उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में सोशल मीडिया पर सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ कथित आपत्तिजनक पोस्ट डालने के मामले में एक शख्स को गिरफ्तार किया गया है। बीते 3 दिनों में गिरफ्तारी का ये चौथा मामला है। शनिवार को एक टीवी चैनल की मालिक, एडिटर और एक अन्य स्वतंत्र पत्रकार को योगी के खिलाफ कथित विवादित टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
शनिवार को हुई ये तीन गिरफ्तारियों की चौतरफा आलोचना हो रही है। लोग इसे डराने धमकाने का प्रयास बताने लगे। वहीं चौथी गिरफ्तारी गोरखपुर से हुई जब ट्विटर पर पुलिस को इसकी शिकायत मिली। रविवार को हुई इस गिरफ्तारी में आरोपी शख्स का मोबाइल जब्त कर लिया गया है।
शनिवार को गिरफ्तार तीन लोगों में से एक स्वतंत्र पत्रकार को उत्तर प्रदेश पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया। प्रशांत पर आरोप है कि उन्होंने ट्विटर पर योगी के खिलाफ आपत्तिजनकी चीजें लिखी थीं। प्रशांत को दिल्ली के पश्चिम विनोद नगर से उसके घर से गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा निजी न्यूज चैनल नेशन लाइव की मालिक इशिका सिंह और एडिटर अनुज शुक्ला को नोएडा से गिरफ्तार किया गया।
एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने मीडियाकर्मियों के खिलाफ हुई इस कार्रवाई की निंदा की और इसे "प्रेस को डराने, और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को भंग करने का प्रयास" बताया है।
शनिवार को हुई ये तीन गिरफ्तारियों की चौतरफा आलोचना हो रही है। लोग इसे डराने धमकाने का प्रयास बताने लगे। वहीं चौथी गिरफ्तारी गोरखपुर से हुई जब ट्विटर पर पुलिस को इसकी शिकायत मिली। रविवार को हुई इस गिरफ्तारी में आरोपी शख्स का मोबाइल जब्त कर लिया गया है।
शनिवार को गिरफ्तार तीन लोगों में से एक स्वतंत्र पत्रकार को उत्तर प्रदेश पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया। प्रशांत पर आरोप है कि उन्होंने ट्विटर पर योगी के खिलाफ आपत्तिजनकी चीजें लिखी थीं। प्रशांत को दिल्ली के पश्चिम विनोद नगर से उसके घर से गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा निजी न्यूज चैनल नेशन लाइव की मालिक इशिका सिंह और एडिटर अनुज शुक्ला को नोएडा से गिरफ्तार किया गया।
एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने मीडियाकर्मियों के खिलाफ हुई इस कार्रवाई की निंदा की और इसे "प्रेस को डराने, और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को भंग करने का प्रयास" बताया है।