यह घटना 11 फरवरी को हुई जब मोहम्मद इस्माइल का सामना दो लोगों वीरा रेड्डी और विजय रेड्डी के साथ लगभग 40 लोगों के एक समूह से हुआ।
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फोटो साभार : द ऑब्जर्वर पोस्ट
तेलंगाना की 15 वर्षीय मुस्लिम लड़की की मौत तब हुई जब वह अपने पिता को तेलंगाना के जहीराबाद के अंतराम गांव में भीड़ से बचाने की कोशिश की।
मकतूब की रिपोर्ट के अनुसार, लड़की की पहचान आलिया बेगम के तौर पर हुई और उसके पिता का नाम मोहम्मद इस्माइल है।
यह घटना 11 फरवरी को हुई जब मोहम्मद इस्माइल का सामना दो लोगों वीरा रेड्डी और विजय रेड्डी के साथ लगभग 40 लोगों के एक समूह से हुआ।
अपने पिता पर हमला होते देख आलिया बेगम ने उन्हें बचाने की कोशिश की लेकिन पत्थरबाजी में वह गंभीर रूप से घायल हो गई।
उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया और 15 फरवरी तक उसकी हालत गंभीर बनी रही।
10वीं कक्षा में पढ़ाई करने वाली आलिया अपनी बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी। उसने 15 फरवरी को दम तोड़ दिया।
पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे एआईएमआईएम विधायक कौसर मोहिउद्दीन ने कहा, “यह केवल एक परिवार पर हमला नहीं है, बल्कि पूरे समुदाय पर हमला है। हम न्याय मिलने तक चैन से नहीं बैठेंगे।”
उन्होंने बताया कि आलिया बहादुरी से अपने पिता की मदद के लिए दौड़ी लेकिन खुद हमले का शिकार हो गई।
उन्होंने संगारेड्डी जिले के पुलिस अधीक्षक चौ. रूपेश से भी मुलाकात की और उनसे दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया।
पुलिस ने आरोपी रेड्डी के खिलाफ मामला दर्ज किया है। अधिवक्ता अफसर जहां, अधिवक्ता सुजात और अन्य सहित अखिल भारतीय मिल्ली काउंसिल के सदस्यों ने संगारेड्डी में पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की।
दोनों आरोपी भाइयों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
अधिवक्ता अफसर जहां सहित अखिल भारतीय मिल्ली काउंसिल की कानूनी टीम ने कहा, “हम दोषियों को भागने नहीं देंगे। हमने परिवार को ऐसा कोई मुआवजा स्वीकार न करने की सलाह दी है, जो उनके कानूनी अधिकारों को कमजोर करता हो।”
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फोटो साभार : द ऑब्जर्वर पोस्ट
तेलंगाना की 15 वर्षीय मुस्लिम लड़की की मौत तब हुई जब वह अपने पिता को तेलंगाना के जहीराबाद के अंतराम गांव में भीड़ से बचाने की कोशिश की।
मकतूब की रिपोर्ट के अनुसार, लड़की की पहचान आलिया बेगम के तौर पर हुई और उसके पिता का नाम मोहम्मद इस्माइल है।
यह घटना 11 फरवरी को हुई जब मोहम्मद इस्माइल का सामना दो लोगों वीरा रेड्डी और विजय रेड्डी के साथ लगभग 40 लोगों के एक समूह से हुआ।
अपने पिता पर हमला होते देख आलिया बेगम ने उन्हें बचाने की कोशिश की लेकिन पत्थरबाजी में वह गंभीर रूप से घायल हो गई।
उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया और 15 फरवरी तक उसकी हालत गंभीर बनी रही।
10वीं कक्षा में पढ़ाई करने वाली आलिया अपनी बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी। उसने 15 फरवरी को दम तोड़ दिया।
पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे एआईएमआईएम विधायक कौसर मोहिउद्दीन ने कहा, “यह केवल एक परिवार पर हमला नहीं है, बल्कि पूरे समुदाय पर हमला है। हम न्याय मिलने तक चैन से नहीं बैठेंगे।”
उन्होंने बताया कि आलिया बहादुरी से अपने पिता की मदद के लिए दौड़ी लेकिन खुद हमले का शिकार हो गई।
उन्होंने संगारेड्डी जिले के पुलिस अधीक्षक चौ. रूपेश से भी मुलाकात की और उनसे दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया।
पुलिस ने आरोपी रेड्डी के खिलाफ मामला दर्ज किया है। अधिवक्ता अफसर जहां, अधिवक्ता सुजात और अन्य सहित अखिल भारतीय मिल्ली काउंसिल के सदस्यों ने संगारेड्डी में पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की।
दोनों आरोपी भाइयों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
अधिवक्ता अफसर जहां सहित अखिल भारतीय मिल्ली काउंसिल की कानूनी टीम ने कहा, “हम दोषियों को भागने नहीं देंगे। हमने परिवार को ऐसा कोई मुआवजा स्वीकार न करने की सलाह दी है, जो उनके कानूनी अधिकारों को कमजोर करता हो।”
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