नई दिल्ली। कारवां मैग्जीन की एक खबर से सियासी खेमे में हलचल मच गई है। कारवां वेबसाइट की एक खबर मुताबिक राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के छोटे बेटे विवेक डोवाल केमैन द्वीप पर एक हेज फंड (Hedge Fund) चलाते हैं। बड़ी बात यह है कि यह हेज फंड नोटबंदी की घोषणा के 13 दिन बाद ही स्थापित की गई थी। कारवां ने कहा है कि सिंगापुर और अमेरिका से मिले दस्तावेज इसकी पुष्टि करते हैं। विवेक डोभाल का कारोबार उनके भाई शौर्य डोभाल द्वारा चलाए जा रहे कारोबार से जुड़ा हुआ है। शौर्य डोभाल भारतीय जनता पार्टी के नेता भी हैं और इंडिया फाउंडेशन नाम का थिंक टैंक चलाते हैं। जिस हेज फंड की बात की गई है उसका नाम जीएनवाई एशिया फंड है, विवेक डोभाल इसके निदेशक हैं।
बड़ी बात यह है कि यह हेज फंड कंपनी केमैन द्वीप पर है जो एक टैक्स हैवेन है। टैक्स हैवेन उन देशों को कहते हैं जहां विदेश के पैसे को निवेश करने में टैक्स बेहद कम या न के बराबर लगता है। असल में यहां लोग अपना टैक्स बचाने के लिए निवेश करते हैं। अजीत डोभाल ने 2011 में कहा था कि टैक्स हैवेन में पैसा लगाने वालों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
लेकिन अब उनके बेटे एक ऐसे काम में फंसे दिख रहे हैं। कारवां मैग्जीन के पत्रकार कौशल श्राफ ने एक टीवी चैनल पर सवाल किया कि शौर्य डोभाल और विवेक डोभाल की कंपनी आपस में किस तरह जुड़ी है? और दूसरा विवेक डोभाल केमैन आइलैंड में एक हेज फंड क्यों चला रहे हैं?
क्या होता है हेज फंड
हेज फंड निवेशकों या लोगों का एक समूह होता है। इस समूह में निवेशक एक जगह अपना पैसा इकट्ठा करते हैं। उसके बाद उसे अलग-अलग कंपनियों में और देश में इन्वेस्ट करते हैं। लेकिन कारवां मैग्जीन ने इस मामले में यह आरोप लगाया है कि इस हेज फंड से साउदी अरब और कतर के निवेशकों का पैसा भारत में और एशिया में इन्वेस्ट किया जा रहा है।
विपक्ष का निशाना
सीपीआईएम ने ट्वीट करके इस खबर पर अपनी प्रतिक्रिया दी। CPIM ने कहा कि एक तरफ अजीत डोवाल टैक्स हैवेन देशों पर कार्रवाई करवाना चाहते हैं। वहीं उनके बेटे टैक्स हैवेन देश में हेज फंड चलाते हैं। नोटबंदी ने अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ दी। वाह मोदी जी वाह।
बड़ी बात यह है कि यह हेज फंड कंपनी केमैन द्वीप पर है जो एक टैक्स हैवेन है। टैक्स हैवेन उन देशों को कहते हैं जहां विदेश के पैसे को निवेश करने में टैक्स बेहद कम या न के बराबर लगता है। असल में यहां लोग अपना टैक्स बचाने के लिए निवेश करते हैं। अजीत डोभाल ने 2011 में कहा था कि टैक्स हैवेन में पैसा लगाने वालों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
लेकिन अब उनके बेटे एक ऐसे काम में फंसे दिख रहे हैं। कारवां मैग्जीन के पत्रकार कौशल श्राफ ने एक टीवी चैनल पर सवाल किया कि शौर्य डोभाल और विवेक डोभाल की कंपनी आपस में किस तरह जुड़ी है? और दूसरा विवेक डोभाल केमैन आइलैंड में एक हेज फंड क्यों चला रहे हैं?
क्या होता है हेज फंड
हेज फंड निवेशकों या लोगों का एक समूह होता है। इस समूह में निवेशक एक जगह अपना पैसा इकट्ठा करते हैं। उसके बाद उसे अलग-अलग कंपनियों में और देश में इन्वेस्ट करते हैं। लेकिन कारवां मैग्जीन ने इस मामले में यह आरोप लगाया है कि इस हेज फंड से साउदी अरब और कतर के निवेशकों का पैसा भारत में और एशिया में इन्वेस्ट किया जा रहा है।
विपक्ष का निशाना
सीपीआईएम ने ट्वीट करके इस खबर पर अपनी प्रतिक्रिया दी। CPIM ने कहा कि एक तरफ अजीत डोवाल टैक्स हैवेन देशों पर कार्रवाई करवाना चाहते हैं। वहीं उनके बेटे टैक्स हैवेन देश में हेज फंड चलाते हैं। नोटबंदी ने अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ दी। वाह मोदी जी वाह।