झारखंड में मॉब लिंचिंग के पीड़ित अलीमुद्दीन अंसारी की बेगम मरियम खातून ने मदद की गुहार लगाई है। मरियम पिछले दो सालों से जीवन के बेहद मुश्किल दौर का अकेले ही सामना कर रही हैं। एक ओर वर्ष 2017 में बीफ रखने के आरोप में भीड़ ने उनके पति की हत्या कर दी थी। तो वहीं 2019 में बीमारी के चलते उनके बड़े बेटे की मृत्यु हो गई थी। हाल ही में मरियम खातून के दूसरे बेटे के गंभीर रूप से बीमार होने की खबर सामने आई है। बेटे के इलाज के लिए मरियम को आर्थिक रूप से संघर्ष करना पड़ रहा है।
बता दें कि जून 2017 में में बीफ होने के संदेह मात्र में भीड़ ने उनके पति अलीमुद्दीन अंसारी की हत्या कर दी थी। इस मामले में 12 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी, जिनमें उम्र कैद की सजा के बावजूद मुख्य आरोपी दीपक मिश्रा के अलावा अन्य सभी बेल पर रिहा हैं। वहीं हाईकोर्ट ने 5 लाख रुपए का मुआवजा देने के साथ उनके 23 वर्ष के बेटे को सरकारी नौकरी देने की बात कही थी। लेकिन बीमारी के चलते उसकी जनवरी 2019 में मौत हो गई। अब मरियम के दूसरे बेटे के गंभीर रूप से बीमार होने की खबर मिली है।
सबरंग इंडिया से बातचीत में मरियम खातून ने बताया कि उन्होंने छोटे बेटे (शाहबाज) का ऑपरेशन कल ही करवाया है और आगे के इलाज के लिए पैसे की जरूरत है। मरियम ने यह भी बताया कि उनके जिस बेटे को नौकरी देने का वादा किया गया था उसकी बीमारी के चलते मौत हो गई। जिसके बाद वह अपने दूसरे बेटे (शहबान) को नौकरी दिलाने फरवरी में ले गई। वहां बेटे के डॉक्युमेंट्स जमा करा लिया और अधिकारियों ने कहा है कि "आगे हम सोचेंगे क्या करना है"।
इन सब तकलीफों के बाद भी मरियम अपने साथ हुए अन्याय के खिलाफ लड़ रही हैं। उन्होंने अलीमुद्दीन की लिंचिंग के आरोपियों को बेल पर रिहा करने के हाईकोर्ट के फैसले को मानवाधिकार कानून नेटवर्क की सहायता से सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। मगर आज दूसरे बेटे की बीमारी के कारण वह इस संघर्ष के दौर में खुद को माँ के रूप में दोबारा हारते हुए नहीं देख पाएंगी। हम मानवता के लिए मरियम खातून के बेटे के इलाज के लिए आप से मदद की अपील करते हैं।
कृपया एक माँ की मदद करें।
NAME:- MARIYAM KHATOON
BANK NAME:- Union Bank of India
ACCOUNT NUMBER: - 542002010010826
IFSC CODE:- UBIN0554201
बता दें कि जून 2017 में में बीफ होने के संदेह मात्र में भीड़ ने उनके पति अलीमुद्दीन अंसारी की हत्या कर दी थी। इस मामले में 12 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी, जिनमें उम्र कैद की सजा के बावजूद मुख्य आरोपी दीपक मिश्रा के अलावा अन्य सभी बेल पर रिहा हैं। वहीं हाईकोर्ट ने 5 लाख रुपए का मुआवजा देने के साथ उनके 23 वर्ष के बेटे को सरकारी नौकरी देने की बात कही थी। लेकिन बीमारी के चलते उसकी जनवरी 2019 में मौत हो गई। अब मरियम के दूसरे बेटे के गंभीर रूप से बीमार होने की खबर मिली है।
सबरंग इंडिया से बातचीत में मरियम खातून ने बताया कि उन्होंने छोटे बेटे (शाहबाज) का ऑपरेशन कल ही करवाया है और आगे के इलाज के लिए पैसे की जरूरत है। मरियम ने यह भी बताया कि उनके जिस बेटे को नौकरी देने का वादा किया गया था उसकी बीमारी के चलते मौत हो गई। जिसके बाद वह अपने दूसरे बेटे (शहबान) को नौकरी दिलाने फरवरी में ले गई। वहां बेटे के डॉक्युमेंट्स जमा करा लिया और अधिकारियों ने कहा है कि "आगे हम सोचेंगे क्या करना है"।
इन सब तकलीफों के बाद भी मरियम अपने साथ हुए अन्याय के खिलाफ लड़ रही हैं। उन्होंने अलीमुद्दीन की लिंचिंग के आरोपियों को बेल पर रिहा करने के हाईकोर्ट के फैसले को मानवाधिकार कानून नेटवर्क की सहायता से सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। मगर आज दूसरे बेटे की बीमारी के कारण वह इस संघर्ष के दौर में खुद को माँ के रूप में दोबारा हारते हुए नहीं देख पाएंगी। हम मानवता के लिए मरियम खातून के बेटे के इलाज के लिए आप से मदद की अपील करते हैं।
कृपया एक माँ की मदद करें।
NAME:- MARIYAM KHATOON
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