलिस का 'मुख्य लक्ष्य' थे। पांच और युवा लड़कों को पुलिस ने अगले दिन उठाया जब उन्होंने चंद्रशेखर आज़ाद को देखते हुए 'जय भीम' के नारे लगाए। कानून के कई अन्य प्रावधानों के बीच आजाद पर आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। उसे तिहाड़ जेल भेज दिया गया है। भीम आर्मी ने दिल्ली में महिला प्रेस क्लब में गुरुवार शाम 4 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस की और मामले को विस्तार से बताया। 


सबरंगइंडिया से बात करते हुए, एसएचओ कालकाजी, अतुल कुमार ने सभी आरोपों को सिरे से नकार दिया। उन्होंने कहा, 'सैकड़ों लोगों को हिरासत में लिया गया था, उनके वकील साथ आए थे, फिर यह कैसे संभव है? एक मेडिकल भी किया गया और उसे मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया।'


बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर दिल्ली विकास प्रधिकरण (DDA) ने तुगलकाबाद में 600 साल पुराना संत रविदास का मंदिर ढहा दिया था। आरोप था कि मंदिर सरकारी ज़मीन पर बना हुआ है। मंदिर ढहाने के बाद से ही बवाल शुरू हो गया। इसके बाद दिल्ली से लेकर हरियाणा, पंजाब, एमपी और राजस्थान समेत अन्‍य राज्यों में मंदिर ढहाए जाने के विरोध में प्रदर्शन शुरू हो गए।

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