मध्य प्रदेश : नहीं थम रहा बलात्कार का मामला, पांच साल की छात्रा से कथित तौर पर रेप

Written by sabrang india | Published on: October 2, 2024
राज्य के रतलाम शहर में एक स्कूल परिसर में पांच साल की बच्ची के साथ कथित तौर पर यौन उत्पीड़न करने के आरोप में पुलिस ने एक किशोर लड़के को हिरासत में लिया है।


प्रतीकात्मक तस्वीर

मध्य प्रदेश में बच्चियों व महिलाओं से बलात्कार का मामला नहीं थम रहा है। राज्य के रतलाम शहर में एक स्कूल परिसर में पांच साल की बच्ची के साथ कथित तौर पर यौन उत्पीड़न करने के आरोप में पुलिस ने एक किशोर लड़के को हिरासत में लिया है। अधिकारी ने रविवार को बताया कि घटना तब सामने आई जब बच्ची ने अपनी मां को लड़के द्वारा गलत तरीके से छूने के बारे में बताया।

द न्यू इंडियन एक्स्प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी निजी स्कूल के चौकीदार का बेटा है, जहां पीड़िता यूकेजी (अपर किंडरगार्टन) की छात्रा है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राकेश खाखा ने बताया कि यह घटना कथित तौर पर स्कूल भवन की तीसरी मंजिल पर चौकीदार के कमरे में हुई और बच्ची ने 27 सितंबर की रात को अपनी मां को इसकी बारे में बताया।

अधिकारी ने बताया कि स्कूल में केवल भूतल पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, ऊपरी मंजिलों पर नहीं। उन्होंने बताया, "आरोपी उसी स्कूल की दूसरी शाखा में कक्षा 10 का छात्र है। लड़की की मां ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उसकी बेटी के साथ स्कूल में यौन उत्पीड़न किया गया, जहां वह यूकेजी की छात्रा है। आरोपी लड़के को हिरासत में ले लिया गया है।"

पुलिस ने बताया कि लड़के पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 65-ii (जो कोई भी बारह वर्ष से कम उम्र की महिला के साथ बलात्कार करता है) और 75 (शारीरिक संपर्क और अवांछित और स्पष्ट यौन प्रस्ताव शामिल करना) तथा यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (POCSO) अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है।

मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख जीतू पटवारी ने इस घटना पर नाराजगी जाहिर की है और भाजपा सरकार पर बेटियों की सुरक्षा करने में विफल रहने का आरोप लगाया है।

रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उन्होंने कहा, "रतलाम में 5 साल की बेटी के साथ हुई दर्दनाक घटना की खबर से मन बेहद विचलित है। प्रदेश में आए दिन हमारी बेटियों के साथ हो रही ऐसी घटनाएँ मुझे गहरे दुःख और पीड़ा से भर देती हैं। मैं निशब्द हूँ... अब बेटियों की सुरक्षा के लिए सरकार से उम्मीद करना बेकार है, क्योंकि भाजपा सरकार की प्राथमिकता कभी भी हमारी बेटियों की सुरक्षा नहीं रही। बेटियों को इंसाफ़ सिर्फ़ सोशल मीडिया पर सरकार से मदद माँगने से नहीं मिलेगा। अब कांग्रेस पार्टी बेटियों की रक्षा के लिए यह लड़ाई सड़क पर लड़ेगी।"



उन्होंने कहा, "सिर्फ सोशल मीडिया पर सरकार से मदद मांगने से बेटियों को न्याय नहीं मिलेगा। अब कांग्रेस पार्टी सड़कों पर यह लड़ाई लड़ेगी।"

पटवारी ने एक अन्य पोस्ट में लिखा, "मध्य प्रदेश में 3 साल की बच्ची से लेकर 70 साल की महिला तक, कोई भी सुरक्षित नहीं है।"

उन्होंने आगे लिखा, "मध्य प्रदेश में बेटी बचाओ अभियान के तहत आज से ‘स्पीक अप’ कार्यक्रम की शुरुआत हो रही है। मैं सभी परिवारजनों से विनम्र निवेदन करता हूँ कि वे मध्य प्रदेश की बेटियों को सुरक्षित भविष्य देने के लिए इस मुहिम से जुड़ें!”

ज्ञात हो की बीते महीने राज्य में निजी स्कूल के 28 वर्षीय शिक्षक को तीन वर्षीय छात्रा से कथित तौर पर बलात्कार करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया था कि मामला तब सामने आया जब छात्रा की मां ने पुलिस से संपर्क किया, क्योंकि स्कूल प्रबंधन ने कथित तौर पर उसकी शिकायत को नजरअंदाज कर दिया था।

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की रिपोर्ट के अनुसार, 2022 में बच्चों के खिलाफ अपराध के 1,62,449 मामले दर्ज किए गए, जो 2021 की तुलना में 8.7% की वृद्धि है। राजधानी भोपाल में भी बच्चों के खिलाफ अपराध की संख्या में वृद्धि हुई है, जहां 2022 में 758 मामले दर्ज किए गए। 

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